Kurud Civil Hospital News: सिविल अस्पताल की बड़ी लापरवाही! नर्स ने डॉक्टर का फर्जी हस्ताक्षर कर गर्भवती को निजी हॉस्पिटल किया रेफर, BMO ने भेजा नोटिस
Civil Hospital Kurud Me Laparwahi: धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के सिविल अस्पताल कुरूद में लापरवाही की हदें तब पार हो गई, जब एक नर्स ने डॉक्टर का फर्जी हस्ताक्षर कर गर्भवती महिला को निजी अस्पताल रेफर करा दिया। बीएमओ ने कार्रवाई करते हुए मामले में नर्स को नोटिस जारी कर दिया है और उससे जवाब मांगा है।

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Civil Hospital Kurud Me Laparwahi: धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के सिविल अस्पताल कुरूद में लापरवाही की हदें तब पार हो गई, जब एक नर्स ने डॉक्टर का फर्जी हस्ताक्षर कर गर्भवती महिला को निजी अस्पताल रेफर करा दिया। बीएमओ ने कार्रवाई करते हुए मामले में नर्स को नोटिस जारी कर दिया है और उससे जवाब मांगा है।
बीएमओ ने नोटिस जारी कर मांगा जवाब
सिविल अस्पताल कुरूद की एक नर्स को बीएमओ ने नोटिस जारी किया है। इसके पीछे का जो कारण है वह बहुत हैरान कर देने वाला है। दरअसल, नर्स ने अपने निजी फायदे के चक्कर में अस्पताल की महिला चिकित्सक का फर्जी हस्ताक्षर कर गर्भवती महिला का रेफर करा दिया। मामला सामने आने के बाद बीएमओ ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
स्थानांतरण के बाद भी अब तक अस्पताल मे पदस्थ है नर्स
बता दें कि अस्पताल के चिकित्सक के अलावा किसी और को मरीज को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में रेफर करने की इजाजत नहीं होती। ऐसे में डिलिवरी के लिए आई नर्स की ओर से चिकित्सक का फर्जी हस्ताक्षर कर दूसरे अस्पताल में रेफर कर देना कई सवाल खड़े करते हैं। बताया जा रहा है कि जिस नर्स ने फर्जी हस्ताक्षर कर गर्भवती महिला को दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया उसका स्थानांतरण प्राथमिक स्वास्स्थय केंद्र कोर्रा में हो गया है। इसके बावजूद शासन के निर्देश को ताक पर रखकर अभी भी यहां पर पदस्थ रखा गया है।
नर्स और चिकित्सक पर गंभीर आरोप
वहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों ने कुछ नर्स और चिकित्सक पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। मरीजों का आरोप है कि कुछ नर्स और चिकित्सक रात के समय अपनी ड्यूटी से नदारद रहते हैं। जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजों को अपनी समस्या के समाधान के लिए उनके आने तक का इंतजार करना पड़ता है।
बीएमओ ने आरोप को बताया निराधार
इस मामले में सिविल अस्पताल कुरूद के बीएमओ डॉक्टर खेमराज देवांगन का कहना है कि मामले में नर्स को नोटीस जारी किया गया था, जिसका जवाब भी नर्स ने दे दिया है। उसपर लगे आरोप निराधार साबित हो रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें ड्यूटी के समय सजग रहने और संबंधित विभागिय डॉक्टर को इसकी तत्काल सूचना देने की हिदायद दी गई है।
