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CG College Private Exam: प्राइवेट छात्रों को ऑनलाइन पंजीयन के बाद कॉलेजों में जाकर करवाना होगा फॉर्म को क्वालीफाई, तभी होंगे परीक्षा के लिए पात्र

CG College Private Exam: प्राइवेट छात्रों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट में ऑनलाइन पंजीयन करवाने के बाद अब कॉलेज जाकर अपने परीक्षा फॉर्म को क्वालीफाई करवाना होगा। कॉलेज से विश्वविद्यालय को जानकारी भेजने पर प्राइवेट परीक्षार्थी परीक्षा देने हेतु पात्र होंगे।

CG College Private Exam: प्राइवेट छात्रों को ऑनलाइन पंजीयन के बाद कॉलेजों में जाकर करवाना होगा फॉर्म को क्वालीफाई, तभी होंगे परीक्षा के लिए पात्र
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By NPG News

CG College Private Exam: बिलासपुर। प्राइवेट परीक्षार्थियों के रूप में परीक्षा दिलाने वाले छात्रों की ऑनलाइन पंजीयन की तिथि खत्म होने के बाद उन्हें कॉलेजों में जाकर पंजीयन भी करवाना पड़ेगा। कॉलेज के द्वारा अनुमति देकर छात्रों के फॉर्म को पात्र करार देकर यूनिवर्सिटी को सूचना दी जाएगी। इसके बाद ही छात्र उस कॉलेज से प्राइवेट परीक्षा दिलाने हेतु पात्र होंगे। जानकारी के अभाव में अभी छात्र कॉलेजों में अपना फार्म योग्य करवाने नहीं पहुंच रहे हैं।

प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नियमित एडमिशन 30 सितंबर को समाप्त हो चुके हैं। इसके बाद 20 अक्टूबर तक प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दिलाने वाले परीक्षार्थियों का ऑनलाइन पंजीयन किया गया है। पंजीयन कार्य 20 अक्टूबर को समाप्त होने के बाद परीक्षार्थी समझ रहे हैं कि पंजीयन होने के बाद वे एडमिशन के लिए पात्र हो गए। पर ऐसा नहीं है। उन्हें उक्त कॉलेजों में ऑनलाइन पंजीयन के बाद पहुंचना होगा जिस कॉलेज में वह प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दिलाना चाहते हैं वहां जाकर अपना फार्म पात्र करवाना होगा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत इस बार रेगुलर के साथ प्राइवेट परीक्षार्थियों की भी परीक्षा सेमेस्टर सिस्टम से होगी। सेमेस्टर सिस्टम के तहत ली जा रही परीक्षा में कई बदलाव किए गए हैं। वर्ष में दो बार परीक्षा होने के अलावा परीक्षार्थियों को ऑनलाइन या ऑफलाइन मॉड से प्रत्येक सेमेस्टर में 45 दिन कक्षा करना अनिवार्य होगा। प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में पंजीयन करवाने के लिए इस सत्र में किसी कॉलेज विशेष में ना जाकर विश्वविद्यालय की वेबसाइट में 20 अक्टूबर तक पंजीयन करवाना था। विश्वविद्यालय की वेबसाइट में पंजीयन के दौरान छात्रों को वो कॉलेज चुनना था जहां से वे प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दिलाना चाहते हैं। इसके लिए सात विकल्प छात्र चुन सकते थे।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद अब छात्रों को उन कॉलेजों में जाकर संपर्क करना होगा जहां उन्होंने परीक्षा केंद्र के रूप में चुनाव किया है । कॉलेज प्रबंधन छात्रों को फीस, स्ट्रक्चर, अनिवार्य नियमित कक्षाएं, असाइनमेंट, इंटरनल एग्जाम सहित अन्य जानकारियां प्रदान करेगा। यदि छात्र इससे संतुष्ट होकर सहमति प्रदान करते हैं तो कॉलेज उक्त छात्र के परीक्षा फॉर्म को योग्य बता विश्वविद्यालय को भेजेंगे। इसके बाद छात्र परीक्षा में बैठने हेतु पात्र हो सकेंगे। विश्वविद्यालयों की वेबसाइट में इसकी सूचना भी अपलोड की गई है। पर प्राइवेट परीक्षार्थी जानकारी के अभाव में फिलहाल कॉलेज नहीं पहुंच रहे हैं।

पिछले साल तक प्राइवेट परीक्षा दिलाने वाले छात्र जिस कॉलेज को परीक्षा केंद्र बना परीक्षा दिलाना चाहते हैं वहां जाकर सीधे फॉर्म भरते थे और वहां से परीक्षा दिलाते थे। पर इस वर्ष पंजीयन के नियमों में बदलाव कर कॉलेजों में सीधे आवेदन नहीं लिए गए बल्कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट में जाकर पहले प्राइवेट परीक्षार्थियों को रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ा। इसके बाद दूसरे चरण में छात्र कॉलेज पहुंचेंगे।

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