CG BJP News: BJP के बड़े नेताओं की सिफारिशें हवा में उड़ी, सारे दिग्गज विधायक किनारे, भाजयुमो अध्यक्ष की छुट्टी, संगठन के नामों को मिला वेटेज...
CG BJP News: NPG.NEWS ने जैसा कि दो दिन पहले बताया था कि बीजेपी की कार्यकारिणी चौंकाने वाली रहेगी। वैसा ही हुआ। बीजेपी के सारे दिग्गज नेताओं की सिफारिशें कूड़ेदान में डाल दी गईं। महत्व मिला तो सिर्फ संगठन से भेजे नामों को। किसी सांसद को पहली बार बनाया गया मुख्य प्रवक्ता, तो राज्य बनने के बाद पहली बार मीडिया पृष्ठभूमि के हेमंत पाणिग्राही को सौंपा गया मीडिया संयोजक की कमान। उधर, संगठन की सिफारिश पर मंत्री के खिलाफ खुला मोर्चा खोलने वाले भाजयुमो अध्यक्ष रवि भगत की छुट्टी कर दी गई। पूर्व सांसद सहित कई दावेदारों को नहीं मिली जगह, चौंकाने वाले नाम सूची में दिखे। सिर्फ धरमलाल कौशिक के कुछ समर्थकों को मिली जगह। जाहिर है, कार्यकारिणी में नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने का काम किया गया है।

CG BJP News: रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा में जैसा कि NPG.NEWS ने पहले ही बता दिया था, चौंकाने वाले नामों को प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों के रूप में जगह दी गई है। दिल्ली के नेतृत्व ने केवल प्रदेश संगठन की ओर से आने वाले नामों को महत्व दिया है। सूची से यह बात भी साफ है कि केंद्रीय नेतृत्व ने तमाम दावेदारों को खारिज करते हुए पूर्व सांसद सहित किसी को मौका नहीं दिया। इसकी जगह जाति समीकरण और पार्टी की नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने के इरादे से पदाधिकारियों का मनोनयन किया गया है।
छत्तीसगढ़ में जिन जिलों में पार्टी को संगठनात्मक रूप से संतुलित किया जाना था, वहां के भाजपाइयों का नाम भी सूची में दिख रहा है। उपाध्यक्ष, मंत्री से लेकर सभी पदों में महिलाओं, जाति वर्ग और क्षेत्रीयता के आधार पर नाम तय किए गए हैं।
प्रदेश भाजपा की नई सूची की पार्टी नेताओं ने अपने स्तर पर समीक्षा शुरू कर दी है। चौंकाने वाली बात यह है कि प्रदेश भाजपा के कई दिग्गज नेताओं की ओर से गए नामों को सूची में शामिल नहीं किया गया है। केवल बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ऐसे नेता दिख रहे हैं, जिनके एक समर्थक को पद दिए गए हैं। इनमें मुख्य हर्षिता पांडेय हैं, जिन्हें मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा विशेष उल्लेखनीय के रूप में किसी भाजपा नेता का नाम नहीं लिया जा सकता, जिन्होंने अपने समर्थकों या पसंद को जगह दिलाने में सफलता हासिल की हो।
ओबीसी का रखा ख्याल
बीजेपी की कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष पद पर जगन्नाथ पाणिग्रही और प्रबलप्रताप सिंह जूदेव यथावत रखे गए हैं। ये दोनों संगठनात्मक रूप से काफी मजबूत हैं और इनकी सक्रियता लगातार दिख रही है। जबकि दो महिलाओं के साथ जाति समीकरण के आधार पर उपाध्यक्ष के नाम तय किए गए हैं। इसी तरह महामंत्री में नवीन मारकंडेय का नाम पहले से तय माना जा रहा था। मंत्री पद में ओबीसी वर्ग को ज्यादा महत्व दिया गया है, महिलाओं का प्रतिनिधित्व पर्याप्त रखा गया है।
नई पीढ़ी को आगे बढ़ाया
कोषाध्यक्ष पद के लिए राम गर्ग का नाम है, यह नाम सिफारिश भेजे जाने के साथ ही चर्चा में आ चुका था। प्रवक्ताओं की सूची देखें तो साफ है कि कुछ पुराने को रख कर नई पीढ़ी को आगे बढ़ा दिया गया है। भाजयुमो अध्यक्ष रवि भगत की विदाई तय हो चुकी थी, क्योंकि पार्टी विरोधी बयानबाजी पर उन्हें अनुशासनहीनता के कारण कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका था। यह पहली बार हुआ कि किसी प्रदेश मोर्चा के अध्यक्ष को नोटिस भेजा गया था।
