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CG Police Range: छत्तीसगढ़ में कितने पुलिस रेंज हैं? जानें क्या है इनका काम और भर्ती प्रक्रिया की पूरी डिटेल्स

CG Police News: क्या आप जानते हैं कि अब छत्तीसगढ़ में कुल कितनी पुलिस रेंज हैं और राज्य की सुरक्षा की रणनीतियाँ क्या हैं? आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ पुलिस से जुडी सारी महत्वपूर्ण जानकारियां...

CG Police Range: छत्तीसगढ़ में कितने पुलिस रेंज हैं, जानें क्या है इनका काम और भर्ती प्रक्रिया की पूरी डिटेल्स
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By Harrison Masih
CG Police Range: छत्तीसगढ़ पुलिस ने हाल ही में अपनी प्रशासनिक व्यवस्था (Administrative system) में बदलाव किया है। राज्य में अब कुल 8 पुलिस रेंज हैं, जो पहले छह थीं। इस बदलाव के तहत रायगढ़ और राजनांदगांव को नए रेंज के रूप में शामिल किया गया है। यह कदम राज्य की पुलिस तंत्र (CG Police System) को और अधिक मजबूत, प्रशासनिक और परिचालन की नजर से सक्षम बनाने के लिए उठाया गया है।
छत्तीसगढ़ की 8 पुलिस रेंज और उनका महत्व
छत्तीसगढ़ पुलिस राज्य को पुलिस प्रशासन और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विभिन्न रेंजों में विभाजित करती है। प्रत्येक रेंज का नेतृत्व पुलिस महानिरीक्षक (Inspector General of Police-IGP) या उससे वरिष्ठ अधिकारी करते हैं। इन रेंजों का कार्यक्षेत्र विभिन्न जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखना और अपराध नियंत्रण सुनिश्चित करना है।
छत्तीसगढ़ के प्रमुख पुलिस रेंज इस प्रकार हैं:
रायपुर रेंज
IGP: श्री अमरेश मिश्रा- रायपुर रेंज राज्य की राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने का कार्य करती है।
दुर्ग रेंज
IGP: श्री रामगोपाल गर्ग-
दुर्ग रेंज छत्तीसगढ़ के औद्योगिक और शहरी क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
बिलासपुर रेंज
IGP: श्री संजीव शुक्ला- बिलासपुर रेंज राज्य के पुलिस प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और क्षेत्रीय अपराध नियंत्रण की जिम्मेदारी संभालती है।
सरगुजा रेंज
IGP: श्री दीपक झा- सरगुजा रेंज का मुख्यालय अंबिकापुर में स्थित है और यह प्रदेश के उत्तरी जिलों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय है।
बस्तर रेंज
IGP: श्री पी. सुंदरराज- बस्तर रेंज बस्तर संभाग में कार्यरत है। यह क्षेत्र आदिवासी बहुल और सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
रायगढ़ रेंज- नया रेंज, हाल ही में बनाया गया है। रायगढ़ रेंज राज्य के मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराध नियंत्रण में सक्रिय भूमिका निभाएगी।
राजनांदगांव रेंज
IGP: श्री अभिषेक शांडिल्य-
इस रेंज में चार जिले शामिल हैं – कबीरधाम, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, राजनांदगांव और मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी।
अप्रैल 2025 में 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिषेक शांडिल्य को इस रेंज का नया IGP नियुक्त किया गया।
नया रायपुर रेंज- यह रेंज विशेष रूप से नव रायपुर और आसपास के क्षेत्रों में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है।


छत्तीसगढ़ में कितने पुलिस थाने हैं?

