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CG news: चरचा आरओ माइंस में पहुंचा महिलाओं के लिए पहला बॉयो टायलेट

CG news: एसईसीएल ने की नारी गरिमा को समर्पित एक अभिनव पहल. खदान के बाद फील्ड में होगा बॉयो टायलेट का विस्तार

CG news: चरचा आरओ माइंस में पहुंचा महिलाओं के लिए पहला बॉयो टायलेट
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By Radhakishan Sharma

CG news: सरगुजा एसईसीएल ने महिला कर्मचारियों के लिए समावेशी, सुरक्षित और गरिमापूर्ण कार्यस्थल उपलब्ध कराने की दिशा में एक अभिनव पहल की है।

बैकुंठपुर क्षेत्र की चरचा आरओ माइंस में महिलाओं के लिए पहला बायो टॉयलेट स्थापित किया गया है, जिसका लोकार्पण केंद्रीय कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चन्द्र दुबे ने किया। दुबे ने एसईसीएल द्वारा खदानों में कार्यरत महिला कर्मियों के लिए किए जा रहे इस प्रयास की सराहना की और कहा कि “सुरक्षित, स्वच्छ और सम्मानजनक कार्यस्थल महिलाओं की भागीदारी को सशक्त बनाता है, और यही आत्मनिर्भर भारत की असली नींव है।

इस अवसर पर एसईसीएल सीएमडी हरीश दुहन, निदेशक तक. (संचा सह यो/परि) एन फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (एचआर) बिरंची दास, निदेशक (वित्त) डी सुनील कुमार उपस्थित रहे। एसईसीएल प्रबंधन ने जानकारी दी कि यह पहल केवल एक खदान तक सीमित नहीं रहेगी। कंपनी के सभी क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से बायो टॉयलेट्स लगाए जाएंगे, ताकि फील्ड में कार्यरत हर महिला को मिले गरिमामय, समुचित और सुविधाजनक कार्य वातावरण।

एसईसीएल में वर्तमान में खदानों से लेकर तकनीकी और प्रशासनिक कार्यों तक महिलाएं विभिन्न भूमिकाओं में सक्रिय योगदान दे रही हैं। ऐसे में यह पहल कार्यस्थल पर उनकी गरिमा, स्वास्थ्य और सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में एक प्रेरक प्रयास है।

0 अत्याधुनिक तकनीक से बढ़ेगा भूमिगत खदानों का उत्पादन

कंटीन्यूअस माईनर जैसी अत्याधुनिक तकनीक की मदद से वर्ष 2030 तक भूमिगत खदानों से 100 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। एसईसीएल प्रवास में बैकुंठपुर क्षेत्र पहुंचे केंद्रीय कोयला एवं खान राज्यमंत्री श्री सतीश चन्द्र दुबे ने एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र की एनसीपीएच माईन में नए कंटीन्यूअस माईनर का शुभारंभ किया और हरी झंडी दिखाकर मशीन को रवाना किया। उन्होंने कहा कि कोयला मंत्रालय नई एवं अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से भूमिगत खदानों से उत्पादन बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। वर्ष 2030 तक भूमिगत खदानों से 100 मिलियन टन उत्पादन करने का हमारा लक्ष्य है। इसके लिए हम ज़्यादा से ज़्यादा खदानों में कंटीन्यूअस माईनर जैसी तकनीक के इस्तेमाल को बल दे रहे हैं।

एसईसीएल में आज इस नए लो हाइट कंटीन्यूअस माईनर के शुरू होने निश्चित रूप से कंपनी के भूमिगत उत्पादन को मज़बूती मिलेगी। उन्होंने चरचा माइन्स में पंखाघर का उद्घाटन किया। यह नया पंखाघर खदान के एलवीसी यानी लास्ट वेंटिलेशन कनेक्शन तक स्वच्छ वायु के प्रवाह को सुनिश्चित करेगा जिससे श्रमिकों को बेहतर कार्य परिस्थितियाँ मिलेंगी। दीपका व्यू पॉइंट पर पहुंचकर श्री दुबे ने खदान के उत्पादन, उत्पादकता और कार्यसंचालन की समीक्षा की तथा अधिकारियों से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। दीपका मेगाप्रोजेक्ट के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मंत्री महोदय को परियोजना की प्रगति, उत्पादन क्षमता एवं भावी योजनाओं की जानकारी दी गई।

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