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CG Principal promotion: प्राचार्य पोस्टिंग के लिए कल से होनी थी काउंसलिंग: डीपीआई ने आगे बढ़ाई तिथि

Teacher News: Principal promotion: ई संवर्ग के व्याख्याता जिनका प्राचार्यबके पीडी पर पदोन्नति सूची में नाम है, कल से काउंसलिंग होनी थी, इसके लिए डीपीआई ने प्रदेश भर के डीईओ को आदेश भी जारी कर दिया था. डीपीआई ने एक आदेश जारी कर काउंसलिंग का डेट आगे बढ़ा दिया है. पढ़िये क्या है कारण.

CG Principal promotion: प्राचार्य पोस्टिंग के लिए कल से होनी थी काउंसलिंग: डीपीआई ने आगे बढ़ाई तिथि
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By Radhakishan Sharma

रायपुर. ई संवर्ग के व्याख्याता जिनका प्राचार्यबके पीडी पर पदोन्नति सूची में नाम है, कल से काउंसलिंग होनी थी, इसके लिए डीपीआई ने प्रदेश भर के डीईओ को आदेश भी जारी कर दिया था. डीपीआई ने एक आदेश जारी कर काउंसलिंग का डेट आगे बढ़ा दिया है.

लोक शिक्षण संचालनालय डीपीआई ने जारी आदेश लिखा है, 17 नबंबर से प्राचार्य ई-संवर्ग की काउंसिलिंग प्रक्रिया प्रारम्भ की जा रही है। कुछ पदोन्नत प्राचार्यों द्वारा दावा आपत्ति में अपना पक्ष रखने का निवेदन किया गया है। तदनुसार काउंसिलिंग प्रक्रिया स्थगित कर संचालनालय में 17 नवम्बर से 19 नवम्बर तक दावा आपत्ति आमंत्रित की गई है. प्राप्त दावा आपत्ति के निराकरण के लिए समिति गठित की गई है. समिति में बी. एल. देवांगन उप संचालक प्रभारी अधिकारी, एच. सी. दिलावर सहायक संचालक , सदस्य, राम जी पाल सहायक संचालक सदस्य सूरज यादव सहायक वर्ग -3, कृष्ण कुमार मेश्राम सहायक वर्ग -3 सदस्य को शामिल किया गया है.

समिति 21 नवम्बर को सभी दावा आपत्ति का निराकरण कर अपनी रिपोर्ट संचालक लोक शिक्षण को प्रस्तुत करेगी . इसके बाद काउंसिलिंग की तिथि अलग से जारी की जायेगी.

प्राचार्य पदोन्नति पारदर्शी व निष्पक्ष हो

छ ग शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कहा कि प्राचार्य पदोन्नति में कुछ व्याख्याता अपनी प्रथम नियुक्ति छुपाकर गलत तरीके से अपना पदोन्नति लिस्ट में स्थान पाने में सफल हुए है ,पदोन्नति लिस्ट को परीक्षण करने के पश्चात ही काउंसलिंग किया जाए ।अंतर्नियोक्ता स्थानांतरण के बावजूद प्रथम नियुक्ति तिथि से वरीष्ठता प्रदान कर पदोन्नति देना नियम विरुद्ध है। संगठन मांग करता है किसी भी स्थिति में नियम विरुद्ध पदोन्नति न हो यह विभाग सुनिश्चित करे। संबंधित की पदस्थापना रोककर पदोन्नति निरस्त करने की कार्यवाही की जावे तथा प्रकरण की समुचित जांच व दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।

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