CG B.Ed Teachers Protest: बेटियों के साथ ऐसा व्यवहार, नशे में धुत्त पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिला शिक्षकों से की बदसलूकी, पूर्व CM भूपेश बघेल ने लगाए आरोप
CG B.Ed Teachers Protest: छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर में बर्खास्त शिक्षको का प्रदर्शन जारी है. रविवार को तेलीबांधा तालाब के पास बर्खास्त शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया. जिसके चलते रोड जाम हो गया. जिसके बाद पुलिस को जबरन हटाना पड़ा.

CG B.Ed Teachers Protest: रायपुर: छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर में बर्खास्त शिक्षको का प्रदर्शन जारी है. रविवार को तेलीबांधा तालाब के पास बर्खास्त शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया. जिसके चलते रोड जाम हो गया. जिसके बाद पुलिस को जबरन हटाना पड़ा.
दरअसल, बर्खास्त बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों ने रविवार को तेलीबांधा में देर शाम चक्काजाम कर दिया. उन्हें यहां बैठने और विरोध करने की अनुमति नहीं थी इसके बावजूद उन्होंने तेलीबांधा में प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके चलते सड़क पर लंबा जाम लग गया. जिसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया. उन्हें लगभग 10 घंटे तक रास्ता खाली करने के लिए कहा गया क्योंकि पूरा शहर परेशानियों का सामना कर पड़ रहा था. जिसके बाद धरना दे रहे सहायक शिक्षकों ने पुलिस पर जबरन हटाना पड़ा. इस दौरान धक्का मुक्की भी हुई. इतना ही नहीं कई शिक्षको को हिरासत में लिया गया है.
इधर शिक्षकों का आरोप है उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है. पुलिस ने जबरदस्ती करके उन्हें हटाया है. पुरुष पुलिसकर्मी ने महिला टीचर को जबरदस्ती उठाया है. उनके पेट पर लात मारा और घसीटा है. जिससे उन्हें चोंट आई है. कुछ महिला शिक्षक बेहोश भी हो गयी. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महिला शिक्षकों का आरोप है जो पुलिसकर्मी उन्हें हटाने आये थे उनमे से कुछ नशे में धुत्त थे.
भूपेश बघेल ने साधा निशाना
वहीँ, इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स लिखा है, "बेटियों के साथ ऐसा व्यवहार! क्या कहूँ? क्या बोलूँ? क्या लिखूँ? अब तो छत्तीसगढ़ महतारी की बेटियों की इज्जत पर विष्णु देव सरकार ने प्रहार कर दिया है. बेटियों के साथ बदसलूकी इस भाजपा सरकार ने शराब के नशे में धुत्त पुरुष पुलिसकर्मियों से करवाई है. यह आरोप स्वयं उन महिला शिक्षकों का है जो अपने घर-परिवार को छोड़कर इस ठंड में अपने न्याय की गुहार लगा रही हैं. शांतिपूर्वक तरीके से अपनी माँगों को लेकर बैठे निष्कासित बी.एड सहायक शिक्षकों में महिलाओं के बीच पुरुष पुलिसकर्मियों का जाना ही आपत्तिजनक है और नियम कायदों के खिलाफ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की “गारंटी” और विष्णु देव के “सुशासन” में हुआ यह “चीरहरण” छत्तीसगढ़ के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज होगा."