CG Liquor Scam: शराब घोटाला: ED की फाइनल चार्जशीट में 29 नए आरोपी, सुप्रीम कोर्ट से बेल के बाद घोटालेबाज अफसरों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
CG Liquor Scam: ED ने स्पेशल कोर्ट ने फाइनल चार्जशीट पेश कर दिया है। 3200 करोड़ के शराब घोटाले में ईडी ने 29 हजार 800 पन्नों के अंतिम चार्ज शीट में 59 लोगों को नए आरोपी बनाया है। ईडी ने फाइनल कंप्लेंट रिपोर्ट में दावा किया कि सिंडकेट ने 81 लोगों को शामिल कर छत्तीसगढ़ में संगठित अपराध के तहत घोटाले को अंजाम दिया है।

CG Liquor Scam: ED ने स्पेशल कोर्ट ने अंतिम चार्जशीट पेश कर दिया है। 2800 करोड़ के शराब घोटाले में ईडी ने 29 हजार 800 पन्नों के अंतिम चार्ज शीट में 59 लोगों को नए आरोपी बनाया है। ईडी ने फाइनल कंप्लेंट रिपोर्ट में दावा किया कि सिंडकेट ने 81 लोगों को शामिल कर छत्तीसगढ़ में संगठित अपराध के तहत घोटाले को अंजाम दिया है। घोटाले की राशि को अफसरों ने विदेश में निवेश किया। विदेश में रह रहे अपने रिश्तेदारों और परिजनों के नाम भारी भरकम निवेश करने का दावा ईडी ने किया है। दुबई,नीदरलैंड और लंदन को निवेश में घोटाले की राशि इंवेस्ट किया गया है।
छत्तीसगढ़ में 3200 करोड़ के शराब घोटाले की दो साल की जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय ED ने स्पेशल कोर्ट में 29 हजार 800 पन्नों का फाइनल कंप्लेंट परिवाद पेश किया है। इसमें 22 गिरफ्तार अधिकारी, कारोबारी और नेताओं समेत कुल 81 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इन पर 2800 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। ईडी ने प्रदेश में हुए शराब घोटाले को संगठित अपराध माना है।
ईडी के अनुसार आबकारी विभाग में घोटाले के लिए कारोबारी अनवर ढेबर, आईटीएस अरुणपति त्रिपाठी, रिटायर आईएएस अनिल टुटेजा और सौम्या चौरसिया ने मिलकर एक सिंडिकेट बनाया। सिंडिकेट ने छत्तीसगढ़ के 15 जिलों को शराब घोटाले के लिए चिह्नित किया और इन जिलों में अपने अनुसार मनपसंद के अधिकारियों की पोस्टिंग कराई। सिंडिकेट ने पहली पोस्टिंग आईएएस निरंजन दास की कराई, जिन्हें आयुक्त बनाया गया। इसके बाद आबकारी नीति में बदलाव कर घोटाले की शुरुआत की गई।
सिंडिकेट ने घोटाले में साझेदार के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे चैतन्य बघेल उर्फ बिट्टू को शामिल किया । पैसों के बंटवारे की जिम्मेदारी अनवर ढेबर, लक्ष्मीनारायण बंसल, केके श्रीवास्तव और विकास अग्रवाल पर थी। ईडी का दावा है कि 2800 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है, जबकि ईओडब्ल्यू इसे 3000 करोड़ रुपए का घोटाला बता रही है। एजेंसियों का अनुमान है कि घोटाले की राशि 3500 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।
ED ने इनको भी बनाया आरोपी, अब तक गिरफ्तारी नहीं
रिटायर आईएएस के बेटे यश टुटेजा, कारोबारी लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू, दीपक दौरी, अनुराग द्विवेदी, प्रकाश शर्मा, सोहनलाल वर्मा, पीयूष बिजलानी, संजय दीवान, अमित सिंह, शराब कारोबारी नवीन केडिया, भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया, राजेंद्र जायसवाल, आशीष सौरभ केडिया, सिद्धार्थ सिंघानिया, शराब अधिकारी जनार्दन कौरव, अनिमेष नेताम, विजय सिंह शर्मा, अरविंद कुमार पटले, प्रमोद नेताम, रामकृष्ण मिश्रा, विकास गोस्वामी, इकबाल अहमद खान, नितिन खंडुजा,नवीन प्रताप सिंह तोमर, मंजूश्री कसेर, सौरभ बख्शी, दिनकर वासनिक, मोहित जायसवाल, नीतू नोतानी, गरीबपाल सिंह, नोहर सिंह ठाकुर, सोनल नेताम, प्रकाश पाल, आलेख राम सिदार, आशीष कोसम, अनंत सिंह, राजेश जायसवाल, जीतूराम मंडावी, गंभीर सिंह नरुटी, देवलाल वैद्य, अश्विनी अनंत, वेदराम लहरे, लखनलाल ध्रुव, आशीष श्रीवास्तव, विकास अग्रवाल, बच्चा राज लोहिया, अतुल सिंह, मुकेश मनचंदा, मनीष मिश्रा, अभिषेक सिंह, कृष्ण श्रीवास्तव को आरोपी बनाया गया।
भाटिया वाइन मर्चेंट, छत्तीसगढ़ डिस्टलरी सहित इनको भी बनाया आरोपी
छत्तीसगढ़ डिस्टलरी, भाटिया वाइन मर्चेट, वेलकम डिस्टलरी, अदीप एग्रोटेक प्रा.लि., पीटरसन बायो रिफाइनरी, ढिल्लन सिटी मॉल, टॉप सिक्योरिटी एंड फैसिलिटी मैनेजमेंट, ओम साई बेवरेज, दिशिता वेंचर्स प्रा.लि., नेक्सजेन इंजिटेक, एजेएस एग्रोट्रेड प्रा.लि., ढेबर बिल्डकॉन, प्राइम डेवलपर्स, इंडियन बिल्डकॉन और प्रिज्म होलोग्राफी को भी आरोपी बनाया गया है।
चार्जशीट पेश, अब ट्रायल होगा शुरू
ईडी की अंतिम चार्जशीट सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार समय पर दाखिल की गई है। चार्जशीट में डिजिटल सबूत, बैंक ट्रांजैक्शन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, संपत्ति दस्तावेज और गवाहों के बयान शामिल हैं। अब कोर्ट ट्रायल शुरू करेगा। आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे और उसके बाद गवाहों के बयान और सबूतों को लेकर सुनवाई होगी।
