CG News: दूसरी कक्षा की छात्रा को 100 बार कराया उठक बैठक: गंभीर हुई बच्ची को एम्स किया गया रेफर
CG News: दूसरी कक्षा की छात्रा से गाली गलौज और 100 बार उठक बैठक करवाने के चलते छात्रा की स्थिति गंभीर हो गई है। छात्रा का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था,पर स्थिति खराब होने पर उसे एम्स रायपुर रेफर किया गया है। बता दे इस मामले में दोषी शिक्षिका नम्रता गुप्ता को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और उन पर एफआईआर दर्ज करवाई गई है। वही मामला छुपाने पर प्राचार्य को भी फोर्सली लीव पर भेजा गया है।

CG News: अंबिकापुर। सरगुजा जिले की सीतापुर स्थित डीएव्ही पब्लिक स्कूल में दूसरी कक्षा की आठ वर्षीया छात्रा समृद्धि गुप्ता से शिक्षिका ने क्लास के टाइम में टॉयलेट जाने से नाराज होकर सौ बार उठक बैठक करवाने की सजा दी थी। इसके बाद छात्रा की हालत बिगड़ने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। परीक्षण के उपरांत छात्रा को मसल्स क्रैक की समस्या सामने आई। वही इलाज के दौरान स्थिति बिगड़ने पर छात्रा को एम्स हॉस्पिटल रायपुर रेफर किया गया है।
यह है मामला
पूरी घटना 1 सितंबर की है। डीएव्ही पब्लिक स्कूल प्रतापगढ़ में पढ़ने वाली दूसरी कक्षा की 8 वर्षीय छात्रा समृद्धि गुप्ता स्कूल में टॉयलेट जा रही थी। इस दौरान रास्ते में शिक्षिका नम्रता गुप्ता मोबाइल चलाते हुए खड़ी थी। शिक्षिका के द्वारा छात्रा समृद्धि से क्लास के समय में घूमने का कारण पूछने पर छात्रा ने बताया कि वह टॉयलेट जा रही है। जिससे शिक्षिका नम्रता गुप्ता नाराज हो गई और छात्रा को दो डंडे मार कर क्लास में लाकर 100 बार उठक बैठक करवाने की सजा दी। दबाव बनाकर छात्रा से उठक बैठक करवाया गया।
मासूम छात्रा पर शारीरिक दंड थोपने के साथ-साथ शिक्षिका ने उससे गाली-गलौज भी की। छात्रा की स्थिति बिगड़ने पर परिजनों ने जब स्कूल प्रबंधन से शिकायत की, तब भी प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और शिक्षिका को तत्काल छुट्टी पर भेज दिया।
एफआईआर दर्ज, कई धाराओं में मामला
बच्ची के परिवार की रिपोर्ट पर पुलिस ने शिक्षिका नम्रता गुप्ता के खिलाफ थाना सीतापुर में धारा 296,115(2), बीएनएस 75 व 82 किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत मामला दर्ज किया था।
बच्ची का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। अत्यधिक शारीरिक दंड और मानसिक तनाव के कारण बालिका की कमर,घुटनों और रीढ़ की हड्डी में गंभीर दर्द उत्पन्न हो गया है,जिससे वह खड़ी नहीं हो पा रही है। वही आज स्थिति खराब होने पर उसे एम्स रायपुर रेफर किया गया। परिवार का कहना है कि शिक्षिका के असंवेदनशील रवैये और कठोर सजा से बच्ची की हालत ऐसी हो गई कि वह खड़े होने और चलने तक में असमर्थ हो गई है। छात्रा समृद्धि गुप्ता के पिता मनोज गुप्ता अंबिकापुर में रहकर काम करते हैं। समृद्धि अपने बड़े पिता अनुराग गुप्ता गुतुरूमा में रहकर डीएव्ही प्रतापगढ़ में पढ़ाई करती है।
शिक्षिका हुई बर्खास्त प्रिंसिपल को भेजा गया छुट्टी पर
पहले मामले में डीएव्ही की टीचर नम्रता गुप्ता को प्रबंधन ने छुट्टी पर भेज दिया था। पर मामले के तूल पकड़ने पर शिक्षिका नम्रता गुप्ता को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। वही उच्च अधिकारियों को सूचना नहीं देने पर और शिक्षक पर कार्रवाई नहीं करने के कारण स्कूल के प्रिंसिपल राजीव सिंह को जबरदस्ती छुट्टी ( फोर्सली लीव) पर भेज दिया गया है। प्रतापगढ़ डीएवी के मैनेजर को प्रबंधन ने 10 दिनों के अंदर इसकी जांच रिपोर्ट मांगी है।
