Begin typing your search above and press return to search.

CG Kondagaon News: शराब पीकर स्कूल आते हैं प्रधान पाठक, संकुल समन्वयक भी नहीं करते है कार्यवाही, नाराज ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच की शिकायत

CG Kondagaon News: प्रधान पाठक रोज शराब पीकर स्कूल आते हैं और बच्चों को नहीं पढ़ाते। संकुल समन्वयक से भी इसकी शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं होती। प्रधान पाठक का कहना है कि उसने संकुल समन्वयक को पैसे दिए हैं। शराबी प्रधान पाठक के खिलाफ कार्यवाही करवाने के लिए नाराज ग्रामीणों ने कलेक्टर से मुलाकात की। कलेक्टर के निर्देश पर बीईओ ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनाई है।

CG Kondagaon News: शराब पीकर स्कूल आते हैं प्रधान पाठक, संकुल समन्वयक भी नहीं करते है कार्यवाही, नाराज ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच की शिकायत
X
By Radhakishan Sharma

CG Kondagaon News: कोंडागांव। एक तरफ शिक्षा मंत्री शराबी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर करवाने की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी तरफ शराबी शिक्षकों पर इसका कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है। प्रदेश के अलग अलग जिलों से शराबी शिक्षकों के कारनामे सामने आ रहे हैं। जांजगीर जिले में शराब के नशे में स्कूल आने वाले शिक्षक और शिक्षिका को कल ही निलंबित किया गया है। अब वैसा ही एक मामला नारायणपुर जिले से सामने आया है। शराब पीकर स्कूल आने वाले प्रधान पाठक के खिलाफ परेशान ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत दर्ज करवाई है। कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने जांच करवाकर कार्रवाई की बात ग्रामीणों से कही है।

मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला नारायणपुर जिले के विकासखंड नारायणपुर के संकुल केंद्र कोंगेरा के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक शाला बढ़ेहोड़ का है। यहां बच्चों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पदस्थ प्रधान पाठक राजेश कुप्पाल आए दिन शराब के नशे में स्कूल पहुंचते हैं और कई बार तो स्कूल आते ही नहीं। बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने कई बार शाला समिति की बैठक बुलाकर प्रधान पाठक को समझाने की कोशिश की है। लेकिन वे बाज नहीं आए। उल्टा ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान पाठक धमकी देते हुए कहते हैं। मैंने संकुल प्रभारी को पैसे दिए हैं। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

ग्रामीणों का आरोप है कि संकुल समन्वयक दयालाल यादव भी मामले को नजरअंदाज करते रहे हैं। शिकायत के बावजूद वे कभी स्कूल की जांच करने तक नहीं पहुंचे। ग्रामीणों ने यहां तक आरोप लगाया कि प्रधान पाठक और संकुल समन्वयक की मिलीभगत के कारण कार्रवाई नहीं हो रही है। इस लापरवाही से तंग आकर दर्जनों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि शराबी प्रधान पाठक को तत्काल हटाकर किसी अन्य शिक्षक को स्कूल में पदस्थ किया जाए।

इस दौरान जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच शिक्षा अधिकारी से कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी। मामले में कलेक्टर के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी ने चार सदस्यीय जांच टीम गठित की है, जो मौके पर जाकर जांच करेगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

Next Story