CG News: बालको जी-9 प्रोजेक्ट बनाम पर्यावरण का विनाश: पूर्व मंत्री ने CM को पत्र लिखकर हाई पावर कमेटी से जांच कराने की मांग
CG News: बालको जी-9 प्रोजेक्ट का मामला अब गरमाने लगा है। पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर पर्यावरण को विनाश करने वाले बालको के इस प्रोजेक्ट का हाई पावर कमेटी के जरिए जांच कराने की मांग की है। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने सीएम को लिखे पत्र में बताया है कि मल्टी स्टोरी प्रोजेक्ट के लिए बालको प्रबंधन नियमों व पर्यावरण से संबंधित गाइड लाइन का सीधेतौर पर उल्लंघन कर रहा है।

CG News: कोरबा। बालको जी-9 प्रोजेक्ट का मामला अब गरमाने लगा है। पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर पर्यावरण को विनाश करने वाले बालको के इस प्रोजेक्ट का हाई पावर कमेटी के जरिए जांच कराने की मांग की है। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने सीएम को लिखे पत्र में बताया है कि मल्टी स्टोरी प्रोजेक्ट के लिए बालको प्रबंधन नियमों व पर्यावरण से संबंधित गाइड लाइन का सीधेतौर पर उल्लंघन कर रहा है।
पूर्व मंत्री ने बालको प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा, मल्टी स्टोरी प्रोजेक्ट के लिए राज्य शासन द्वारा तय गाइड लाइन का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है। वन भूमि संरक्षण अधिनियम से लेकर नगर नियोजन, राजस्व व पर्यावरण कानूनों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। नियमों को दरकिनार कर बनाए जा रहे प्रोजेक्ट के कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व राजस्व मंत्री ने सीएम को लिखी चिट्टी में बताया है कि बालको प्रबंधन पाड़ीमार-इंदिरा मार्केट क्षेत्र में जी-9 नाम से मल्टी स्टोरी प्रोजेक्ट बनाया है। इसके लिए जो प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार किया गया है वह पूरी तरह भ्रामक होने के साथ ही अवैध है। वन भूमि पर प्रोजेक्ट को खड़ा किया जा रहा है। वन भूमि में निर्माण सहित अन्य गतिविधियों के लिए पर्यावरण विभाग की अनुमति अनिवार्य है। बालको प्रबंधन ने जरुरी अनुमति भी नहीं ली है और निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया है। पेड़ों की कटाई के लिए बालको ने एसडीएम कार्यालय में गलत जानकारी दी थी। जिस जगह पर पेड़ों की कटाई की जानी है, वन भूमि में 450 से अधिक हरे भरे पड़े वर्तमान में खड़े हैं। बालको प्रबंधन ने 172 पेड़ों की रिपोर्ट बनवाकर कटाई की अनुमति के संबंध में एसडीएम कार्यालय में अर्जी लगाई थी। वन भूमि में पीपल, गूलर, सेमल, पलास,आम और बरगद के पुराने हरे भरे पेड़ है। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर एसडीएम कोरबा ने पेड़ काटने की अनुमति नहीं दी है। इसके बाद भी बेरोकटोक निर्माण कार्य चल रहा है। यह सीधेतौर पर प्रशासन के सामने चुनौती है। सार्वजनिक मार्ग पर कब्जा किया जा रहा है। इसके चलते ड्रेनेज सिस्टम और नाला अवरुद्ध हो गया है। बाउंड्रीवाल के निर्माण के लिए सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा है। पूर्व मंत्री ने कहा कि अवैध प्रोजेक्ट पर पर्दा डालने के लिए 17 नवंबर को बालको प्रबंधन ने भूमिपूजन कराया गया है। इस प्रोजेक्ट को जनहित में बताया जा रहा है। बालको के इस दावे का दूर-दूर तक नाता नहीं है। इस प्रोजेक्ट से आम लोगों को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है। इस दावे के विपरीत प्रोजेक्ट के लिए सार्वजनिक मार्ग को बंद किया जा रहा है। मिनीमाता चौक से इंदिरा मार्केट को जोड़ने वाली मुख्य सार्वजनिक मार्ग को बंद किया जा रहा है। इससे व्यवसायियों के साथ छात्रों, यात्रियों व टाउनशिप के नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। पूर्व मंत्री ने सीएम से प्रोजेक्ट के निर्माण पर रोक लगाने और हाईपावर कमेटी से जांच की मांग की है।
