CG Hospital News: जिला अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाने से युवक की मौत, परिजन ने स्टाफ पर लगाए गंभीर आरोप, अब 3 डॉक्टर की टीम करेगी मामले की जांच
CG Hospital News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल से सनसनीखेज मामला सामने (Durg District Hospital News) आया है. दुर्ग जिला अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही से एक मरीज की मौत हो गयी. आरोप है गलत इंजेक्शन लगाने से मरीज की मौत हो गयी.

Durg District Hospital News
Durg Hospital News: दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल से सनसनीखेज मामला सामने (Durg District Hospital News) आया है. दुर्ग जिला अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही से एक मरीज की मौत हो गयी. आरोप है गलत इंजेक्शन लगाने से मरीज की मौत हो गयी.
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक़, दुर्ग जिला अस्पताल का है. सिद्धार्थ नगर, काली मंदिर वार्ड नंबर 31 के रहने वाले 23 साल के प्रभाष सूर्या की गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हो गयी. दरअसल, मंगलवार दोपहर को प्रभाष सूर्या चूहा मारने की दवाई खा ली थी. जिसके बाद उसकी खराब हो गयी थी.
गलत इंजेक्शन लगाने से मरीज की मौत
प्रभाष को इलाज के लिए दुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रात भर उसकी हालत स्थिर थी लेकिन बुधवार की सुबह उसकी तबियत बिगड़ गयी. और फिर उसकी मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है सुबह तबियत बिगड़ने पर उसे इंजेक्शन दिया गया. एक नर्स ने इंजेक्शन उसे उल्टी कराने के लिए इंजेक्शन दिया. इंजेक्शन लगते ही उसे मिर्गी का दौरा आया और उल्टी करते हुए उसकी मौत हो गई.
परिजन ने अस्पताल के कर्मचारी पर लगाया आरोप
प्रभाष के मौत होते ही परिजनों में हड़कंप मच गया उन्होंने अस्पताल के कर्मचारी पर गलत इलाज का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. उन्होंने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की. परिजनों ने स्टाफ को गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी. हंगामे के चलते अस्पताल का कामकाज ठप्प पड़ गया. जिससे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी.
इसकी सूचना मिलते ही पूर्व विधायक अरुण वोरा और पुलिस भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत कराया. पुलिस ने मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है. साथ ही स्थिति को देखते हुए अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. प्राथमिक जांच में अस्पताल प्रबंधन का कहना है मरीज को ऐसा कोई इंजेक्शन नहीं लगाया गया जिससे मौत हो. फिर भी जाँच के लिए 3 डॉक्टरों की टीम बनाई गई है. शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है. जिससे मौत की असली वजह स्पष्ट हो सकेगी.
