CG News: एक संयोग ऐसा भी, शहीद एएसपी और घायल टीआई ने एक साथ लिया था राजनांदगांव में नक्सलियों से लोहा, एक साथ मिला था राष्ट्रपति वीरता पदक
नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में शहीद होने वाले एडिशनल एसपी आकाश राव और घायल टीआई सोनल ग्वाला एक साथ राजनांदगांव में पदस्थ रहे हैं। यहां एक साथ ही नक्सल मोर्चे पर साहस दिखा टॉप नक्सली कैडर के खात्मे पर सरकार ने दोनों अधिकारियों को राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार प्रदान किया था। अब दोनों संयोगवश फिर से एक साथ सुकमा जिले में पदस्थ थे और नक्सल मूवमेंट की सूचना पर निकले और नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी ब्लास्ट की चपेट में साथ साथ ही आ गए। दुरुपयोग ये की बहादुर अफ़सर हमेशा हमेशा के लिए बिछड़ गया।

रायपुर। सुकमा जिले के कोंटा के एडिशनल एसपी आकाश राव गिरिपूंजे आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी अर्थी को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय,उप मुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा,वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कांधा दिया। उनकी अंतिम यात्रा में और मुक्तिधाम में भारत माता की जय,और अक्कू भैया अमर रहें के नारे गूंजते रहें। वहीं उनके साथ घायल एसडीओपी भानूप्रताप चंद्राकर और टीआई सोनल ग्वाला का इलाज रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में जारी है।
रविवार 8 जून देर रात नक्सलियों ने क्रेशर खदान में खड़ी पोकलेन गाड़ी को आग लगा दी थी। घर की जानकारी मिलने पर कल 9 जून सोमवार को कोंटा एडिशनल एसपी आकाश राव,एसडीओपी भानूप्रताप चंद्राकर और कोंटा थाना प्रभारी सोनल ग्वाल और कुछ जवान पैदल चलकर घटना स्थल पहुंचे थे। यहां नक्सलियों के द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी बम की चपेट में आकर एडिशनल एसपी आकाश राव गिरिपूंजे शहीद हो गए। वही एसडीपीओ और टीआई घायल हो गए। घायलों को हेलीकॉप्टर की मदद से रायपुर भेजा गया। जहां रामकृष्ण केयर अस्पताल में उनका इलाज जारी है।
आज शहीद आकाश राव को अंतिम विदाई दी गई। पूरे राजकीय सम्मान के साथ. जब तिरंगे में लपटा उनका पार्थिव शरीर पहुंचा तो उनकी पत्नी स्नेहा तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर से लिपट कर रोने लग गईं। बता दे कल 11 जून को उनकी बेटी पीहू का जन्मदिन है। जिसमें उन्होंने घर आने का वादा किया था। आए तो जरूर पर तिरंगे में लिपट कर शहीद वीर योद्धा को अंतिम विदाई देने चाहे आम हो या खास लोगों की भीड़ लगी रही। शहीद आकाश राव गिरपुंजे को माना स्थित चौथी वाहिनी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव,वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अंतिम यात्रा के लिए शहीद के पार्थिव शरीर को कांधा दिया। चौथी वाहिनी से महादेव घाट स्थित श्मशान स्थल लाया गया। इस दौरान भारत माता की जय और अक्कू भैया अमर रहे के नारे गूंजते रहें। यहां 7 वर्षीय बेटे सिद्धार्थ ने अपने दादा की मौजूदगी में चिता को मुखाग्नि दी।
टीआई सोनल ग्वाला और एडिशनल एसपी आकाश राव को एक साथ नक्सलियों से भिड़ने पर मिला था राष्ट्रपति वीरता पदक–
नक्सली विस्फोट में कोंटा थाने के टीआई सोनल ग्वाला भी घायल हुए हैं। वे बिलासपुर के सरकंडा क्षेत्र के रामायण चौक चांटीडीह के रहने वाले हैं। उनका पूरा परिवार बिलासपुर में ही रहता है। ब्लास्ट में घायल होने की खबर टीआई सोनल ग्वाला के पिता शीतल ग्वाला को एक राजपत्रित अधिकारी फोन से दी। जानकारी मिलते ही टीआई की मां सुशीला,पत्नी जयश्री,चाचा कैलाश ग्वाला और छोटे भाई कोमल ग्वाला रायपुर के लिए निकल गए। सोनल का इलाज रायपुर के रामकृष्ण केयर में जारी है।
नक्सली विस्फोट में सोनल के छाती,कमर, दाहिने हाथ,पैर में चोट आई हैं। उनकी सर्जरी हो चुकी है और वह होश में भी आ चुके हैं। फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं। सोनल ने बिलासपुर के सीएमडी कॉलेज से पढ़ाई की। सोनल 2008 में उप निरीक्षक के पद पर भर्ती हुए थे। सोनल रायपुर के तेलीबांधा,खमतराई,दुर्ग के छावनी थाना प्रभारी रह चुके हैं। पिछले डेढ़ साल से वे कोंटा थाना प्रभारी हैं। खास बात यह है कि एडिशनल एसपी आकाश राव गिरिपूंजे और टीआई सोनल ग्वाला की एक ही साथ पोस्टिंग राजनांदगांव जिले में थी। यहां वह खड़गवां थाना प्रभारी थे। इस दौरान नक्सल ऑपरेशन पर एक साथ एडिशनल एसपी आकाश राव और टीआई सोनल ग्वाला निकले थे।