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CG Employee Protest: देशभर के सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल का असर छत्तीसगढ़ में भी दिखा, इन सेक्टरों पर पड़ा प्रभाव

CG Employee Protest: रायपुर l इंटक, सीटू, एटक, ऐक्टू, एच एम एस सहित देश की 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों आव्हान पर आज छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों ने भी हड़ताल किया। हड़ताल का असर प्रदेश में भी देखने को मिलाl विशेषकर प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों, एलआईसी, इनकम टैक्स केंद्रीय कार्यालय, डाक विभाग, बी एस एन एल के कार्यालयों के ताले नहीं खुले l औद्योगिक क्षेत्र कोयला खदान, राजहरा, नंदिनी सहित माइंस में उत्पादन ठप्प रहा, एनएमडीसी सहित रायगढ़, सरगुजा, कोरबा कोयला खदान ठप्प रहे, बालको में भी शत प्रतिशत हड़ताल रही, भिलाई में इस्पात मजदूरों ने सारे गेट जाम कर प्रदर्शन किया।

CG Employee Protest: देशभर के सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल का असर छत्तीसगढ़ में भी दिखा, इन सेक्टरों पर पड़ा प्रभाव
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CG Employee Protest

By Supriya Pandey

CG Employee Protest: रायपुर l इंटक, सीटू, एटक, ऐक्टू, एच एम एस सहित देश की 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों आव्हान पर आज छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों ने भी हड़ताल किया। हड़ताल का असर प्रदेश में भी देखने को मिलाl विशेषकर प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों, एलआईसी, इनकम टैक्स केंद्रीय कार्यालय, डाक विभाग, बी एस एन एल के कार्यालयों के ताले नहीं खुले l औद्योगिक क्षेत्र कोयला खदान, राजहरा, नंदिनी सहित माइंस में उत्पादन ठप्प रहा, एनएमडीसी सहित रायगढ़, सरगुजा, कोरबा कोयला खदान ठप्प रहे, बालको में भी शत प्रतिशत हड़ताल रही, भिलाई में इस्पात मजदूरों ने सारे गेट जाम कर प्रदर्शन किया।

असंगठित मजदूरों के अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, मध्याह्न भोजन कर्मी, रसोईए, परिवहन मजदूर ने भी हड़ताल में भागीदारी निभाई। अनेक निजी उद्योगों के समक्ष मजदूरों व कर्मचारियों ने प्रदर्शन, धरना व सभाओं का आयोजन कर केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की और मजदूर विरोधी श्रम संहिता को रद्द करने की मांग की l रायपुर में एलआईसी के पंडरी स्थित मंडल कार्यालय पर संयुक्त हड़ताली सभा संपन्न हुई l इसमें विभिन्न उद्योगों व श्रम संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने शिरकत कीl प्रदेश के अनेक स्थानों पर संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर किसानों ने भी हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन और चक्का जाम संगठित किया।

हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने मांग की है कि श्रम संहिताओं को वापस लिया जाए। बैंक बीमा सहित बुनियादी क्षेत्रों से एफडीआई समाप्त किया जाए, कर्मचारियों ने वस्तुओं से जीएसटी समाप्त करने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, एलआईसी में ट्रेड यूनियन को मान्यता देने, दलितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों पर जारी उत्पीड़न पर रोक लगाने,सांप्रदायिकता पर रोक लगाने सहित विभिन्न मांगों को पूरा करने की मांग की।

बता दें कि आज 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद का आह्वान किया था। कार्मचारियों ने ये दावा किया था कि उनके इस हड़ताल में बैंक, बीमा, डाक, कोयला खदान, हाइवे और कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टरों के करीब 25 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी शामिल हुए। इसी के तहत प्रदेश के कर्मचारियों ने भी हड़ताल किया।

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