Durg News: अनुभवहीन कर्मचारी को चढ़ा दिया 11 हजार वोल्ट ट्रांसफार्मर पर, करंट लगने से बुरी तरह झुलसा, हालत गंभीर
Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से बिजली विभाग की लापरवाही की घटना सामने (Durg News) आयी है. एक नए कमर्चारी को 11 हजार वोल्ट के ट्रांसफार्मर पर काम करने भेज दिया गया. जहाँ करंट लगने से वो बुरी तरह झुलस गया.

Durg News: दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से बिजली विभाग की लापरवाही की घटना सामने (Durg News) आयी है. एक नए कमर्चारी को 11 हजार वोल्ट के ट्रांसफार्मर पर काम करने भेज दिया गया. जहाँ करंट लगने से वो बुरी तरह झुलस गया.
जानकारी के मुताबिक़, घटना दुर्ग जिले के धमधा क्षेत्र के ग्राम पगबंधी ठेलका सब स्टेशन की है. हादसा गुरुवार को हुआ है. कर्मचारी की पहचान राम वर्मा (32 वर्ष) के रूप में हुई है. राम वर्मा की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है. उनकी पत्नी और 5 और 3 साल के दो छोटे बच्चे हैं. कर्मचारी राम वर्मा (32 वर्ष) डेढ़ माह पहले पगबंधी ठेलका सब स्टेशन पर काम में लगा था. राम वर्मा अभी पूरी तरह से काम नहीं सीख पाया था.
पगबंदी ठेका सब-स्टेशन से जुड़े लाइनमैन संतोष तिवारी ने गुरुवार को उसे 11 हजार वोल्ट के ट्रांसफार्मर पर काम करने भेज दिया. उसे बिना किसी सुरक्षा इंतजाम के काम करने भेज दिया गया. राम वर्मा को ट्रांसफार्मर का डियो और फ्यूज काटने की जिम्मेदारी दी गई. काम के दौरान अचानक उन्हें जोरदार करंट लगा और वे गंभीर रूप से घायल होकर नीचे गिर पड़ा.
घटना के बाद हड़कंप मच गया उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से भिलाई के स्पर्श अस्पताल रेफर किया गया. डॉक्टरों ने बताया कि राम वर्मा की रीढ़ की हड्डी पूरी तरह टूट चुकी है, फेफड़े बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं और दोनों पैर काम नहीं कर रहे. उसकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है.
इस घटना के बाद से परिजनों में आक्रोश है. परिजनो का आरोप हो इस दौरान ट्रांसफार्मर पर काम करने भेजने के दौरान न तो बिजली सप्लाई बंद की गई और न ही किसी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन हुआ. जिस वजह से हादसा हुआ. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और राम वर्मा के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है. बताया जा रहा है घटना के बाद से लाइनमैन संतोष तिवारी का फोन लगातार बंद है. वो फरार है. इस घटना से सवाल उठ रहा है अनुभवहीन कर्मचारी को इतना जोखिम भरा काम क्यों सौंपा गया और बिना बिजली बंद कराए ट्रांसफार्मर पर चढ़ने की अनुमति कैसे दी गई.
