CG DSP: 62 साल के डीएसपी को पीएचक्यू ने नक्सलियों से लड़ने बस्तर भेज दिया, अगले महीने है रिटायरमेंट
CG DSP: पुलिस मुख्यालय ने इंस्पेक्टर से पदोन्नत 21 डीएसपी को महीने भर के लिए बस्तर भेजा है। उनमें एक ऐसे डीएसपी हैं, जिनका अगले महीने जुलाई में रिटायरमेंट है।

CG DSP: रायपुर। सुकमा के एडिशनल एसपी आकाश राव गिरेपुंजे की शहादत के बाद गृह विभाग एक्शन मोड में है। कल सात आईपीएस अधिकारियों को एडिशनल एसपी ऑपरेशन बनाकर बस्तर भेजा। इनमें बीजापुर और नारायणपुर में दो-दो आईपीएस को भेजा गया। इस तरह का प्रयोग पुलिस महकमे में पहली बार किया गया। वरना, इससे पहले डायरेक्ट आईपीएस अधिकारी को कभी एडिशनल एसपी नक्सल ऑपरेशन बनाकर बस्तर नहीं भेजा गया। बस्तर में पहले भी डायरेक्ट आईपीएस ASP रहे मगर नक्सल ऑपरेशन के नाम से नहीं।
केंद्रीय गृह मंत्री के नक्सलियों को सफाया करने के मार्च 2026 के डेडलाइन को देखते राज्य सरकार बस्तर में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता। खुद अमित शाह भी लगातार बस्तर का दौरा कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते इंस्पेक्टर से डीएसपी पदोन्नत होने वाले 46 में से 21 पुलिस अधिकारियों को आज पुलिस मुख्यालय ने एक महीने के लिए बस्तर के नक्सल प्रभावित विभिन्न जिलों में पोस्टिंग दी है। हालांकि, महीने भर बाद वे लौटेंगे, इसमें संशय है। लगता है गृह विभाग से आदेश जारी होने में समय लगने को देखते टेप्पोरेरी आदेश निकाल रास्ता बनाया गया होगा। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि गृह विभाग से जब प्रॉपर आदेश निकलेगा, उसमें इन सभी की पोस्टिंग बस्तर मिल जाए।
अगले महीने रिटायरमेंट
नक्सल मोर्चे पर नारायणपुर भेजे जाने वालों में नवपदोन्नत डीएसपी कुंजबिहारी नागे भी शामिल हैं। वे 83 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं। अगले महीने जुलाई में उनका रिटायरमेंट है। जाहिर है, अगले महीने वे 62 साल के हो जाएंगे। वैसे भी अगर रिटायरमेंट में कम समय बचा हो तो ट्रांसफर नहीं किया जाता। पुलिस मुख्यालय ने कुंजबिहारी को भी बस्तर भेजने का आदेश निकाल दिया है। पुलिस अधिकारियों का भी मानना है कि ये चूकवश हुआ होगा, आमतौर पर रिटायरमेंट से महीना भर पहले बाहर पोस्टिंग नहीं दी जाती। नीचे देखिए पुलिस मुख्यालय का आदेश...