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CG Bhilai News : पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने की ऐसी दीवानगी : कलाई काट युवती ने की जान देने की कोशिश, जानें फिर क्या हुआ

CG Bhilai News : छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित जयंती स्टेडियम में इन दिनों आस्था का जनसैलाब उमड़ा हुआ है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमान कथा को सुनने के लिए लाखों लोग दूर-दूर से पहुंचे हैं।

CG Bhilai News : पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने की ऐसी दीवानगी : कलाई काट युवती ने की जान देने की कोशिश, जानें फिर क्या हुआ
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CG Bhilai News : पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने की ऐसी दीवानगी : कलाई काट युवती ने की जान देने की कोशिश, जानें फिर क्या हुआ

By UMA

Dhirendra Shastri Bhilai Hanuman Katha : भिलाई, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित जयंती स्टेडियम में इन दिनों आस्था का जनसैलाब उमड़ा हुआ है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमान कथा को सुनने के लिए लाखों लोग दूर-दूर से पहुंचे हैं। लेकिन कथा के तीसरे दिन यहां एक ऐसी घटना घटी जिसने सबको हैरान कर दिया। कहते हैं आस्था जब जुनून बन जाए तो खतरनाक हो सकती है। एक युवती, जो पिछले कई दिनों से पंडित धीरेंद्र शास्त्री से व्यक्तिगत रूप से मिलने की कोशिश कर रही थी, मुलाकात न होने से इस कदर आहत हुई कि उसने अपनी कलाई की नस काट कर जान देने की कोशिश की।

Dhirendra Shastri Bhilai Hanuman Katha : वहां मौजूद अन्य भक्तों और सेवादारों ने जैसे ही युवती को खून से लथपथ देखा, तुरंत मौके पर हड़कंप मच गया। गनीमत यह रही कि लोगों ने समय रहते उसे देख लिया और फौरन प्राथमिक उपचार देते हुए पास के अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल युवती खतरे से बाहर बताई जा रही है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और भक्तों के पागलपन की हद तक बढ़ी आस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इतनी बड़ी घटना होने के दो दिन बाद तक स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी, जो कि प्रशासन की बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।

जब यह खबर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तक पहुंची, तो उन्होंने मंच से बहुत ही भावुक लेकिन सख्त लहजे में अपने भक्तों को समझाया। उन्होंने कहा कि भक्ति का अर्थ खुद को नुकसान पहुंचाना नहीं है। उन्होंने मंच से साफ शब्दों में अपील की कि कोई भी भक्त ऐसा गलत कदम न उठाए। बाबा ने कहा, "आप सबको मुझसे मिलने की जरूरत नहीं है, आप अपनी अर्जी लगाइए। हनुमान जी महाराज सबकी अर्जी सुनते हैं। सामूहिक अर्जी के माध्यम से मैं आपकी बात ईश्वर तक पहुंचा दूंगा, लेकिन जीवन अनमोल है, इसे इस तरह बर्बाद न करें।"

इस तरह की घटनाएं पहली बार नहीं हुई हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि लोग उनसे एक बार मिलने या अपनी समस्या बताने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाने को तैयार रहते हैं। इससे पहले भी उनके दिव्य दरबारों में भारी भीड़ के कारण कई बार स्थितियां अनियंत्रित हो चुकी हैं। मई 2023 में जब बिहार के पटना में बाबा का दरबार सजा था, तब लाखों की संख्या में लोग वहां पहुंच गए थे। उस वक्त स्थिति यह थी कि भीषण गर्मी और ऑक्सीजन की कमी के कारण दर्जनों लोग बेहोश हो गए थे। तब भी बाबा को खुद कथा रोककर लोगों से वापस लौटने की अपील करनी पड़ी थी ताकि किसी की जान न जाए।

इसी तरह की घटनाएं मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के दरबारों में भी देखी गई हैं, जहां टोकन पाने के चक्कर में अक्सर धक्का-मुक्की और भगदड़ जैसे हालात बन जाते हैं। कई बार लोग बाबा की एक झलक पाने के लिए पेड़ों और ऊंचे टावरों पर चढ़ जाते हैं, जिससे बड़े हादसे का डर बना रहता है। भिलाई की यह घटना एक सबक है कि आस्था और अंधभक्ति के बीच एक बारीक लकीर होती है जिसे पार करना जानलेवा हो सकता है। फिलहाल प्रशासन अब सतर्क है और पंडाल में निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि दोबारा कोई ऐसी हरकत न कर सके।

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