राज्य में कुल 512 पुलिस थाने हैं, जिनमें से 482 नियमित पुलिस थाने और 32 ट्रैफिक पुलिस थाने शामिल हैं। भविष्य में नए पुलिस थाने खोलने की योजना भी है।



छत्तीसगढ़ पुलिस का पदानुक्रम (Post hierarchy of Chhattisgarh Police)

छत्तीसगढ़ पुलिस का पदानुक्रम अन्य राज्यों की पुलिस व्यवस्था के समान है। यह पदानुक्रम नई भर्ती, प्रशिक्षण और पदोन्नति की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कांस्टेबल – प्रवेश स्तर का पद, उम्मीदवार लिखित परीक्षा और शारीरिक परीक्षा के आधार पर चुने जाते हैं।
हेड कांस्टेबल – कांस्टेबल के बाद अनुभव और प्रशिक्षण के आधार पर पदोन्नति।
सहायक उप-निरीक्षक (ASI) – विभागीय परीक्षा और प्रदर्शन के आधार पर पदोन्नति।
सब-इंस्पेक्टर (SI) – चौकियों के इंचार्ज, विभागीय परीक्षा और अनुभव आवश्यक।
इंस्पेक्टर – SI से पदोन्नति, अनुभव और उत्कृष्ट प्रदर्शन आवश्यक।
सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP)/DSP – IPS या राज्य पुलिस सेवा से चयन।
पुलिस अधीक्षक (SP)/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) – जिला स्तर पर नेतृत्व।
पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) – उच्च प्रशासनिक जिम्मेदारी।
पुलिस महानिरीक्षक (IG)/ADGP – राज्य में महत्वपूर्ण पुलिस प्रशासनिक जिम्मेदारी।
पुलिस महानिदेशक (DGP) – राज्य में सर्वोच्च पुलिस पद।
छत्तीसगढ़ में वर्तमान पुलिस प्रमुखों में प्रमुख हैं:
श्री अरुण देव गौतम – DGP, पुलिस मुख्यालय रायपुर
श्री अमरेश मिश्रा – IGP, रायपुर रेंज
श्री रामगोपाल गर्ग – IGP, दुर्ग रेंज
श्री दीपक झा – IGP, सरगुजा रेंज
श्री संजीव शुक्ला – IGP, बिलासपुर रेंज
श्री पी. सुंदरराज – IGP, बस्तर रेंज
श्री अभिषेक शांडिल्य – IGP, राजनांदगांव रेंज
छत्तीसगढ़ पुलिस बनने की प्रक्रिया
छत्तीसगढ़ में पुलिस बनने के लिए उम्मीदवारों को एक क्रमिक प्रक्रिया से गुजरना होता है। प्रक्रिया इस प्रकार है:
ऑनलाइन आवेदन: उम्मीदवार छत्तीसगढ़ पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं। आवेदन के बाद ही उम्मीदवार अगली प्रक्रिया के लिए पात्र माने जाते हैं।
लिखित परीक्षा: लिखित परीक्षा में सामान्य ज्ञान, तर्क, संख्यात्मक क्षमता और समसामयिक घटनाओं जैसे विषय शामिल होते हैं। यह एक बहुविकल्पीय परीक्षा होती है। परीक्षा पास करना भर्ती प्रक्रिया का अनिवार्य चरण है।
शारीरिक परीक्षण (Physical Test):
शारीरिक मानक परीक्षण (PST): उम्मीदवार की ऊंचाई, वजन और छाती की माप जाँची जाती है।
शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET): इसमें दौड़, कूद और अन्य शारीरिक गतिविधियाँ शामिल होती हैं। पुरुष और महिला उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग मानक तय होते हैं। PST और PET में पास होना अनिवार्य है।



दस्तावेज़ सत्यापन:

शारीरिक परीक्षण के बाद उम्मीदवारों के सभी मूल दस्तावेज़ों की जांच की जाती है। इसमें शिक्षा प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ शामिल होते हैं।
ट्रेड टेस्ट (यदि लागू हो):
कुछ पदों, जैसे कांस्टेबल (ड्राइवर) या कांस्टेबल (ट्रेडसमैन) के लिए ट्रेड में दक्षता का परीक्षण किया जाता है। यह चरण सुनिश्चित करता है कि उम्मीदवार अपने ट्रेड या विशेष कार्य में कुशल हैं।
मेडिकल टेस्ट:
सभी चरणों को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले उम्मीदवारों को पुलिस में भर्ती के लिए शारीरिक रूप से फिट घोषित करने हेतु मेडिकल जांच से गुजरना होता है। यह अंतिम चरण उम्मीदवार की स्वास्थ्य और शारीरिक क्षमता सुनिश्चित करता है। छत्तीसगढ़ पुलिस में भर्ती प्रक्रिया इस प्रकार सुनिश्चित करती है कि केवल योग्य, फिट और सक्षम उम्मीदवार ही राज्य के सुरक्षा तंत्र का हिस्सा बन सकें।

