CG Bilaspur News: ड्रिंक एंड ड्राइव: नशा और रफ़्तार; पहले दो गाड़ियों को मारी टक्कर फिर घर में घुसा दी गाड़ी
CG Bilaspur News: स्कॉर्पियो सवार नशेड़ी युवकों ने नशे में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हुए पहले दो गाड़ियों को टक्कर मारी फिर घर में गाड़ी घुसा दी। शिकायत पर पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।

CG Bilaspur News: बिलासपुर। मंगला रोड पर मंगला चौक से पहले ज़ब्बल गली के पास स्कार्पियो की तेज रफ्तार के कारण एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। नशे में धुत दो युवक शुक्रवार– शनिवार की दरमियानी रात 1 बजे स्कार्पियो को लहराते हुए एक के बाद एक दो गाड़ियों से टकराए। इसके बाद बाइक को घसीटते हुए वह सीधे स्थानीय निवासी पवन अग्रवाल के घर की दीवार में जा टकराई। तेज आवाज सुनकर घर में मौजूद लोग बाहर आए तो देखा कि कार उनके दरवाजे पर खड़ी थी और दीवार टूट चुकी थी। भीतर दो युवक नशे में धुत थे। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में जब यह घटना हुई तो कार के पीछे सिविल लाइन थाने की पाइंट ड्यूटी पर निकले दो जवान और उनके पीछे पेट्रोलिंग वैन थी। जवान तुरंत घटनास्थल पर रुके और दोनों युवकों को बाहर निकाला। कार को हटाने का प्रयास किया गया, लेकिन नीचे फंसी बाइक और टायर फटने के कारण कार नहीं हिली। अंततः पुलिस गाड़ी वहीं छोड़कर चली गई।
लोगों ने कार की जांच की तो उसमें जय ट्रेडर्स के नाम से कई विजिटिंग कार्ड मिले। गाड़ी नई थी, सीट पर लगी पॉलीथिन भी नहीं उतरी थी और बोनट पर रिबन लगा हुआ था।
स्कार्पियो सीजी 10 एफ 2742 के मालिक कुदुदंड निवासी अमन अनंत और हसन अब्बास रिजवी समेत अन्य ने देर रात थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मोटर व्हीकल एक्ट और बीएनएस की धारा के तहत चालाक के खिलाफ मामला दर्ज किया।
शराब और सूखा नशा दोनों किया था
मौके पर जुटी गुस्साई भीड़ को देखते हुए पुलिस दोनों युवकों को 112 वाहन में बैठाकर थाने ले गई। थाने में कार मालिकों की रिपोर्ट के बाद उनका मुलाहिजा कराया गया। डॉक्टर ने जांच में बताया कि दोनों ने शराब के साथ सूखा नशा भी किया था।
पुलिस को दिखाई धमक
कार सवार जयंत जोशी और अमन पात्रे तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहे थे। उनके ठीक पीछे पुलिस की गश्त पार्टी थी। हादसा गश्त पार्टी की आंखों के सामने हुआ। जवानों ने तुरंत कार रोकी और दोनों को बाहर निकाला। पूछताछ में जयंत और अमन ने गोस्वामी ट्रेडर्स के साथ काम करने की बात कहकर पुलिस को धमक दिखाई। जबकि गाड़ी का मालिक जयंत था और उसकी गाड़ी कभी-कभी ही चलती थी।
