CG MBBS News: प्राइवेट मेडिकल कॉलेज छात्रों से वसूल रहे लाखों की बैंक गारंटी, IMA प्रेसिडेंट ने लगाई गुहार तो, CM ने दिए ये निर्देश
रायपुर। प्रदेश के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में भर्ती के समय ली जाने वाली बैंक गारंटी को वापस करवाने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत इसे संज्ञान में लेते हुए सचिव चिकित्सा शिक्षा और संचालक चिकित्सा शिक्षा को परीक्षण हेतु नोटशिट भी भेज दी है।
प्रदेश में शासकीय के साथ ही तीन प्राइवेट मेडिकल कॉलेज संचालित है। जिसमें रिम्स मेडिकल कॉलेज रायपुर, बालाजी मेडिकल कॉलेज रायपुर, तथा शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज प्राइवेट कॉलेज है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्रों की भर्ती के समय 6 लाख रुपए की बैंक गारंटी ली जा रही है। जिसे वापस करवाने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन छत्तीसगढ के अध्यक्ष डॉक्टर राकेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा है।
अपने पत्र में डॉक्टर राकेश गुप्ता ने बताया है कि छत्तीसगढ़ के प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्रों की भर्ती हेतु बैंक गारंटी ली जा रही है, जो विभिन्न प्रदेशों के हाईकोर्ट के आदेशों के अनुसार लिया जाना उचित नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र के साथ हाईकोर्ट के निर्णय और समाचार पत्रों के लिंक को भी संलग्न किया है। साथ ही डॉक्टर गुप्ता ने बैंक गारंटी राशि को प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों से वापस करवाने के लिए निर्देशित करने का अनुरोध किया है। डॉ गुप्ता ने अपने पत्र में निवेदन किया है कि परीक्षण उपरांत बैंक गारंटी फीस वापस करवाने के जनहित के निर्णय से मध्यम वर्गीय एवं निम्न मध्यम वर्गीय सैकड़ो छात्रों को वित्तीय राहत मिलेगी और वह लाभान्वित होंगे।
वहीं विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईएमए के खत को संज्ञान में लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सचिव चिकित्सा शिक्षा और डीएमई चिकित्सा शिक्षा को मामले के परीक्षण के लिए नोटशीट बढ़ा दी है।