CG News: गुंडई करने वाली भाजपा नेत्री की अब तक गिरफ्तारी नहीं, पुलिस की कार्रवाई पर उठने लगे सवाल
आदिवासी किसान के साथ गुंडागर्दी करने वाली भाजपा नेत्री की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस को किस तरह की गवाही का इंतजार है,यह भी समझ से परे है। पहले सार्वजिनक जगह पर और उसके बाद थाना परिसर में आदिवासी किसान को पुलिस के सामने भाजपा नेत्री ने अपने साथियों के साथ मारपीट की और रूपये भी वसूल लिए। आंख के सामने हुई घटना के बाद भी अब तक भाजपा नेत्री की गिरफ्तारी ना होना,चर्चा का विषय बनते जा रहा है। रामपुर विधायक के पत्र के बाद पुलिस ने खानापूर्ति करते हुए एफआईआर कर दिया है। गिरफ्तारी को लेकर अब सवाल उठाए जा रहे हैं।

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कोरबा। आदिवासी किसान को लात घुंसों से पिटाई करने वाली भाजपा नेत्री और उसके साथी अब भी खुला घूम रहे हैं। घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। पूरी घटना पुलिस थाना परिसर में और पुलिस की मौजूदगी में होने के बाद भी पुलिस देखते रही और अपराधी आदिवासी किसान को अधमरा कर चले गए। यही नहीं किसान से रूपये भी ले लिया। रामपुर विधायक ने एसपी को इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए पत्र लिखा था। पुलिस ने एफआईआर कर खानापूर्ति कर ली है। गिरफ्तारी को लेकर अब सवाल उठने लगा है। आखिर पुलिस को और क्या सबूत चाहिए।
पुलिस ने कुछ इस तरह अपनी साख बचाने खानापूर्ति की है। भाजपा नेत्री की गुंडई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आदिवासी किसान काअपहरण करने, वसूली करने,बंधक बनाने जैसी गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया है। मामला बांकी मोगरा थाना क्षेत्र का है। पूरा मामला 7 जून का है। 40 वर्षीय बलवान सिंह कंवर पिता स्व. धनसिंह कंवर निवासी ग्राम बरेडीमुड़ा खेती किसानी का काम करता है। वह 7 जून को अपने भाई चंद्रशेखर कंवर और मामा रंजीत कंवर के साथ हरदीबाजार बैल खरीदने गया था। एक जोड़ी बैल खरीदने के बाद उसका भाई चंद्रशेखर और मामा रंजीत कंवर पैदल बैलों को लेकर आ रहे थे,जबकि बलवान सिंह कंवर बाइक से आगे आगे जा रहा था। जब वह बांकीमोगरा रावणभाटा के पास पहुंचा तो फोन पर बात कर रहा था। इस दौरान उसके बाजू से भाजपा नेत्री ज्योति महंत,अमन सिंह और मुकेश राणा तथा अन्य उनके साथी गुजर रहे थे।
बलवान सिंह ने फोन पर उससे बात कर रहे व्यक्ति को गाली दी। बलवान सिंह के अनुसार ज्योति महंत को लगा कि मैं उसे गाली दी है, इसलिए उसने गाड़ी रोक कर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। बांकीमोंगरा थाना परिसर में उसे लात-जूतों से घसीट-घसीट कर मारा गया। इस दौरान महिला नेत्री ने यह भी कहा कि तू मर भी जाएगा तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। गुंडई करती भाजपा नेत्री कुछ इस अंदाज में आदिवासी किसान को धमका रही थी। सरकार पुलिस हमारे जेब में है तुझे अपनी पहुंच से झुठे छेड़छाड़ का केस लगवा कर जेल में सड़ा दूँगी। अगर तु बचना चाहता है तो हमे 20,000 रुपये दे। प्रार्थी के मुताबिक वह गरीब किसान है, उसके पास उतने पैसे नहीं थे तो कहां से लाता, फिर अपनी जान बचाने के लिये रिश्तेदार चन्द्रशेखर कंवर से 4500 रुपये देने को कहा जो पेट्रोल टंकी के पास पैसा उन लोगों को दिया, उसके बाद उसे छोडा गया।
वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस-
थाना परिसर में ही खुलेआम हो रहे मारपीट पर पुलिस भी मुकदर्शक बनी रही और आदिवासी ग्रामीण को पीटता देख भी बीच बचाव नहीं किया। इस घटना का वीडियो बना रहे लोगों पर भी महिला नेत्री के साथी आपत्ति जताते वीडियो में साफ दिख रहा है। रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने कोरबा एसपी को पत्र लिखकर गुंडागर्दी करने वाली भाजपा नेत्री पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में आदिवासी किसान के साथ इस तरह की घटना से मैं आहत महसूस कर रहा हूं। पूर्व में भी नेता प्रतिपक्ष डा चरण दास महंत ने विधानसभा में कोरबा जिले की पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा चुके हैं जो आज साबित होता है।
गुंडागर्दी करने वाली भाजपा नेत्री व साथियों पर एफआईआर-
पुलिस ने पीड़ित किसान के लिखित आवेदन के आधार आरोपी महिला नेत्री ज्योति महंत सहित अमन कुमार राजपूत, मुकेश राणा व साथियों के विरुद्ध धारा 296, 115 (2), 140 (3), 308 (2) तथा 3(5) बीएनएस के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है। इस बात की भी चर्चा शहर में होती रही कि यदि घटना का वीडियो वायरल नहीं होता तो पुलिस शायद कार्यवाही भी नहीं करती।