राज्य में पुलिस रेंज का महत्व

छत्तीसगढ़ पुलिस रेंज राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराध नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण हैं। रेंजों का कार्यक्षेत्र जिलेवार होता है और प्रत्येक रेंज में कई पुलिस थाने और ट्रैफिक थाने शामिल होते हैं। इन रेंजों के माध्यम से:

अपराध की निगरानी और नियंत्रण किया जाता है। आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ समय पर कार्रवाई होती है। नागरिकों को सुरक्षा और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जाती है। पुलिस प्रशासन को संगठनात्मक दृष्टि से मजबूत बनाया जाता है।

छत्तीसगढ़ पुलिस की नई व्यवस्था और रेंज विस्तार राज्य की कानून और व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। 8 पुलिस रेंज, 512 पुलिस थाने, और सुव्यवस्थित पदानुक्रम पुलिस बल को बेहतर ढंग से प्रशासनिक और परिचालन जिम्मेदारियाँ निभाने में सक्षम बनाते हैं।

साथ ही, पुलिस बनने की व्यापक और कठिन प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि राज्य में केवल योग्य और फिट उम्मीदवार ही पुलिस सेवा में शामिल हों। इस प्रकार छत्तीसगढ़ पुलिस नागरिकों की सुरक्षा, अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने में एक मजबूत और सक्षम बल के रूप में कार्य कर रही है।

छत्तीसगढ़ पुलिस का मुख्य उद्देश्य

छत्तीसगढ़ पुलिस राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार मुख्य बल है। इसके कार्यों में नियमित गश्त, अपराधों की रोकथाम और जांच, संदिग्धों से पूछताछ, एफआईआर दर्ज करना, साक्ष्य एकत्र करना और गिरफ्तारियां करना शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस आपातकालीन परिस्थितियों में भी सक्रिय रहती है, जैसे आग, दुर्घटना या अन्य किसी आपात स्थिति में तत्काल मदद प्रदान करना।

पुलिस अधिनियम और सरकारी निर्देश

छत्तीसगढ़ पुलिस का संगठन और कार्यप्रणाली छत्तीसगढ़ पुलिस अधिनियम द्वारा परिभाषित की गई है। यह अधिनियम पुलिस के संगठन, जोन और रेंज की संरचना, अधिकारियों की नियुक्ति और अनुशासनात्मक कार्रवाई जैसे विभिन्न पहलुओं को नियमित करता है। इसके अलावा, राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय समय-समय पर दिशा-निर्देश और आदेश जारी करते हैं, जिनका पालन करना सभी अधिकारियों के लिए अनिवार्य होता है।

अनुशासन और भर्ती नियम

पुलिस में अनुशासन बनाए रखने के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं, जिनमें दंडनीय कृत्यों और अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रियाएं शामिल हैं। भर्ती के लिए भी स्पष्ट नियम हैं, जिनमें आयु सीमा, निवास स्थान और आवश्यक शैक्षिक योग्यताएं तय की गई हैं। ये सभी नियम यह सुनिश्चित करते हैं कि पुलिस में केवल योग्य, प्रशिक्षित और कर्तव्यनिष्ठ उम्मीदवार ही शामिल हों।

पुलिस के प्रमुख कार्य और जिम्मेदारियाँ

छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सल-प्रभावित जिलों में विशेष अभियान चलाती है, यातायात प्रबंधन करती है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। इसके अलावा, पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग करते हुए अपने दैनिक कार्यों और आपराधिक मामलों की जांच में सक्षम होती है। इस तरह, छत्तीसगढ़ पुलिस राज्य के हर हिस्से में कानून और सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक सशक्त और महत्वपूर्ण बल के रूप में कार्य करती है।

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