BJP Chintan Shivir :मैनपाट में चिंतन शिविर: उत्तर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भाजपा की पैठ होगी मजबूत
BJP Chintan Shivir : 7 से 9 जुलाई तक याने सोमवार से बुधवार तक भाजपा के चुनिंदा राष्ट्रीय और छत्तीसगढ़ भाजपा के सत्ता व संगठन से जुड़े तमाम प्रादेशिक नेताओं का उत्तर छत्तीसगढ़ में जमावड़ा रहेगा। तीन दिन के मंथन के बाद उत्तर छत्तीसगढ़ के मैनपाट से देश को प्रभावित करने वाले राष्ट्रीय संदेशों के अलावा वैश्विक स्तर पर केंद्र की रीति-नीति की झलक भी दिखाई देगी। एक ऐसा संदेश जिससे भविष्य की राजनीति और रणनीति तय होगी। भाजपा के चिंतन शिविर के अपने खास मायने भी है।

BJP Chintan Shivir : रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा के नजरिए से उत्तर छत्तीसगढ़ बेहद खास और अहम है। वर्ष 2023 के विधानसभा और सालभर बाद हुए लोकसभा चुनाव के दौरान इसकी झलक भी मिल चुकी है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की वापसी को लेकर उत्तर छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने अहम भूमिका निभाई है। खासकर तब जब कांग्रेस शासनकाल के दौरान डिप्टी सीएम से लेकर भूपेश मंत्रिमंडल में ताकतवर मंत्री के रूप में अमरजीत भगत का नाम लिया जाता था। उत्तर छत्तीसगढ़ में भाजपा ने सियासीतौर पर करिश्मा ही कर दिखाया। मैनपाट में सोमवार से बुधवार तक तीन दिनों तक चलने वाली चिंतन शिविर को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। जाहिर सी बात है, शिविर के बाद यहां की राजनीति अपने अलग अंदाज में दिखाई देगी। जरुरी बदलाव नजर आए तो सियासत के इस खेल में अचरज की बात भी नहीं होनी चाहिए।
चिंतन शिविर में राष्ट्रीय और प्रातीय दिग्गजों की मौजूदगी रहेगी। शिविर के पहले ही मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। बीते दो दिनों से उत्तर छत्तीसगढ़ सहित समूच छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हो रही है। सत्ताधारी दल को प्रबंधन की चिंता तो नहीं है पर किसी तरह की दिक्कतें ना आ जाए इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है। यही कारण है कि दो दिन पहले ही संगठन से जुड़े दिग्गज नेता सरगुजा पहुंच गए हैं। रविवार की सुबह शिविर स्थल मैनपाट में भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, महामंत्री संगठन पवन साय,अनुराग सिंहदेव सहित दिग्गजों ने तैयारियों का जायजा लिया। मौसम को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश भी आयोजकों को दिया जा रहा है। तैयारियों और प्रबंधन से इतर हम तो तीन दिवसीय शिविर के बाद मैनपाट से निकलने वाले संदेश और आने वाले दिनों में भाजपा की राजनीति की तय होने वाली दिशा को लेकर चर्चा कर रहे हैं। सूबे की राजनीति पर नजर डालें तो उत्तर छत्तीसगढ़ की राजनीति भाजपा के नजरिए से आने वाले दिनों में बूम होगी। राष्ट्रीय नेताओं के संदेश और कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ाव का असर नजर आएगा। कार्यकर्ताओं का उत्साह दोगुना होगा। शहर से लेकर गांव तक इस जोश का असर नजर आएगा। उत्तर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भाजपा के नजरिए से आने वाला बदलाव जितना व्यापक होगा,ठीक उसी अंदाज में कांग्रेस के सामने चुनौतियां भी आएंगी। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले और बाद की स्थिति पर नजर डालें तो कांग्रेस में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आपसी मतभेद और गुटीय संघर्ष में उलझी कांग्रेस के लिए आगे का राह निरापद तो नहीं बेहद कठिन जरुर होने वाली है।
चिंतन शिवर में यह सब
चिंतन शिवर की बात करें तो तीन दिवसीय शिविर के दौरान 12 सत्र होंगे। सभी सत्रों पर विशेष जोर रहेगा। सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग से लेकर आने वाले दिनों में होने वाले चुनाव की रणनीति, संवाद कौशल, संगठनात्मक चर्चा, पार्टी की रीति-नीति को लेकर चर्चा होगी। चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर निगम पार्षद जैसे जनप्रतिनिधियों के अलावा संगठन के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
चिंतन शिविर में भाजपा के राष्ट्रीय और प्रादेशिक नेताओं की मौजूदगी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किया है। 3 एसपी, 3 एडिशनल एसपी, 15 डीएसपी, टीआई, एसआई, एएसआई के अलावा 700 जवानों की तैनाती रहेगी। चिंतन शिविर का शुभारंभ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। समापन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। शिविर में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान, सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, सहित दिग्गज नेताओं का संबोधन होगा।
इस पर रहेगा फोकस
- केंद्र सरकार की उपलब्धियां और योजनाओं का प्रचार
- सोशल मीडिया की भूमिका और सही उपयोग
- चुनावी प्रबंधन और बूथ मैनेजमेंट
- संगठनात्मक अनुशासन और आचार संहिता
- संवाद कौशल और जनसंपर्क के नए तरीकेें
- भाजपा की विचारधारा और कार्यशैली