Bilaspur Murder Case: अवैध संबंध बना पुजारी की मौत का कारण, पत्नी के साथ अफेयर से नाराज पति ने रिश्तेदारों के साथ मिलकर उतारा मौत के घाट
Bilaspur Murder Case: मंदिर परिसर में पुजारी की खून से लथपथ लाश देखकर सुबह के वक्त ग्रामीण अवाक रह गए थे। तब ग्रामीणों से लेकर पुलिस यह मानकर चल रही थी कि मंदिर में चोरी करने घुसे चोरों ने वारदात को अंजाम दिया होगा। काल डिटेल ने हत्या का राज खोल दिया। मुख्य आरोपी सुरेश धुरी की पत्नी और पुजारी के बीच अवैध संबंध थे। पुजारी का सुरेश की पत्नी के घर आना-जाना था। इसी प्रेम संबंध के चलते सुरेश और उसकी पत्नी के बीच सामाजिक तलाक हो गया था। सुरेश की पत्नी अलग रहने लगी थी। पुजारी से संबंध बनाने से नाराज सुरेश ने पुजारी को ही रास्ते से हटाने की सोची और साथियों के साथ घटना को अंजाम दे दिया।

Bilaspur Murder Case
Bilaspur Murder Case: बिलासपुर। बिलासपुर की तखतपुर ब्लॉक के परसाकापा गांव में रविवार को पाठ बाबा मंदिर में पुजारी की हत्या का खुलासा हो गया। की वजह अवैध प्रेम संबंध बना। प्रमुख आरोपी की पत्नी और पुजारी के बीच प्रेम संबंध था। पति पत्नी और वो के चलते ही प्रमुख आरोपी सुरेश धुरी और उसकी पत्नी के बीच सामाजिक बैठक में तलाक हो गया था। संबंध विच्छेद होने के बाद दोनों एक ही गांव में अलग-अलग रहने लगे थे। पुजारी का सुरेश की पत्नी के घर आना-जाना था। दोनों के बीच मोबाइल से लगातार बातचीत भी होती थी। काल डिटेल ने ही हत्या का राज खोला है। पत्नी से संबंध बनाने से नाराज सुरेश धुरी ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर पुजारी को रास्ते से हटाने की सोची और मौत के घाट उतार दिया।
मां को मंदिर में मिली बेटे की लाश
रविवार की सुबह करीब 6 बजे पुजारी जागेश्वर पाठक उर्फ मोटू (30) की मां रोजाना की तरह चाय लेकर मंदिर पहुंची। पंडित जागेश्वर पाठक मंदिर में ही रात्रि विश्राम करते थे। रोज की तरह सुबह बेटे के लिए चाय लेकर पहुंची मां के द्वारा दरवाजा खोलते ही उसने बेटे का शव खून से लथपथ हालत में देखा। यह दृश्य देखकर उसकी चीख निकल गई। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस व फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू की।
अवैध संबंध के चलते विवाद
पुलिस जांच में सामने आया कि गांव का ही सब्जी विक्रेता सुरेश धुरी (35) मंदिर के सामने स्थित मंदिर की जमीन अधिया पर बोता था। पति-पत्नी दोनों मिलकर खेत संभालते थे। इसी दौरान सुरेश की पत्नी और पुजारी का प्रेम संबंध हो गया। पत्नी और पुजारी के बीच नाजायज संबंध की जानकारी सुरेश धुरी को हो गई। उसने पत्नी को पुजारी से मिलने से मना भी किया था, पर उसकी पत्नी नहीं मानी। जिसके चलते पति-पत्नी का करीब छह महीने पहले सामाजिक तलाक हो गया। दोनों गांव में ही अलग-अलग रहने लगे। सुरेश धुरी की पत्नी उसे अलग होकर बच्चों को लेकर गांव में ही रहती थी और वहां पुजारी का आना-जाना बना रहता था। 29 अगस्त को पुजारी उसके घर भी गया था। 30 अगस्त की रात भी वह पहुंचा था। सुरेश धुरी पुजारी से इसी अवैध संबंध के कारण रंजिश रखता था। उसे लगता था कि पुजारी ने ही उसकी पत्नी को प्रेम जाल में फंसा कर उससे दूर किया और उसका घर फोड़ दिया।
