रायपुर। छत्तीसगढ़ में फिर से कोरोना ने दस्तक दे दी है। काफी समय बाद प्रदेश की राजधानी रायपुर, बिलासपुर और कांकेर में एक-एक कोरोना मरीज मिले है। इन मरीजों में एक संक्रमित एम्स की एक नर्स हैं। वहीं, बिलासपुर में एक कारोबारी संक्रमित पाया गया है। तीनों को आइसोलेशन पर रखा गया है। साथ ही तीनों की हिस्ट्री का पता लगाने स्वास्थ्य विभाग जुट गया है।
मालूम हो कि आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कोरोना वायरस से निपटने से जुड़ी तैयारियों के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टर, नगरीय निकाय अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की बैठक ली। इसमें प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर किये जाने वाले एहतियात के संबंध में समीक्षा की गई।
नए साल और त्योहार को देखते हुए कोविड संक्रमण को रोकने के लिए तमाम जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता की जांच की जाए।कोरोना संबंधी मामलों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की जाए। सभी उपकरणों की जांच की जाए।
हर जिले में कोविड की पर्याप्त संख्या में जांच की जाए। कम से कम 100 टेस्ट हर दिन होनी चाहिए। हो सके तो सभी RT-PCR विधि से की जाए।कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर इसके जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल रायपुर एम्स भेजे जाएं। जिससे नए वैरिएंट की पहचान की जा सके। नीचे देखें जारी आदेश...
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, WHO ने मंगलवार को जेएन.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन को रुचि के प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया। जिसमें कहा गया है कि यह स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर निष्कर्ष निकाला गया है। इस वेरिएंट से स्वास्थ्य को रिस्क बेहद कम है। JN.1 को पहले इसके मूल वंश BA.2.86 के एक भाग के रूप में देखा जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा कि मौजूदा वैक्सीन जेएन.1 और सीओवीआईडी -19 वायरस के अन्य वेरिएंट से होने वाली गंभीर बीमारी से रक्षा करते हैं और इससे मृत्यू का खतरा कम है।
बता दें कि केरल में कोरोना का नया सब वेरिएंट जेएन.1 (JN.1) का एक मामला भी सामने आया था। जिसके बाद से लोग काफी घबराए हुए हैं। लोगों को लग रहा है कि कहीं कोरोना एक बार फिर से दस्तक न दे दे। वहीं केंद्र सरकार ने भी कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर चिंता व्यक्त की है। इसके लिए बुधवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक भी बुलाई गई है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को जेएन.1 (JN.1 ) के बारे में जानकारी दी है। साथ ही ये भी स्पष्ट किया है कि इससे स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है।
गंभीर बीमारी और मृत्यु से रक्षा करते हैं।कोरोना के मामले को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की है। केंद्र सरकार ने आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्यों को सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और अन्य व्यवस्थाओं को पूरा करने को कहा। इसके साथ ही एडवाइजरी में राज्यों को नियमित आधार पर सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर सांस लेने में दिक्कत वाली बीमारी के मामलों की निगरानी करने के निर्देश दिए है।