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Bore Basi Khane Ke Fayde: छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों का पसंदीदा भोजन; जानिए इस सुपरफूड ‘’बोरे बासी’’ के बारे में...फायदे जानकर रह जाएंगे दंग

Bore Basi Khane Ke Fayde: छत्तीसगढ़ के अधिकांश स्थानीय लोगों का एक और पसंदीदा भोजन भी है जिसे बोरे बासी के नाम से जाना जाता है। यह साधारण लगता है अनगिनत रहस्य छिपाए हुए हैं। आइये जानते हैं बोर बसी खाने के फायदे...

Bore Basi Khane Ke Fayde: छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों का पसंदीदा भोजन; जानिए इस सुपरफूड ‘’बोरे बासी’’ के बारे में...फायदे जानकर रह जाएंगे दंग
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By Chirag Sahu

Bore Basi Khane Ke Fayde: जब भी हम छत्तीसगढ़ के खानपान की बात करते हैं तो ठेठरी और खुरमी का नाम सबकी जुबां पर आता है, परंतु छत्तीसगढ़ के अधिकांश स्थानीय लोगों का एक और पसंदीदा भोजन भी है जिसे बोरे बासी के नाम से जाना जाता है। यह एक ऐसा भोजन जो बाहर से साधारण लगता है लेकिन अंदर से अनगिनत रहस्य छिपाए हुए हैं। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र के लोग इसे नाश्ते की तरह रोजाना खाते हैं और ये उनकी जिंदगी का हिस्सा भी बन गया है। इसे छत्तीसगढ़ में "सुपरफूड" का दर्जा दिया गया है।

बासी की प्राचीन परंपरा और वैज्ञानिक महत्व

छत्तीसगढ़ में बासी का इतिहास सदियों पुराना हैं। जब जंगलों में रहने वाले आदिवासी भोजन को खराब होने से बचाने के लिए ताजा चावल को रात भर रख देते थे। धीरे-धीरे ये प्रथा फर्मेंटेशन की कला बन गई, जहां चावल में प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया काम करके पोषक तत्वों को कई गुना बढ़ा देते। हाल के वैज्ञानिक अध्ययनों ने भी इसे साबित किया है कि बासी में ताजा चावल से 10 गुना ज्यादा विटामिन बी1 और लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया पाए जाते हैं।

बासी बनाने की सरल विधि

बासी बनाना इतना आसान है कि कोई भी घर में बना सकता है। शाम को ताजे चावल को मिट्टी के घड़े या स्टील के बर्तन में भरें। ऊपर से इतना साफ पानी डालें कि चावल पूरी तरह डूब जाएं। रात भर ढककर रख दें। अब कद्दूकस किए प्याज, बारीक कटी हरी मिर्च, एक चुटकी नमक मिलाएं। बस्तर के आदिवासी इसे बांस के टोकरे में रखकर तैयार करते हैं, जो स्वाद को एकदम पारंपरिक बना देता है। सावधानी बरतें कि बासी को कभी गर्म न करें। यह गर्मी इसके जादुई गुणों को नष्ट कर देती है।

बोरे और बासी में अंतर

कई बार छत्तीसगढ़ के लोग बासी के साथ में बोरे बासी का भी जिक्र करते हैं, बोरे और बासी इन दोनों में कुछ अंतर पाए जाते हैं। बोरे में ताजे पके चावल को कुछ देर के लिए पानी में डुबोकर तुरंत खा लिया जाता है, जबकि बासी के लिए चावल को रात भर पानी में छोड़ा जाता है, जिससे यह और नरम हो जाता है, जो स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।

बासी के स्वास्थ्य लाभ

• बासी एक प्राकृतिक भोजन है जो आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है।

• इसमें पाए जाने वाले लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया पाचन को मजबूत बनाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

• नियमित सेवन से डायबिटीज का जोखिम 30 प्रतिशत तक कम हो जाता है। गर्मी में ये शरीर को ठंडक पहुंचाता है।

• एनीमिया से जूझ रही महिलाओं के लिए ये रामबाण है, क्योंकि इसमें विटामिन बी12, आयरन और फोलिक एसिड भरपूर होते हैं।

• इसमें कैलोरी भरपूर मात्रा में पाई जाती है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है।

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