Begin typing your search above and press return to search.

CG News: गरबा में शामिल न हो मुस्लिम युवा: वक्फ बोर्ड ने की अपील, जानिए क्या कहा...

Garba Ko Lekar Waqf Board Ki Apil: रायपुर: सोमवार से नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। ऐसे में माता जगदंबा की आराधना और गरबे के लिए मैदान भी सजकर तैयार है। इस बीच छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने मुस्लिम समाज के युवाओं से खास अपील की है। उनका कहना है कि मुस्लिम समाज मूर्ति पूजा में आस्था नहीं रखता है, तो उन्हें गरबा जैसे धार्मिक आयोजनों से दूर रहना चाहिए।

CG News: गरबा में शामिल न हो मुस्लिम युवा: वक्फ बोर्ड ने की अपील, जानिए क्या कहा...
X

CG News

By Chitrsen Sahu

Garba Ko Lekar Waqf Board Ki Apil: रायपुर: सोमवार से नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। ऐसे में माता जगदंबा की आराधना और गरबे के लिए मैदान भी सजकर तैयार है। इस बीच छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने मुस्लिम समाज के युवाओं से खास अपील की है। उनका कहना है कि मुस्लिम समाज मूर्ति पूजा में आस्था नहीं रखता है, तो उन्हें गरबा जैसे धार्मिक आयोजनों से दूर रहना चाहिए।

मुस्लिम युवा से खास अपील

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने मुस्लिम समाज के युवाओं से खास अपील की है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि हिंदू समाज का महत्वपूर्ण एवं पवित्र पर्व है, जिसमें माता जगदंबा की आराधना की जाती है और करोड़ों श्रद्धालु आस्था के साथ गरबा एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं।

इस्लाम में मूर्ति पूजा वर्जित, धार्मिक आयोजनों से बनाए दूरी

डॉ सलीम राज ने आगे कहा कि गरबा कोई साधारण नृत्य कार्यक्रम नहीं हैं। यह देवी दुर्गा का आराधना के लिए किया जाने वाला भक्तिपूर्ण लोकनृत्य है, जो जीवन के चक्र और देवी की अशीम शक्ति का प्रतीक है। यदि मुस्लिम समाज मूर्ति पूजा में आस्था नहीं रखता है तो उन्हें गरबा जैसे धार्मिक आयोजनों से दूर रहना चाहिए।

समिति से अनुमति लेकर भाग लेने में कोई आपत्ती नहीं

इसके साथ ही डॉ सलीम राज ने साफ कहा है कि अगर कोई मुस्लिम भाई-बहन वेशभूषा व परंपरा का सम्मान करते हुए समिति से अनुमति लेकर भाग लेना चाहते हैं, तो इसमें किसी को कोई आपत्ती नहीं होगी। लेकिन गलत नीयत से गरबा स्थलों में प्रवेश कर उपद्रव करने का प्रयास हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करता है, जिससे सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंच सकती है। वहीं उन्होंने अपील की है कि वे ऐसे पवित्र धार्मिक आयोजनों ले दूरी बनाकर रखें। साथ ही प्रदेश की गंगा-जमुनी तहजीब का सम्मान करते हुए छत्तीसगढ़ में शांती, भाईचारे और अद्भाव बनाए रखें।

Next Story