CG: बेरहम मां... जिस मां ने पैदा किया उसी ने 24 दिन बाद मार डाला, पढ़िये झकझोर देने वाली पूरी कहानी...
CG: बेटे की छह में अंधी एक माँ ने अपने की कलेजे के टुकड़े को कुएं में फेंककर मार डाला। घटना बिलासपुर के मस्तूरी की है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मां की मामता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जिस बच्ची को मां ने जन्म दिया उसी बच्ची को 24 दिन बाद मार डाला। मां ने ऐसा सिर्फ इसलिए किया क्योंकि दो लड़कियों को जन्म देने के बाद उसे बेटे की चाह थी, लेकिन इस बार भी उसे लड़की ही हुई। इस बात से दुखी महिला ने मासूम बच्ची को जिंदा कुएं में फेंक कर मार डाला।
जानिए दिल दहला देने वाली घटना के पीछे की कहानी
दरअसल, मस्तूरी के किरारी गांव का ये पूरा मामला है। करण गोयल और हसीन गोयल के घर 24 दिन पहले एक बच्ची का जन्म हुआ था। महिला की पहले से दो बच्चिया हैं। बीते रविवार 30 जून को खाना खाने के बाद पूरा परिवार कमरे में सोया हुआ था और कमरा भी अंदर से बंद था। रात में महिला जब अपने बच्ची को दूध पिलाने उठी तो देखी कि दरवाजा अन्दर से बंद है और बच्ची पलंग से गायब है। इस बात की जानकारी उसने सो रहे अपने पति व परिजनों को दी। सभी उठे और बच्ची को खोजने लगे। लेकिन घर में कहीं पर भी बच्ची नहीं मिली।
कुएं में मिला शव
सुबह परिजनों ने इसकी सूचना मस्तूरी पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची की तलाश में जुट गई। तलाशी के दौरान बच्ची का शव घर के पास कुएं में 1 जुलाई को मिला। लाश देखकर परिजनों में चिख-पुकार मच गई। इधर, पुलिस ने बच्ची की मौत को हत्या से जोड़कर मामले में जाँच शुरू की। एफएसएल टीम, डॉग स्क्वायड को बुलाकर मौके का निरीक्षण किया।
पूछताछ में पता चला कि हसीन गोयल से शादी से दोनों की तीन लड़किया है। जिसमे सबसे छोटी लडकी 24 दिन की थी। इधर, पुलिस को घटना के सम्बन्ध में पहले से घर के किसी व्यक्ति के शामिल होने की आशंका थी। जाँच टीम ने इसी आधार पर घटनास्थल की वीडियोग्राफी करवाई। बच्ची का पीएम कराने पर डॉक्टर द्वारा पानी में डूबने से मृत्यु की बात सामने आई। प्रकरण में धारा 103 बीएनएस(हत्या) जोड़ी गई। शव मिलने के बाद सभी परिजनों से मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक तरीके से पूछताछ की गई। पूछताछ में सभी के द्वारा घटना करने से इंकार किया। लेकिन, बच्ची की मां से पूछताछ के दौरान बच्ची के जाने के बाद भी दुख या पछतावे के भाव नहीं दिख रहे थे, जिस पर पुलिस को संदेह हुआ।
लड़के की छह थी हुई लड़की
इसी दौरान मृत बच्ची के अंतिम संस्कार के बाद बच्ची की मां भावनात्मक रूप से खुद से टूट गई और बताने लगी कि उसको लड़के की चाह थी पर लड़की हुई। तीसरी बेटी होने पर महिला को लगने लगा, घर मे उसका मान सम्मान कम हो जायेगा। ऐसा सोचकर महिला ने घर के सभी सदस्यों के सोने के बाद रात में घर के सामने वाले कुएं में बच्ची को जिंदा फेंक दिया। महिला को आज विधिवत न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया है।
अपील: बिलासपुर पुलिस की आम जनता से अपील है कि इस तरह के कृत्य ने पूरे समाज के प्रति एक गंभीर अमानवीय अपराध घटित किया है। जो कि हृदयविदारक है। माता पिता और एक परिवार के तौर पर हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है कि हम लड़के और लड़की में विभेद न करते हुए उन्हें समान प्रेम, संस्कार और परवरिश दें।