CG Liquor Scam: आबकारी घोटाला: आबकारी विभाग के ओएसडी के भतीजे और सीए के भाई को मिली जमानत
CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के चर्चित आबकारी घोटाले में नेक्सजेन कंपनी के डायरेक्टर मनीष मिश्रा और आबकारी विभाग के पूर्व ओएसडी रहे अरविंद सिंह के भतीजे अभिषेक सिंह को जमानत मिल गई है।

CG Liquor Scam: बिलासपुर। प्रदेश के चर्चित 2165 करोड़ रुपए के आबकारी घोटाला मामले में आबकारी विभाग के ओएसडी रहे अरविंद सिंह के भतीजे अभिषेक सिंह और सीए संजय मिश्रा के भाई मनीष मिश्रा को जमानत मिल गई है। आज जस्टिस अरविंद वर्मा के सिंगल बेंच ने दोनों को आज जमानत प्रदान की है।
संजय मिश्रा और मनीष मिश्रा नेक्सजेन पॉवर कंपनी बनाकर FL 10 लाइसेंस लेकर प्रदेश में महंगी ब्रांडेड अंग्रेजी शराब की सप्लाई करते थे। दोनों सगे भाई हैं। संजय मिश्रा पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है। दोनों भाई नेक्सजेन पॉवर कंपनी के डायरेक्टर है। इनके अलावा आबकारी विभाग के ओएसडी रहे अरविंद सिंह के भतीजे अभिषेक सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था। तीनो को इसी साल 20 जुलाई को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था। पूर्व में ही संजय मिश्रा को जमानत मिल चुकी है।
आज जस्टिस अरविंद वर्मा की सिंगल बेंच में मनीष मिश्रा और अभिषेक सिंह की नियमित जमानत याचिका की सुनवाई हुई। दोनों की तरफ से सीनियर अधिवक्ता शशांक मिश्रा और गगन तिवारी ने पैरवी की। तथ्यों को सुनने के पश्चात और पूर्व में सीए संजय मिश्रा को मिली जमानत के आधार पर उनके भाई मनीष मिश्रा और अरविंद सिंह की भी नियमित जमानत याचिका मंजूर कर ली गई।
क्या है शराब घोटाला
प्रदेश में 2019 से 2023 तक शराब नीति को बदलकर चहेते सप्लायरों के माध्यम से शराब बिक्री का खेल किया गया। इसमें लाइसेंस की शर्तें ऐसी रखी गई कि चहेती कम्पनियों को काम मिल सके। उन कंपनियों ने नकली होलोग्राम और सील बनवाई। यह काम नोएडा की एक कंपनी ने किया। जिसके बाद नकली होलोग्राम लगी शराब की महंगी बोतलें सरकारी दुकानों के माध्यम से बिक्री करवाई गई। चूंकि नकली होलोग्राम था तो बिक्री की जानकारी शासन को नहीं हो पाती थी और बिना एक्साइज टैक्स दिए शराब की बिक्री होती रही। इस तरह से शासन को 2165 करोड़ रुपए के टैक्स का चूना लगाया गया। यह रकम कांग्रेस भवन बनवाने से लेकर नेताओं,अधिकारियों और मंत्रियों तक बटे।
इस मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा,पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा आबकारी विभाग के 28 आबकारी अधिकारी भी आरोपी बनाए गए थे,जिन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है।
