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CG Mausam Update: छत्तीसगढ़ में मानसून का कहर बरकरार, जानें अगले तीन दिनों तक कैसा रहेगा मौसम

छत्तीसगढ़ में मानसून की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों के लिए पूरे प्रदेश में चेतावनी जारी की है। जानें आगामी दिनों कैसा रहेगा मौसम...

छत्तीसगढ़ मौसम अपडेट: छत्तीसगढ़ में मानसून बरकरार
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By Harrison Masih

CG Mausam Update: छत्तीसगढ़ में मानसून की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों के लिए पूरे प्रदेश में बारिश, बादल गरजने और तेज हवाओं के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। राज्य के 28 जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। राज्य में अब तक औसतन 994 मिमी बारिश दर्ज की गए है। इस साल के मानसून की लगभग 87 प्रतिशत वर्षा हो पूरी हो चुकी है। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है, जिससे बाढ़ जैसी स्थितियाँ बन सकती हैं।

रायपुर में बदला मौसम

राजधानी रायपुर में गुरुवार सुबह अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान बादलों से घिर गया और बारिश शुरू हो गई। इस दौरान ठंडी हवाओं के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने रायपुर सहित आसपास के जिलों में अगले 72 घंटों तक बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है।

बीते 5 वर्षों का आकड़ां

बीते पांच वर्षों में मानसून की शुरुआत की तारीख और वर्षा का डेटा निम्नलिखित है:

  • साल मानसून की शुरुआत वर्षा (मिमी)
  • 2019 - 22 जून - 1046.1 मिमी
  • 2020 - 14 जून - 985.6 मिमी
  • 2021 - 13 जून - 1009.3 मिमी
  • 2022 17 जून 1052.5 मिमी
  • 2023 24 जून 873.1 मिमी

इस डेटा के मुताबिक, 2023 में मानसून अपेक्षाकृत देरी से आया और वर्षा में गिरावट भी दर्ज की गई, जबकि 2022 और 2019 में अच्छी वर्षा देखी गई।

2024 में मानसून का प्रभाव

2024 के मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर) में भारत में 934.8 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 8% अधिक थी। यह आंकड़ा 2020 के बाद सबसे अधिक वर्षा को दर्शाता है।

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में अगले तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। कुछ स्थानों पर मूसलधार वर्षा और तेज हवाओं के साथ आकाशीय बिजली गिरने की स्थिति बन सकती है। तेज हवाओं की रफ्तार 30-40 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। विभाग ने इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।

मानसून की स्थिति

इस वर्ष मानसून द्रोणिका उत्तर-पूर्व अरब सागर से बंगाल की खाड़ी तक एक्टिव है, जिससे प्रदेश में तेज बारिश हो रही है। इसके साथ ही दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के ऊपर ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा बना हुआ है, जो छत्तीसगढ़ में बारिश को और बढ़ा रहा है।

अब तक की वर्षा का डेटा

2025 में अब तक छत्तीसगढ़ में औसतन 971.5 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। कुछ प्रमुख जिलों में वर्षा के आंकड़े इस प्रकार हैं:

  • रायपुर संभाग: रायपुर (831.0 मिमी), बलौदाबाजार (705.3 मिमी)
  • बिलासपुर संभाग: बिलासपुर (990.6 मिमी), रायगढ़ (1188.7 मिमी)
  • दुर्ग संभाग: दुर्ग (769.6 मिमी), बालोद (1031.5 मिमी)
  • सरगुजा संभाग: सूरजपुर (1017.2 मिमी), बलरामपुर (1347.5 मिमी)
  • बस्तर संभाग: बीजापुर (1312.4 मिमी), दंतेवाड़ा (1333.6 मिमी)

मानसून में असमान वर्षा

2024 में, बस्तर जिला सबसे अधिक बारिश वाला जिला रहा, जहां 1358.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, बेमेतरा जिला सबसे कम बारिश वाला जिला रहा, जहां केवल 475.1 मिमी बारिश हुई। इस तरह के असमान वितरण ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थितियाँ उत्पन्न कर दी हैं।

2024 में छत्तीसगढ़ में बाढ़ जैसी स्थितियाँ

इस वर्ष प्रदेश में मानसूनी बारिश ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। इस वर्ष, बीजापुर और बलरामपुर जिलों में अतिभारी बारिश हुई है, जहां बीजापुर में प्रदेश के औसत से दोगुना बारिश हुई है।

कृषि पर प्रभाव

कुल मिलाकर, इस बार प्रदेश के भीतर बारिश ने किसानों के लिए मिश्रित अनुभव प्रस्तुत किया है। 26 जिलों में सामान्य बारिश हुई है, जिससे कृषि गतिविधियों में अच्छी वृद्धि हो रही है। हालांकि, कुछ जिलों में अत्यधिक वर्षा से फसलें भी प्रभावित हुई हैं।

2014 से 2023 तक बारिश के आँकड़े

छत्तीसगढ़ में पिछले 10 वर्षों में औसत से अधिक बारिश हुई है। विशेष रूप से 2019, 2020, और 2022 में राज्य में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई:

  • साल वर्षा (मिमी)
  • 2019 1281.4 मिमी
  • 2020 1250.5 मिमी
  • 2022 1287.9 मिमी
  • 2023 1059.0 मिमी
  • 2024 1406.4 मिमी

2024 में बस्तर क्षेत्र में वर्षा के सबसे अधिक आंकड़े दर्ज हुए हैं।

इस वर्ष छत्तीसगढ़ में मानसून ने उम्मीद से ज्यादा जोर पकड़ा है और आगामी कुछ दिनों में तेज बारिश और आकाशीय बिजली की गतिविधियाँ देखने को मिल सकती हैं। किसानों को सामान्य बारिश से राहत मिली है, लेकिन बाढ़ जैसी स्थितियों ने प्रदेश के कुछ हिस्सों में मुश्किलें भी पैदा की हैं। आगामी दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना है।

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