Begin typing your search above and press return to search.

CG Bilaspur News: मेडिकल कॉलेज में रैगिंग पर सख्ती,25 छात्रों को रैगिंग करने और जूनियर को धमकाने पर हॉस्टल से किया गया निष्कासित

CG Bilaspur News: सिम्स मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रों को धमकाने, दुर्व्यवहार करने और रैगिंग करने के मामले में 25 छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है तीन अलग-अलग स्तरों पर यह कार्यवाही सिम्स प्रबंधन ने छात्रावास प्रबंधन समिति की बैठक के बाद किया है।

CG Bilaspur News: मेडिकल कॉलेज में रैगिंग पर सख्ती,25 छात्रों को रैगिंग करने और जूनियर को धमकाने पर हॉस्टल से किया गया निष्कासित
X
By Radhakishan Sharma

CG Bilaspur News: बिलासपुर। बिलासपुर के सिम्स मेडिकल कॉलेज में जूनियर्स को धमकाने और प्रताड़ित करने वाले 25 छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है। ये कार्रवाई रघुराज सिंह स्टेडियम के पास किराए के हॉस्टल में रह रहे सिम्स के एमबीबीएस द्वितीय वर्ष (बैच 2024) के छात्रों पर की गई है। इन सीनियर स्टूडेंट्स के खिलाफ अपने जूनियर्स के साथ दुर्व्यवहार और धमकाने की लगातार शिकायतें आ रही थी। शिकायतों के आधार पर सिम्स प्रबंधन ने 25 छात्रों को हॉस्टल से निकाल दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार ये सभी छात्र इमलीपारा स्थित राजा रघुराज सिंह स्टेडियम के पीछे बने किराए के हॉस्टल में रह रहे थे, जहां लगभग 60 छात्रों की व्यवस्था है। यहां सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर्स को फोन पर धमकाने, परेशान करने और बस में जबरन बैठाकर प्रताड़ित करने जैसी शिकायतें लगातार मिल रही थीं। जूनियर छात्रों ने इसकी शिकायत सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति से की थी।

शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए डीन ने 31 अक्टूबर को छात्रावास प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई। बैठक में सभी सदस्यों ने माना कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो भविष्य में कोई बड़ी घटना हो सकती है। इसके बाद समिति ने सर्वसम्मति से 25 छात्रों को अलग-अलग अवधि के लिए हॉस्टल से निष्कासित करने का फैसला लिया। यह सिम्स में हाल के वर्षों में की गई सबसे बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई मानी जा रही है। सिम्स में इससे पहले भी छात्रों के बीच मारपीट और विवाद की घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई लंबे समय बाद हुई है। इस घटनाक्रम के बाद संस्थान में हड़कंप मच गया है।

तीन स्तरों पर हुई कार्रवाई

18 छात्र – पहली बार अनुशासनहीनता में पाए गए, 3 महीने के लिए हॉस्टल से निष्कासित किए गए है।

6 छात्र – दोबारा अनुशासनहीनता करने पर 6 महीने के लिए निष्कासित

1 छात्र (प्रखर प्रताप सिंह राठौर) – बार-बार चेतावनी के बावजूद रवैया न सुधारने पर 1 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है।

अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी

मामले में सिम्स के डीन डॉक्टर रमणेश मूर्ति ने कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्रावास के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की गई है।

Next Story