रात में दिया वारदात को अंजाम
शनिवार की रात पुजारी मंदिर में सो रहा था। तभी सुरेश अपने चार अन्य रिश्तेदारों के साथ वहां पहुंचा। उन्होंने नई मोटरसाइकिल खरीदने पर पूजा करने के बहाने पुजारी जागेश्वर पाठक (30) को झांसा दे बाहर बुलाया। पुजारी के बाहर आते ही आरोपियों ने ईंट,पाइप और धारदार हथियारों से उस पर हमला कर दिया। मुख्य आरोपी सुरेश ने अपना गुस्सा निकालने के लिए चाकूनुमा हथियार से लगातार कई वार पुजारी पर किए। अचानक हुए इस हमले में पुजारी को बचाव का मौका तक नहीं मिला और वहीं उसकी मौत हो गई। घटनास्थल से एक आरोपी की चप्पल भी पुलिस को बरामद हुई है।
मोबाइल लोकेशन से मिली सुराग
पुलिस ने मुख्य आरोपी सुरेश धुरी (38) का मोबाइल ट्रेस किया। शनिवार रात 9:10 बजे उसका लोकेशन घटनास्थल पर ही मिला। रात 11 बजे उसकी अंतिम लोकेशन बोदरी (चकरभाठा) क्षेत्र में पाई गई। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी। अंततः देर रात धमतरी पुलिस की मदद से उसे भखारा धमतरी से गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी।
पुजारी और सुरेश की पत्नी के बीच रोज होती थी मोबाइल से बातचीत
पुलिस ने जब कॉल डिटेल्स खंगाली तो खुलासा हुआ कि पुजारी और सुरेश की पत्नी के बीच रोजाना फोन पर बातचीत हो रही थी। इसी आधार पर पुलिस को संदेह हुआ और इसी एंगल में जांच हुई तो मामले का फर्दाफाश हो गया। वारदात के दौरान पुजारी का मोबाइल भी घटनास्थल से गायब हो गया था। वही भागने की हड़बड़ी में एक आरोपी की मौके पर ही चप्पल छूट गई थी।
एसएसपी के सुपरविजन मे पूरी जांच
घटना की जानकारी लगते ही एसएसपी रजनेश सिंह भी मौके पर पहुंचे थे। उनके साथ एडिशनल एसपी अर्चना झा, एसडीओपी नूपुर उपाध्याय,तखतपुर टीआई अनिल अग्रवाल और फॉरेंसिक की टीम भी थी। एसएसपी ने रजनेश सिंह ने खुद ही मौके पर जाकर बारिकी से घटनास्थल का निरीक्षण किया था। इस दौरान बरामद एक आरोपी की चप्पल और अन्य सबूतों के आधार पर जांच की दिशा तय करने के निर्देश दिए और खुद अपने सुपरविजन में जांच और गिरफ्तारी करवाई। जिसके चलते महज 12 घंटों में ही हत्या के आरोपी गिरफ्तार हो गए।
गिरफ्तार आरोपी
मुख्य आरोपी - सुरेश धुरी पिता बंशीलाल धुरी उम्र 38 वर्ष निवासी तखतपुर चूलघटरोड
आरोपी हेमकुमार धुरी पिता हरिराम धुरी उम्र 26 वर्ष साकिन डढहा वार्ड 10 बोदरी थाना चकरभाटा
आरोपी मुकेश धुरी पिता चंद्रप्रकाश धुरी उम्र 23 वर्ष निवासी अमौरा थाना जरहा गांव जिला मुंगेली
आरोपी धनराज बंदे पिता जवाहर लाल बंदे उम्र 21 वर्ष बनाक चौक माता चौरा के पास सिरगिट्टी
इसके अलावा एक नाबालिग को भी गिरफ्तार किया है।
