CG: प्रेमी की हत्या, लिव-इन रिलेशनशिप में दोनों पिछले एक माह से रह रहे थे साथ, सच्चाई पता चलने पर महिला ने सब्बल से वार कर मार डाला...
CG: थाना उतई की बड़ी कार्यवाही, अंधे कत्ल की सनसनी खेज वारदात का किया गया खुलासा... मृतक के साथ पिछले एक माह से लीव-ईन में रह रही महिला ही निकली कातिल
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में लिव-इन में रह रहे शादी शुदा प्रेमिका ने प्रेमी की हत्या कर दी। महिला ने सब्बल से वार कर प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया। हत्या की इस वारदात के बाद महिला अपने ससुराल भाग गई थी, जिसे उतई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानिए पूरी कहानी
घटना का विवरण इस प्रकार है कि 12 अगस्त को हितेन्द्र सिन्हा ने डॉयल 112 को कॉल करके सूचना दिया कि ग्राम चुनकट्टा के चौहान बाड़ी में बने मकान में बाड़ी का चौकीदार मोहन साहू गंभीर रूप से घायल है। चौकीदार के कान व शरीर में चोंट के निशान है। इस सूचना पर तत्काल डॉयल 112 व 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंचकर घायल मोहन साहू को तत्काल शासकीय अस्पताल उतई पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया।
एसपी जितेन्द्र शुक्ला, ASP (ग्रामीण) देवव्रत सिरमौर एवं SDOP पाटन आशीष कुमार बंछोर के द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी उतई विपिन रंगारी को जांच के निर्देश दिए। जांच दौरान बाड़ी के मालिक हितेन्द्र सिन्हा एवं अन्य से पूछताछ करने पर पता चला कि मृतक मोहन साहू ग्राम चुनकट्टा के चौहान बाड़ी में हितेन्द्र सिन्हा के खेत में बने मकान में अकेले रहकर पिछले 3 साल से रखवाली करता था। करीबन एक माह पूर्व मृतक मोहन साहू अपने साथ किसी द्रोपती उर्फ रानी नाम की महिला को अपने साथ रखा हुआ है, जिसे पूछने पर उसको चुड़ी पहना कर अपनी पत्नी बनाकर साथ रखना बताया था। उस महिला के पता के संबंध में कोई जानकारी नहीं होना बताये।
आरोपी शराब का आदि
मोहन साहू उड़ीसा का रहने वाला था और शराब पीने का आदी था। शराब पीने के बाद महिला के साथ उसका वाद विवाद होते रहता था। 12 अगस्त को बाड़ी मालिक हितेन्द्र सिन्हा सुबह मोहन साहू को मोबाइल लगा रहा था किन्तु मोहन साहू का मोबाइल बंद बता रहा था। तब हितेन्द्र सिन्हा 8.09 बजे चौहान बाड़ी चुनकट्टा खेती देखने गया तो देखा कि मोहन साहू जिस कमरे में रहता था, उस कमरे के दरवाजे में बाहर से ताला बंद था, किन्तु कमरे के अंदर से मोहन साहू के कराहने की आवाज आ रही थी तब हितेन्द्र सिन्हा द्वारा कमरे का ताला तोड़कर अन्दर जाकर देखा तो मोहन साहू गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा था। उसके साथ रहने वाली महिला द्रोपती उर्फ रानी का कही अता पता नहीं था। मोहन साहू का मोबाइल भी कमरे में नही था। घायल मोहन साहू को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। मृतक के शव का पंचानों की उपस्थिति में पंचनामा की कार्यवाही कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
विशेष टीम का गठन
घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम का गठन किया गया। हत्या के साक्ष्य व सबूत जुटाने तथा हत्या के संदेही महिला की पता तलाश के निर्देश दिये गए। टेक्निकल इनपुट के आधार पर सूचना प्राप्त हुई कि मृतक मोहन साहू के साथ रहने वाली महिला द्रोपती उर्फ रानी ग्राम तिल्दा थाना लवन जिला बलौदाबाजार की रहने वाली है। जिसे पता तलाश कर पूछताछ हेतु थाना उतई तलब किया गया। संदेही महिला द्रोपती डहरिया उर्फ रानी पति केशन डहरिया उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम बोडराबांधा थाना छुरा गरियाबंद और ससुराल ग्राम तिल्दा थाना लवन बलौदाबाजार की रहनी वाली है। पुछताछ में महिला ने मोहन साहू की हत्या करने की बात स्वीकार की। महिला ने बताया कि 14 जुलाई 2024 को अपने पति केशर डहरिया को मां बाप के पास जाना बताकर बस बैठकर रायपुर आई। रेल्वे स्टेशन रायपुर आकर अकेली बैठी थी तभी एक आदमी जिसने अपना नाम मोहन साहू बताया और उसने पूछा कि कहां जा रही हो अकेली कैसे बैठी हो। साथ ही अपने साथ चलने बोला, जिसके बाद उसके साथ बस बैठकर ग्राम चुनकट्टा बाड़ी में आ गई। बाड़ी में कमरा बना हुआ था वहां रूके। मोहन साहू खेत की देखरेख करता था उस खेत का मालिक रोज खेत घूमने के लिए आता था। मोहन साहू तथा द्रोपती उर्फ रानी से बातचीत करता था। उसी कमरे में दोनों पति पत्नी की तरह रहने लगे। मोहन साहू 2-3 दिन ठीक रहने के बाद पता चला कि शराब पीने का आदी है।
मारपीट और शराब पीने से थी परेशान
शराब पीने के बाद मारपीट करता था, जिससे परेशान होकर वापस अपने घर जाने की बात कहने पर मोहन साहू द्रोपती को धमकी देता था कि तुम्हारा वीडियो बनाया हूँ तुम यदि अपने घर जाने की जिद करोगी तो तुम्हारे पति को वीडियो भेज दूंगा। मोहन साहू की हरकतों से परेशान होकर उसकी हत्या करने की प्लानिंग की। 11 अगस्त को रात में शराब पीने से मोहन साहू को नशा हुआ, जिसके बाद महिला को गाली गलौज कर मारपीट करने लगा। विवाद के बाद मोहन साहू रात में सो गया। 12. की सुबह 4 बजे द्रोपती उठकर बगल के कमरे में रखे लोहे के सब्बल से 3 बार वार की। घटना में मोहन साहू बेहोश हो गया, जिसके बाद कमरे के दरवाजे में ताला लगाकर वहां से भागकर अपने ससुराल चली गई। 18 अगस्त को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी उतई निरीक्षक विपिन रंगारी, उप निरीक्षक कमल सिंह सेंगर, सउनि राजकुमार देशमुख, हेमलता वर्मा प्र०आर० हेमन्त चंदेल, तुलसी बिंझेकर, आरक्षक दुष्यंत लहरे, विजय कुर्रे, भूपेन्द्र साहू, छगन लाल, मुकेश यादव, महिला आरक्षक कीर्ति साहू की सराहनीय भूमिका रही हैं।