CG News: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, ईमेल से फैली दहशत
बिलासपुर हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी ईमेल आईडी के माध्यम से दी गई है। उक्त मामले में पुलिस ने जानकारी लगते ही बम स्क्वॉयड और स्निफर डॉग के साथ हाईकोर्ट के चप्पे चप्पे की तलाशी ली। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है।

Bilaspur High Court
बिलासपुर l बिलासपुर हाईकोर्ट में समर वेकेशन के बाद कल सोमवार 9 जून से कामकाज शुरू हुआ है।हाईकोर्ट खुलने के ही दिन सोमवार की शाम छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी एक ईमेल आईडी से ईमेल के माध्यम से मिली है। हाई कोर्ट के प्रोटोकॉल अफसर के द्वारा तत्काल पुलिस टीम ने बम स्क्वायड और स्निफर डॉग तथा बम डिटेक्शन उपकरणों के साथ पहुंचकर पूरे हाई कोर्ट की तलाशी ली। हालांकि इस दौरान पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात ईमेल आईडी धारक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। मामला चकरभाठा थाना क्षेत्र का है।
बिलासपुर हाई कोर्ट में समर वैकेशन चल रहा था। कल 9 जून सोमवार को समर वेकेशन के बाद हाईकोर्ट का रूटीन में कामकाज शुरू हुआ और सभी डिवीजन और सिंगल बेचों में सुनवाई शुरू हुई। शाम साढ़े चार बजे तक कोर्ट की सुनवाई का समय है। हालांकि यदि कुछ मामलों में बहुत चलती रहती है तो भी कोर्ट बैठी रहती है। सुनवाई का समय खत्म होने के मात्र 15 मिनट बाद 4.45 पीएम को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की ऑफिशल वेबसाइट में एक धमकी भरा ईमेल आया। ईमेल में हाईकोर्ट परिसर में अमोनियम सल्फर आधारित आईईडी ( इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज) कोर्ट परिसर में लगाए जाने की बात कहते हुए हाईकोर्ट को उड़ा देने की धमकी दी गई।
ईमेल देखते ही हाईकोर्ट में हड़कंप मच गया। हाई कोर्ट के प्रोटोकॉल अफसर ने तत्काल इसकी जानकारी चकरभाठा थाना में दी। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी भी तत्काल सतर्क हो गए और भागते दौड़ते हाईकोर्ट पहुंच गए। हाईकोर्ट की सुरक्षा का मुद्दा होने के चलते बम स्क्वायड को बम डिटेक्शन उपकरणों के साथ बुलवाया गया। स्निफर डॉग्स भी बुलवाए गए। वैसे तो हाई कोर्ट में सुनवाई का समय खत्म हो चुका था पर फिर भी परिसर में और अपने चैंबरों में वकील,पक्षकार, कर्मचारी और न्यायाधीश थे। सभी को खाली करवा कर हाई कोर्ट के चप्पे– चप्पे की तलाशी ली गई पर वहां कुछ भी नहीं मिला।
धमकी हाईकोर्ट की ऑफिशियल वेबसाइट में ‘[email protected]’ नामक आईडी से आया था। मेल में संवेदनशील केसों का उल्लेख करते हुए इसे एक पवित्र मिशन बताया गया था। मामले को गंभीरता से ले पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज किया है। इसके साथ ही एसएसपी रजनेश सिंह ने हाईकोर्ट की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए हैं।