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CG News: जाली ऋण पुस्तिका से जमानत कराने वाला गिरोह बेनकाब, कोर्ट की सतर्कता से दो आरोपी गिरफ्तार

CG News: जाली ऋण पुस्तिका बनाकर जमानत कराने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। किसान ऋण पुस्तिका के पन्ने बदलकर जमानत दिलाने की कोशिश की जा रही थी. कोर्ट स्टाफ और न्यायाधीश की सतर्कता से पकड़ा गया है। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

CG News: जाली ऋण पुस्तिका से जमानत कराने वाला गिरोह बेनकाब, कोर्ट की सतर्कता से दो आरोपी गिरफ्तार
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By Radhakishan Sharma

CG News: रायगढ़। न्यायालय में जमानत के लिए फर्जी दस्तावेज का उपयोग करने वाले गिरोह का घरघोड़ा पुलिस ने पर्दाफाश किया है। मामले में पुलिस ने पट्टाधारी और उसके साथी दलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। किसान ऋण पुस्तिका के पन्नों में कांटछांट कर कोरा पन्ना जोड़कर बार-बार अलग-अलग आरोपियों की जमानत कराने का खेल कर रहे थे. कोर्ट स्टाफ और न्यायाधीश की सतर्कता से पकड़ लिया गया। मामला घरघोड़ा थाना क्षेत्र का है।

घरघोड़ा न्यायालय में पदस्थ बाबू प्रशांत कुमार सिंह ने पांच जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी कि पूंजीपथरा थाना क्षेत्र के आरोपी तौहिद खान की जमानत के लिए पद्मलोचन साव नामक व्यक्ति ने अपनी किसान ऋण पुस्तिका पेश की थी। कुछ दिन बाद यही ऋण पुस्तिका फिर से आरोपी कौशिल्या बाई की जमानत के लिए पेश की गई। इसमें पुराने पेज को हटाकर नया कोरा पन्ना जोड़ा गया था। कोर्ट स्टाफ द्वारा दस्तावेजों की जांच में यह फर्जीवाड़ा सामने आ गया। पूछताछ में जमानतदार पद्मलोचन साव गोलमोल जवाब दे रहा था।

इसकी शिकायत पर पुलिस ने पद्मलोचन साव और उसके साथी दलाल जगन्नाथ कसेरा के खिलाफ धोखाधड़ी और कूट रचना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच में खुलासा हुआ कि पट्टाधारी पद्मलोचन साव के नाम पर ग्राम सूरी, तहसील पुसौर की भूमि की ऋण पुस्तिका है। वह अपने साथी जगन्नाथ कसेरा के साथ मिलकर बार-बार इसी दस्तावेज में हेराफेरी कर जमानत दिलाता था। दोनों पहले पुराने जमानत वाले पन्ने को निकालते और उसकी जगह नया कोरा पन्ना लगाते थे। इसके बाद ऋण पुस्तिका को वैध दस्तावेज बताकर न्यायालय में प्रस्तुत करते थे। इस काम के बदले दलाल जगन्नाथ मोटी रकम वसूलता था, जिसे दोनों आपस में बांटते थे। पुलिस के अनुसार छह जून को भी इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर आरोपी कौशिल्या बाई की जमानत कराने की कोशिश की गई थी, लेकिन न्यायाधीश दामोदर प्रसाद चंद्रा और कोर्ट स्टाफ की सतर्कता से यह धोखाधड़ी पकड़ी गई।

पुलिस ने आरोपी पद्मलोचन साव के कब्जे से कूटरचित ऋण पुस्तिका जब्त कर ली है। पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय के आदेश पर दोनों को जेल भेज दिया गया है।

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