CG News: गुरुजी स्कूल से गायब, दफ्तरों में हाज़िर, संलग्नीकरण पर रोक के बावजूद जारी है अटैचमेंट का खेला
समूचे छत्तीसगढ़ में संलग्नीकरण के नाम पर गजब का खेला कर रहे हैं। इसमें स्कूल शिक्षा से जुड़े शिक्षक जोड़-जुगाड़ पर कुछ ज्यादा ही भरोसा कर रहे हैं और कामयाब भी हो रहे हैं। तभी तो स्कूल में पढ़ाने के बजाय कलेक्टर,एसडीएम व तहसील कार्यालय में जमे हुए हैं। सवाल यह उठ रहा है कि राज्य सरकार ने संलग्नीकरण को 5 जून से समाप्त कर दिया है। अब अफसर सरकारी आदेश का पालन करते हैं या फिर कोई और जुगाड़ का खेल चलेगा।

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के साथ ही साथ बिलासपुर जिले में भी संलग्नीकरण का गजब का खेला चल रहा है। अटैचमेंट के इस खेल में गुरुजी ज्यादा रुचि ले रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के जरिए नौकरी हासिल करने के बाद स्कूल में बच्चों का भविष्य संवारने के बजाय अलग खेल करने लगे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग से हर महीने सैलेरी उठा रहे हैं और मलाईदार विभागों में जमे हुए हैं।
बिलासपुर जिले में गुरुजी लोगों को यह खेला लंबे असरे से चल रहा है। या यूं कहें कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद गुरुजी स्कूल के बजाय जिला पंचायत से लेकर एसडीएम व तहसील कार्यालय में ज्यादा नजर आ रहे हैं। अब तो कलेक्टर कार्यालय तक इनकी पहुंच हो चुकी है। कलेक्टर कार्यालय में अटैचमेंट का जब खेल चल रहा हो तो जिले में प्रशासनिक दक्षता और व्यवस्था को लेकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। छत्तीसगढ़ सरकार ने 5 जून को दो आदेश एक साथ निकाला। स्थानांतरण नीति जारी करने के साथ ही यह भी आदेश जारी किया कि संलग्नीकरण अटैचमेंट कल्चर को समाप्त कर दिया है।
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पास कर ट्रांसफर से बैन हटाने के साथ ही स्थानांतरण नीति लाया गया है। स्थानांतरण नीति में ही विशेष तौर पर यह बात उल्लेखित है कि सभी जिला स्तरीय कर्मचारियों का संलग्नीकरण 5 जून से समाप्त माना जाएगा। यह भी कहा गया है कि जहां किसी कर्मचारी की आवश्यकता होगी स्थानांतरण नीति के अनुरूप स्थानांतरण किया जा सकेगा। छत्तीसगढ़ सरकार के स्थानांतरण नीति से यह साफ हो गया है कि जिन-जिन विभागों में संलग्नीकरण अटैचमेंट का खेला हुआ था वह समाप्त हो गया है। अचरज की बात ये कि राज्य शासन के इस फैसले के बाद भी आजतलक डीईओ कार्यालय से लेकर बीईओ,तहसील,एसडीएम व कलेक्टर कार्यालय में अटैचमेंट के जरिए गुरुजी लोगों को स्कूल की ओर नहीं भेजा गया है।
विधानसभा में दी गई जानकारी चौंकाने वाली-
संलग्नीकरण को लेकर विधानसभा में सवाल उठा था। सवाल के जवाब में विधानसभा में दी गई जानकारी में डीईओ,बीईओ कार्यालय के अलावा राजस्व व कलेक्टर कार्यालय में डेढ़ दर्जन से ज्यादा गुरुजी अटैचमेंट के जरिए जमे हुए हैं।
