CG Medical Education:– आखिरी राउंड में एमबीबीएस– बीडीएस में एडमिशन पाए 114 अभ्यर्थियों की सूची चिकित्सा शिक्षा विभाग ने की रद्द
CG Medical Education: एमबीबीएस– बीडीएस कोर्सों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग के स्ट्रे वैकेंसी यानी आखिरी राउंड के माध्यम से आबंटित 114 सीटों की आवंटन सूची को रद्द कर दिया गया है। इन अभ्यर्थियों को 17 नवंबर तक मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेना था। पर एनएमसी के मेल के बाद डीएमई ने सूची रद्द कर दी है।

CG Medical Education: Raipur रायपुर। एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सों में प्रवेश के लिए जारी आखिरी चरण की आवंटन सूची संचालक चिकित्सा शिक्षा कार्यालय ने रद्द कर दी है। एमबीबीएस की 51 खाली सीटों और 63 बीडीएस की खाली सीटों में प्रवेश के लिए स्ट्रे वैकेंसी राउंड के आवंटन की सूची जारी की गई थी। जारी सूची के अनुसार आवंटित अभ्यर्थियों को 17 नवंबर तक के संबंध मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेना था। पर नेशनल मेडिकल काउंसिल की मेडिकल काउंसिल कमेटी के आदेश के बाद यह सूची रद्द की गई है।
प्रदेश के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश हेतु कल शनिवार की सुबह स्ट्रे वैकेंसी राउंड यानी आखिरी राउंड के लिए आवंटन सूची जारी की गई थी। विभिन्न मेडिकल कॉलेज में रिक्त 114 एमबीबीएस– बीडीएस सीटों के लिए यह सूची जारी की गई थी। इनमें एमबीबीएस की 51 खाली सीटों और 63 बीडीएस की खाली सीटों में प्रवेश दिया जाना था। आवंटित अभ्यर्थियों को संबंधित मेडिकल कॉलेजों में 17 नवंबर तक प्रवेश लेना था। पर इसी बीच नेशनल मेडिकल काउंसिल की मेडिकल काउंसिल कमेटी के आदेश के बाद इस सूची को रद्द कर दिया गया। कॉल डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन के ऑफिशियल मेल में दोपहर को नेशनल मेडिकल काउंसिल का मेल आया। नेशनल मेडिकल काउंसिल के अनुसार कई अभ्यर्थियों को ऑल इंडिया कोटे के तहत सीटें मिली हैं। इन्हीं अभ्यर्थियों को कई राज्यों में स्टेट कोटे के तहतभी सीटें आबंटित कर दी गई है। जिसके चलते समस्या उत्पन्न हो गई और अभ्यर्थियों को फिल्टर कर नई आवंटन सूची बाद में जारी करने का निर्णय एनएमसी ने लिया है।
एनआरआई की महंगी सभी सीटें पैक, मैनेजमेंट की खाली
काउंसिलिंग के तीन राउंड में एनआरआई कोटे की महंगी 120 से ज्यादा सीटें भर गईं हैं। अब केवल मैनेजमेंट व स्टेट कोटे की सीटें खाली हैं। इनमें 41 मैनेजमेंट व 10 स्टेट कोटे की सीटें शामिल हैं। दूसरे राउंड के बाद एनआरआई कोटे की 32 फीसदी यानी 57 सीटें खाली थीं। दरअसल इतनी सीटें खाली होने का कारण सितंबर में अचानक बढ़ी सीटें हैं। सीटें खाली रहने के कारण निजी मेडिकल कॉलेज वाले सीटों को लेकर मोलभाव भी कर रहे हैं। दरअसल ये इसलिए किया जा रहा था ताकि सीटें खाली न रहें और कॉलेज को नुकसान न उठाना पड़े।
113 नीट स्कोर में एडमिशन इसलिए प्रवेश में मारामारी
एनआरआई सीटों में प्रवेश के लिए मारामारी रहती है। ये इसलिए क्योंकि इसमें कम नीट स्कोर में प्रवेश हो जाता है। इस साल 720 में केवल 113 नंबर पाने पर निजी कॉलेज में एडमिशन हो गया था। इसमें करोड़पति लोग एनआरआई स्पांसर्ड कोटे के तहत प्रवेश कराते हैं। इसमें दो पीढ़ी तक के रिश्तेदार प्रवेश ले सकते हैं। सीटें बढ़ने के पहले कॉलेज 1.30 करोड़ रुपए में एडमिशन दे रहे थे। बाद में फीस 15 लाख घटाकर 1.15 करोड़ रुपए कर दी गई है। हालांकि कोर्स की अधिकृत फीस 1.38 करोड़ है। यही नहीं छात्र लाने वाले को 5 लाख रुपए देने का ऑफर भी दिया गया। एक निजी कॉलेज को सितंबर में जीरो ईयर होने के बाद भी 100 सीटों की मान्यता दी गई है। वहां सभी 15 एनआरआई की सीटें खाली थीं, जो पैक हो गई।
