CG Rail Accident: रेल हादसा: कमिश्नर रेल सेफ्टी ने मृत लोको पायलट और घायल असिस्टेंट लोको पायलट के मोबाइल की स्क्रीन टाइम डेटा मांगी, जांच में आई तेजी
CG Rail Accident: गेवरा बिलासपुर मेमू रेल हादसे की जांच में तेजी आते दिखाई दे रही है। सीआरएस कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी बीके मिश्रा ने रेल हादसे में मृत लोको पायलट और गंभीर रूप से घायल असिस्टेंट लोको पायलट के मोबाइल की स्क्रीन टाइम डेटा मांगी है। रेलवे अफसरों ने लोको पायलट व असिस्टेंट लोको पायलट के मोबाइल का कॉल डिटेल सीआरएस को उपलब्ध करा दिया है।

CG Rail Accident: बिलासपुर। गेवरा बिलासपुर मेमू रेल हादसे की जांच में तेजी आते दिखाई दे रही है। सीआरएस कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी बीके मिश्रा ने रेल हादसे में मृत लोको पायलट और गंभीर रूप से घायल असिस्टेंट लोको पायलट के मोबाइल की स्क्रीन टाइम डेटा मांगी है। रेलवे अफसरों ने लोको पायलट व असिस्टेंट लोको पायलट के मोबाइल का कॉल डिटेल सीआरएस को उपलब्ध करा दिया है।
गेवरा बिलासपुर हुए मेमू रेल हादसे की जांच कर रहे कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी CRS बीके मिश्रा ने अब लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट के मोबाइल स्क्रीन टाइम की जानकारी मांगी है। सीआरएस द्वारा मांगी गई डेटा उपलब्ध कराना रेलवे अफसरों के लिए कठिन साबित हो रहा है। सीआरएस ने शुरुआत में मृत लोको पायलट विद्यासागर और असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज के कॉल डिटेल रिकॉर्ड CDR मंगाए थे, जो संबंधित टेलीकॉम कंपनियों से मंगाकर दे दिया गया है। लेकिन मोबाइल स्क्रीन टाइम निकालना बड़ा चुनौतीपूर्ण है। इस तरह की जानकारी और डेटा केवल मोबाइल कंपनियां ही मुहैया करा सकती हैं। अभी तक इस बारे में कोई स्पष्ट रास्ता नहीं निकल पाया है, और जांच इसी बिंदु पर अटक गई है। पिछले दिनों सीआरएस ने बिलासपुर जोन के प्रिंसिपल चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, प्रिंसिपल चीफ मैकेनिकल इंजीनियर, प्रिंसिपल चीफ मेडिकल डिपार्टमेंट और प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर को कई जानकारियां लेकर तलब किया था। उनसे असिस्टेंट लोको पायलट का बयान, दोनों के कॉल रिकॉर्ड, वाट्सएप चैट, यू-ट्यूब यूज टाइम, इंजन कैमरे की वीडियो और वॉयस रिकॉर्डिंग आदि की जानकारी मांगी गई थी। अधिकारियों ने इनमें से कुछ जानकारी उपलब्ध करा दी है।
भयावह हादसे की चश्मदीद गवाह का बयान
गेवरा मेमू की असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज ने अपने बयान में दुर्घटना के कारणों का खुलासा किया है। रश्मि ने बताया कि हादसे से पहले कैब के सामने लगा सनलाइट पर्दा अचानक से गिर गया। जब तक हटाते मौत सामने खड़ी दिखी। इमरजेंसी ब्रेक भी लगाए पर सब कुछ पलक झपकते खत्म हो गया। पैसेंजर ट्रेन मालगाड़ी से जा टकराई। मौत से लेकर जिंदा बची असिस्टेंट पायल रश्मि राज को रेलवे ने सस्पेंड कर दिया है।
सीआरएस कार्यालय की ओर से बयान लेने के लिए अधिकारी को कोलकाता बुलाया गया। 14 नवंबर को रेलवे के संरक्षा विभाग से जुड़े अफसरों ने अस्पताल पहुंचकर रश्मि राज से पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक, रश्मि राज ने अपने बयान में कई महत्वपूर्ण बातें कही हैं। उन्होंने बताया कि दुर्घटना से ठीक पहले एडवांस सिग्नल 'सिंगल यलो' था। इसके बाद आने वाले सिग्नल के बारे में मास्टर ने उन्हें बताया था कि 'सिग्नल ओके है।' इसी दौरान लोको कैब में सामने लगा सनलाइट पर्दा अचानक गिर गया। उसे हटाने के लिए उन्होंने हाथ बढ़ाया और उसी क्षण सामने खड़ी मालगाड़ी दिखाई दी। उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक दबाया, लेकिन दूरी कम होने के कारण ट्रेन रुक नहीं सकी। संरक्षा अधिकारियों ने असिस्टेंट लोको पायलट से सिग्नलिंग, गति, दृश्यता और कैब की स्थिति को लेकर कई सवाल पूछे गए, जिनके जवाब दर्ज कर लिए गए हैं। इस बयान को जांच की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हादसे के दौरान की एकमात्र चश्मदीद गवाह है रश्मि।
असिस्टेंट लोको पायलट को रेलवे ने किया सस्पेंड
पैसेंजर ट्रेन की असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज को रेलवे ने सस्पेंड कर दिया है। रेल अफसरों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। रश्मि का स्वास्थ्य पहले से बेहतर है, पर अभी भी उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से अभी डिस्चार्ज नहीं हुई है।
ट्रेन हादसा
4 नवंबर की अपरान्ह 4 बजे गेवरारोड से बिलासपुर आ रही मेमू लोकल ट्रेन लालखदान में अप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी की ब्रेकयान से सीधे टकरा गई थी। 48 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आ रही ट्रेन ने मालगाड़ी से सीधे टकरा गई थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मेमू का इंजन ब्रेकयान को धकेलते हुए कोयला भरे वैगन पर चढ़ गया। हादसे में लोको पायलट विद्यासागर सहित 12 यात्रियों की मौत हो गई थी। दुर्घटना में 20 से अधिक यात्री घायल हुए थे।
