CG अंग्रेजी टीचर: छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में अंग्रेजी के होंगे अब स्किल्ड टीचर, सरकार की ये है योजना
छत्तीसगढ़ सरकार स्कूली शिक्षा में सुधार के लिए कई बड़े कदम उठाने जा रही है, उनमें सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी में दक्ष शिक्षक भी शामिल हैं.
रायपुर। छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार स्कूली शिक्षा में सुधार की कई योजनाएं बना रही है. नई शिक्षा नीति के तहत पाँचवी तक लोकल भाषाओं में शिक्षा मुहैया कराई जाएगी, उसके बाद मीडिल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में मेन विषय के साथ अंग्रेजी पर भी फोकस किया जाएगा. सरकार में बैठे अधिकारियो का मानना है कि व्यापक संवाद के लिए अंग्रेजी की भी दरकार है. भले ही अंग्रेजी में पारंगत न हो, मगर कम्युनिकेशन स्किल होना चाहिए. इससे से रोजगार के साथ ही व्यापार के क्षेत्र में संभावनाएं बढ़ जाती है.
पायलट प्रोजेक्ट
अफसरों का कहना है, अगले कुछ महीनों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ जिलों में इसे लागू किया जाएगा. फिर पूरे पदेश में. इस योजना के तहत हर स्कूल में एक शिक्षक को ट्रेनिंग देकर नोडल टीचर के तौर पर तैयार किया जाएगा. नोडल टीचर की जिम्मेदारी होगी, उस स्कूल के विद्यार्थियों में अंग्रेजी का स्किल डेवलप करे. छात्रों को अंग्रेजी के शब्दों को याद कराये, ग्रामर बताएं. नोडल टीचर नियमित रूप से प्राथमिकता के साथ अंग्रेजी की मानिटरिंग करेगा. स्कूलों में अंग्रेजी में डिबेट कराये जाएंगे.
अभी आत्मानंद में अंग्रेजी
इस समय छत्तीसगढ़ में करीब चार सौ स्वामी आत्मनंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल हैँ. अब बाकी सरकारी स्कूलों मे भी अंग्रेजी को प्राथमिकता दी जाएगी.
शिक्षकों को अंग्रेजी नहीं
छत्तीसगढ़ में अंग्रेजी और अंग्रेजी शिक्षकों का बुरा हाल है. आलम यह है कि अंग्रेजी टीचरों को अंग्रेजी नहीं आती. स्कूलों में अतिरिक्त सब्जेक्ट के रूप में अंग्रेजी को रखा जाता है. इस वजह से न शिक्षकों की रूचि होती और न विद्यार्थियों की. इस चक्कर में छत्तीसगढ़ में अंग्रेजी का जनाजा निकल गया है.