CG News: 49 साल से अधूरी सिंचाई परियोजना पर भड़के सीएम, बोले, समय पर काम नहीं हुआ तो गड्ढा पाटकर लौटाएंगे किसानों को जमीन
CG News: बेलगामी अफसरशाही का नमूना देखिए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर में आज से 49 साल पहले हल्दीमुंडा सिंचाई परियोजना शुरू की गई थी। तब लागत 29 लाख रुपये थे। अफसरों के ढीले ढाले रवैये और लापरवाही के चलते प्रोजेक्ट अब तक अधूरा है। आलम ये कि प्रोजेक्ट की लागत बढ़कर 79 करोड़ तक पहुंच गई है। विभाग के लापरवाही से भड़के सीएम विष्णुदेव साय ने दोटूक कहा, समय पर परियोजना पूरी नहीं हुई तो गड्ढे पाटकर जमीन किसानों को वापस लौटा देंगे। सीएम की नाराजगी से अफसरों में हड़कंप मच गया है।

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CG News: रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले में एक सिंचाई परियोजना 49 साल से अधूरी पड़ी हुई है। किसानों को जो सपना दिखाया था अब तक पूरा नहीं हो पाया है। विभागीय अफसरों की लापरवाही और लेटलतीफी से नाराज मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने अफसरों को आड़ेहाथों लेते हुए जमकर फटकार लगाई। नाराज सीएम ने अफसरों से दोटूक कहा कि प्रोजेक्ट को पूरा नहीं कर पा रहे हो तो बता दें। गड्ढों को पाटकर किसानों की जमीन हम वापस कर देंगे। सीएम के कड़े रूख से अफसरों में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि सिंचाई परियाेजना की बंद पड़ी फाइल जल्द खुलेगी। परियोजना पूरी होने से किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिलेगा। सीएम की सख्ती और कड़े रवैये के बाद एक बार फिर परियोजना के पूरी होने की आस जशपुरवासियों को जगी है।
यकीन नहीं होता कि 49 साल पहले सिंचाई परियोजना के लिए 29 लाख रुपये का बजट तय किया गया था। जल संसाधन विभाग के अफसरों की लापरवाही का नतीजा देखिए, मौजूदा दौर में परियोजना को पूरा करने के लिए 79 करोड़ रुपये की जरुरत पड़ेगी। सीएम विष्णुदेव साय ने जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक ले रहे थे। इसी दौरान यह मामला सामने आया। यह सुनते ही सीएम साय भड़क गए और अफसरों पर जमकर नाराजगी जताई। सीएम की नाराजगी अफसरों पर अब भारी पड़ने लगी है। मतलब भी साफ है। आमतौर पर सीएम साय बेहद शालीनता के साथ बातचीत करते हैं। अफसरों के निर्देश में उनकी शालीनता झलकती है। पर जब किसानों की बात आई और प्रोजेक्ट के लंबे समय से अधूरे रहने का मामला आया, उनकी नाराजगी भी उसी अंदाज में सामने आई। किसानों की सुविधा को लेकर अफसरों पर जमकर बरसे।
जशपुर के हल्दीमुंडा सिंचाई परियोजना के लिए प्रोजेक्ट के अलाइमेंट में आने वाली किसानों की जमीन का अधिग्रहण भी कर लिया गया है। जमीन अधिग्रहण के बाद भी परियोजना अब तक पूरी नहीं हो पाई है। सिंचाई परियोजना का लाभ किसानों को मिलना है। किसानों से जमीन लेने के बाद भी परियोजना के अब तक पूरा ना होने पर सीएम साय ने नाराजगी जताई थी। उनका सवाल था कि जिनकी जमीनें ली,जिनको सुविधा मिलनी है,उनको अब तक सुविधा ही नहीं मिल पा रही है। अफसरों से कहा कि परियोजना पूरी नहीं कर पा रहे हैं तो गड्ढों को पाटकर हम किसानों को उनकी जमीन वापस कर देते हैं। कम से कम वे अपनी जमीन पर खेती तो करेंगे। नाराज सीएम ने कहा कि ना तो परियोजना पूरी कर पा रहे हैं और ना ही किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ ही दे पा रहे हैं। नाराज सीएम ने कहा कि यह तो समझ में आ रहा है कि विभाग और अफसर किस तरह काम कर रहे हैं।
