CG Employee News: सीआर का पैटर्न बदला, क, ख, ग नहीं...अब 0 से 10 अंक, सब कुछ होगा ऑनलाइन, करप्शन पर ऐसे लगेगा अंकुश, देखिए आदेश
CG Employee News: छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों, अधिकारियों की गोपनीय चरित्रावली लिखे जाने का पैटर्न बदल गया है। पहली बात यह कि अब सीआर ऑनलाइन लिखा जाएगा। दूसरा, अब क, ख, ग की बजाए 0 से 10 तक नंबर मिलेंगे। सीआर लिखने का टाईम लिमिट भी तय किया गया है। अब कोई अधिकारी कर्मचारी या अपने मातहत अधिकारी को सीआर के लिए चक्कर नहीं काटवा पाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग के सिकरेट्री अविनाश चंपावत ने इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिया। खबर के नीचे देखिए 14 पेज का दो आदेश...

CG Employee News: रायपुर। छत्तीसगढ़ में सुशासन की दिशा में बड़ा काम करते हुए सरकार ने प्रदेश के करीब पौने चार लाख कर्मचारियों, अधिकारियों और शिक्षकों की गोपनीय चरित्रावली लिखने का पैटर्न बदल दिया है। सीआर में अब क प्लस, क, ख और ग लिखने का पैटर्न अब नहीं चलेगा। केंद्र की तरह अब इसके लिए 0 से 10 तक अंक मिलेंगे। अभी तक क प्लस को उत्कृष्ट माना जाता था और क को बहुत अच्छा। मगर अब 8 से 10 अंक उत्कृष्ट और 6 से 8 अंक बहुत अच्छा माना जाएगा। इसी तरह पहले ग को घटिया का दर्जा था तो अब 0 से 2 अंक को घटिया माना जाएगा।
ऑनलाईन होने से करप्शन पर कंट्रोल
छत्तीसगढ़ में सीनियर अफसरों से सीआर लिखवाना अभी तक बहुत पेचिदा मामला होता था। अधिकारी इसके लिए लंबे समय तक घूमाते रहते थे। कई बार किसी दूसरे जिले में ट्रांसफर होकर चले जाते थे या फिर केंद्र में डेपुटेशन पर चले जाते थे तो कर्मचारियों को वहां का चक्कर लगाना पड़ता था। सीआर के लिए कई अधिकारी अपना रेट तय कर दिए थे। जब तक पैसा नहीं मिलता था, सीआर संभव नहीं था। मगर अब सरकार ने उन अधिकारियों पर शिकंजा कस दिया है। अब ऑनलाईन सीआर लिखे जाएंगे। उसमें भी टाईम लिमिट रहेगा। याने उस डेट के बाद वह ऑटोमेटिक उपर के अधिकारी के पास चला जाएगा। इससे सीआर के प्रति अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ेगी। अब चक्कर काटवाने के साथ ही अधिकारियों को चढ़ावा नहीं चढ़ाना पड़ेगा।
अब 15 जून तक
ऑनलाईन सीआर करने के साथ ही छत्तीसगढ सरकार ने सीआर लिखने के 30 अप्रैल की डेट को बढ़ाकर 15 जून कर दिया है। याने 2024-25 का सीआर अगले महीने 15 जून तक लिखा जा सकेगा।
शिक्षकों और पुलिस को राहत
इस साल शिक्षकों और पुलिसकर्मियों को ऑनलाईन सीआर सिस्टम में शामिल नहीं किया गया है। चूकि शिक्षकों और पुलिस की संख्या काफी अधिक है, इसलिए इतना कम टाईम में उनका ऑनलाईन सीआर लिखना संभव नहीं होगा। उन्हें अगले साल से ऑनलाइन सिस्टम में शामिल किया जाएगा।
नीचे देखिए जीएडी सिकरेट्री अविनाश चंपावत का 16 पेज का आदेश और सर्कुलर....
