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CG Congres News: कांग्रेस में खुली जंग: गुटीय लड़ाई अब चरम पर, विधायक को पार्टी से निकालने पीसीसी को चिट्ठी

CG Congres News: नगरीय निकाय चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में गुटीय लड़ाई तेज हो गई है। जिला व शहर कांग्रेस कमेटी ने अनुशासनहीनता और भितर व खुलाघात के आरोप में अब तक 62 कांग्रेसजनों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। इसमें राष्ट्रीय पदाधिकारी से लेकर प्रदेश पदाधिकारी व जिले के पदाधिकारी शामिल हैं। गुटीय लड़ाई है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक नाटकीय घटनाक्रम के चलते जिला कांग्रेस कमेटी ने कोटा के विधायक अटल श्रीवास्तव पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए निष्कासन की अनुशंसा करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखा है। जिला कांग्रेस कमेटी के इस पत्र के वायरल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। पढ़ें जिला कांग्रेस कमेटी ने अपने पत्र में क्या लिखा है।

CG Congres News: कांग्रेस में खुली जंग: गुटीय लड़ाई अब चरम पर, विधायक को पार्टी से निकालने पीसीसी को चिट्ठी
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By Radhakishan Sharma

Bilaspur News: बिलासपुर। बिलासपुर जिले में कांग्रेस के एकमात्र विधायक अटल श्रीवास्तव पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए जिला कांग्रेस कमेटी ने उनके निष्कासन की अनुशंसा कर दी है। अनुशंसा पत्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को प्रेषित किया गया है। जिला कांग्रेस कमेटी का यह पत्र सोशल मीडिया में अब तेजी के साथ वायरल होने लगा है। इस पूरे मामले को गुटीय राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस में गुटीय राजनीति और वर्चस्व की राजनीति का ऐसा भयावह चेहरा इसके पहले कभी देखने को नहीं मिला है।

जिला कांग्रेस कमेटी ने अपने पत्र में लिखा है कि 17.02.2025 को पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिहदेव का बिलासपुर आगमन हुआ था। सिहदेव को प्रदेश संयुक्त सचिव पंकज सिंह ने भोजन पर आमंत्रित किया था। सिंहदेव से मिलने एवं स्वागत के लिए शहर के कांग्रेसजन गए थे। जिसमे कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।

इसी बीच कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी पर सार्वजनिक टिप्पणी करते हुए कहा कि "तुमने मेरे सीने में छुरा घोपा है" साथ ही उन्होंने मीडिया में बयान दिया कि "चपरासी कलेक्टर को निकल रहे है।" ये बातें अटल श्रीवास्तव ने नगर निगम व पंचायत चुनाव में कांग्रेस पार्टी के आधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ भितरघात एवं खुलाघात करने वालों को संगठन द्वारा निष्कासित किये जाने के सन्दर्भ में नाराज होकर कहा।

पत्र में लिखा है...कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिहदेव के समक्ष अपनी ही पार्टी के जिलाध्यक्ष (ग्रामीण) के प्रति जनप्रतिनिधि ‌द्वारा टिप्पणी करते हुए संगठन के जिला प्रमुख को "चपरासी" कहना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह संगठन की अवमानना एवं अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। बिलासपुर नगर निगम चुनाव 2025 में विभिन्न वार्डों में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते थे परन्तु वे लोग तय मापदंडो के अनुरूप नहीं थे।

प्रदेश चयन समिति से उर्जावान व पार्टी के प्रति समर्पित सभी कार्यकर्ताओं को टिकिट दी गई। अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ खुलाघात एवं भितरघात किये जाने कि शिकायत मिली व इस सम्बन्ध में लिखित प्रमाण भी प्रस्तुत किये गए। कांग्रेस पार्टी के संविधान एवं नियम की पुस्तिका के अनुशासनात्मक नियम की कंडिका 4 में उल्लेखित नियमों व कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता के अंतर्गत की जाने वाली घोषणा के कंडिका 8 के उल्लंघन किये जाने पर जिलाध्यक्ष (ग्रामीण एवं शहर) द्वारा प्राथमिक सदस्यता से छः वर्ष के लिए निष्कासित किया गया।

जिलाध्यक्षों ने पार्टी के नियमानुसार ही कार्यवाही की है परन्तु इस कार्यवाही को कोटा विधायक द्वारा व्यक्तिगत, द्वेषपूर्ण व जानबूझकर किये जाने की मंशा से मीडिया में अशोभनिय बयान दिया जा रहा है, उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि जिस जिला कांग्रेस कमेटी के अंतर्गत उनकी खुद प्राथमिक सदस्यता है उसकी कमेटी के अध्यक्ष को "चपरासी" कहना कितना उचित है। जिन्होंने पार्टी को नुकसान पहुंचाया निगम चुनाव में अधिकृत प्रत्याशियों को हराने का काम किया उन्हें कोटा विधायक "कलेक्टर" बता रहे है। इस संबंध में आप स्वयं विवेक पूर्ण विचार करे कि उनका यह बयान कितना अनुचित है,इसलिए उन्हें तत्काल पार्टी से निष्कासित किया जाना चाहिए। इस संबंध में जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों ने अपने हस्ताक्षर से अनुशंसा कर मामला पीसीसी के हवाले कर दिया है।

0 पूर्व सीएम के करीबी हैं विधायक श्रीवास्तव

कोटा के विधायक व पूर्व पीसीसी महामंत्री व उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव पूर्व सीएम व एआईसीसी के महामंत्री व पंजाब के प्रभारी भूपेश बघेल के करीबियों में से एक हैं। राज्य में जब कांग्रेस सत्ता में थी तब सत्ता व संगठन के जिले में प्रमुख धुरी हुआ करते थे। बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में अब उनके ऊपर ही अनुशासनहीनता की तलवार जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों ने लटका दी है। नीचे पढ़ेँ पत्र







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