CG Bhrashtachar News: गजब का भ्रष्टाचार: टीवी कम्प्यूटर आया नहीं और शिक्षा विभाग के अफसरों ने कर दिया 7 करोड़ का खेला...
CG Bhrashtachar News: स्कूल शिक्षा विभाग के अफसरों ने गजब का कारनामा किया है। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के तहत टीवी व कम्प्यूटर की सप्लाई करना था। सप्लायर ने सामान की सप्लाई की ही नहीं और अफसरों ने भुगतान के नाम पर सात करोड़ का वारा-न्यारा कर दिया है। एक दो नहीं पूरे 9 साल के बाद भी अब तक जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। अचरज की बात ये कि EOW ने 9 साल बाद भी आरोप पत्र दाखिल नहीं कर पाई है।

CG Bhrashtachar News: रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक शिक्षण संचालनालय के डिप्टी डायरेक्टर आशुतोष चावरे और विभाग के अधिकारियों ने मिलकर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया है। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के तहत स्कूलों में सामान पहुंचाने के नाम पर सात करोड़ का खेला कर दिया है। आज से 9 साल पहले 2016 में कंप्यूटर और टीवी सप्लाई के नाम पर घोटाले को अंजाम दिया था। सात करोड़ से अधिक के घोटाले के आरोप में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज किया था। जांच का जिम्मा राज्य सरकार ने EOW को सौंप दिया है। अचरज की बात ये कि नौ साल बाद भी ईओडब्ल्यू चार्ज शीट दायर नहीं कर पाई है।
वर्ष 2016 में राजीव गांधी शिक्षा मिशन के अंतर्गत स्कूलों में टीवी और कंप्यूटर देना था। इसके लिए संबंधित फर्म काे सामान की आपूर्ति करना था। फर्म ने सामान की आपूर्ति ही नहीं की और अफसरों ने 7 करोड़ 24 लाख भुगतान करना बता दिया। फर्जीवाड़ा के आरोप में पी रमेश सहायक संचालक (रिटायर) और बजरंग प्रजापति, एपीसी के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अब तो फाइलें होने लगी गायब
सात करोड़ के घोटाले की जांच जब राज्य सरकार ने ईओडब्ल्यू को सौंपी और जांच एजेंसी ने जांच शुरू की तब ईओडब्ल्यू को खरीदी के लिए तैयार की गई मूल नस्ती नहीं मिली। खरीदी से संंबंधित सभी फाइलें गायब कर दी गई है।
E0W ने मांगे थे दस्तावेज
अपराध की विवेचना के दौरान संचालक राजीव गांधी शिक्षा मिशन कार्यालय रायपुर से एल.एफ.डी क्रय के लिए अपनाई गयी प्रकिया से संबंधीत समस्त दस्तावेजों / नस्ती की छायाप्रति ब्यूरो में उपलब्ध कराई गई है। मूल दस्तावेज कार्यालय में उपलब्ध नहीं होना बताया गया है, जबकि प्रकरण में मूल दस्तावेज / अभिलेख की आवश्यकता है। अतः राजीव गांधी शिक्षा मिशन कार्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गः उन समस्त दस्तावेजों की छायाप्रति बुक लेट 01 से 04 तक है. प्रत्येक बुक लेट क्रमश् 677, 459, 500, 250 पन्नों की है। प्रत्येक पृष्ठों में प्रमाणित कर दस्तावेजों की सभी प्रतिग अन्वेषण ब्यूरो रायपुर को उपलब्ध कराये जाना आवश्यक हैं, उक्त कार्य सम्पन्न करने लिए अपने अधिनस्थ सक्षम आधिकारी को ब्यूरो कार्यालय रायपुर में उपस्थित होव दस्तावेजों को प्रमाणित करने के लिए निर्देशित करने का कष्ट करें। जिससे प्रकरण अग्रिम कार्यावाही किया जा सकें।
पेंडेंसी को लेकर आईजी ने लिखी थी चिट्ठी
पुलिस महानिदेशक, छत्तीसगढ़, रायपुर ने एक हलफनामा दायर कर कहा है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के सभी पुलिस महानिरीक्षकों को एक परिपत्र जारी किया है और सभी रेंज पुलिस महानिरीक्षकों और सभी जिसी के पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक की है और एक वर्ष से लंबित मामलों की वर्तमान स्थिति प्रस्तुत करने और ऐसे संबित मामलों का समय पर निपटारा करने का निर्देश दिया है।
आशुतोष चावरे पर अपराध वर्ष 20216 में दर्ज किया गया है जो कुल 9 सालो से लंबित है उक्त प्रश्नण के ऑप अधिकारी द्वारा माननीय न्यायलय में प्रस्तुत पुलिस महानिदेशक के हलफनामा को खंडित किया जा रहा है, जो कि माननीय न्यायालय की अवहेलना है।