तेजतर्रार सांसद को प्रवक्ता की कमान
छत्तीसगढ़ भाजपा ने इस बार प्रदेश पदाधिकारियों की नियुक्ति में पार्टी के भी बड़े नेताओं को चौंका दिया है। पार्टी की यह सियासी चाल किसी को समझ नहीं आ रहा है। एक जमाने में पार्टी में तेज माने जाने वाले विधायक अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी और श्रीचंद सुंदरानी मीडिया के सामने पक्ष रखते देखे जाते थे। अब भाजपा ने राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय पर भरोसा किया है। पांडेय लोकसभा में भी मुद्दे उठाने में माहिर हैं और अक्सर बड़ी बहसों में उन्हें बोलने का मौका पार्टी देती रहती है। माना जा रहा है कि यही देख कर भाजपा ने दिल्ली से ही तय कर लिया कि अब छत्तीसगढ़ में मुख्य प्रवक्ता का काम पांडेय ही देखेंगे। इनके अधीन 12 प्रवक्ता रखे गए हैं। इन सभी प्रवक्ताओं की भी अपनी अलग विशेषता है। कुछ पुराने प्रवक्ताओं को यथावत रखा गया है और शताब्दी पांडेय और उज्जवल दीपक जैसे नाम भी रखे गए हैं। शताब्दी को प्रखर वक्ता माना जाता रहा है और उज्जवल भी काफी समय से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। खास बात यह है कि प्रवक्ताओं की नियुक्ति में भी पार्टी ने जातिगत समीकरण को ध्यान में रखा है, जिससे कोई वर्ग उपेक्षित महसूस न करे। प्रदेश कार्यसमिति के पुनर्गठन के वक्त यह बात सामने आयी थी कि प्रवक्ता के मामले में पार्टी को जाति समीकरण भी देखना चाहिए, जिससे हर वर्ग पार्टी के साथ बंधा हुआ रहे।
पत्रकार रहे हेमंत को बनाया मीडिया संयोजक
भाजपा ने मीडिया संयोजक का जिम्मा हेमंत पाणिग्रही को दिया है। यह विशेष ध्यान देने योग्य बात है कि 25 साल में पहली बार मीडिया में काम के अनुभवी हेमंत को पार्टी ने इस काम के लिए चुना है। हेमंत कुछ सालों से लगातार भाजपा के लिए ही काम कर रहे हैं और परदे के पीछे से मीडिया से संबंधित इनपुट देने या लेने का काम बारीकी से कर रहे हैं। जाहिर है, भाजपा अब पेशेवर मीडिया के जानकारों की मदद से अपना काम आगे बढ़ाना चाहती है। हेमंत जगदलपुर से ताल्लुकात रखते हैं। वे प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव के विश्वस्त हैं।
मितूल को अपग्रेड
विधानसभा, लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन को देखते सोशल मीडिया के सह संयोजक मितुल कोठारी को प्रमोट कर सोशल मीडिया का संयोजक बनाया गया है।
पद देकर बनाया संतुलन
पार्टी ने मंत्री पद में जातिगत समीकरण के अलावा प्रदेश की राजनीतिक तस्वीर को सामने रख कर फैसला किया है। जांजगीर चांपा और सक्ती में भाजपा को विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। संगठन को वहां मजबूती की दरकार है और सरकार बनने के बाद वहां पदाधिकारी के जरिए ही भाजपा को सक्रिय रखा जा सकता है। इसे देखते हुए विद्या सिदार को मंत्री बनाया गया है, जो सक्ती का प्रतिनिधित्व करती हैं।
बजाज को कार्यालय मंत्री की जिम्मेदारी
पार्टी ने जाने-पहचाने चेहरे अशोक बजाज को कार्यालय मंत्री का जिम्मा दिया है। बजाज सीधे तौर पर सभी नेताओं से जुड़े हुए हैं और सबसे बड़ी बात वे किसी पद पर नहीं रहते तब भी सक्रिय रहते हैं। इनकी सक्रियता का ही इनाम है कि उन्हें पार्टी ने कार्यालय मंत्री बनाया है। अब वे राजधानी आने वाले सभी दिग्गज नेताओं की व्यवस्था संभालेंगे।
महिलाओं को 8 पद
महिलाओं के हिसाब से देखें तो दो उपाध्यक्ष के साथ चार मंत्री पद इनके हिस्से में गया है। दो महिलाओं को प्रवक्ता का जिम्मा भी मिला है। इनमें रुपकुमार चौधरी और रंजना साहू उपाध्यक्ष, संध्या परघनिया, हर्षिता पाण्डेय, विद्या सिदार, ऋतु चौरसिया मंत्री तथा किरण बघेल, शताब्दी पाण्डेय प्रवक्ता शामिल हैं।
