Bilaspur Police: लैंड माफिया कांग्रेसी गिरफ्तारः बुर्का पहनकर घर में छुपा था, पुलिस से होशियारी काम नहीं आई, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के आत्महत्या मामले में कार्रवाई
Bilaspur Police: बिलासपुर शहर के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रज्जब अली ने आत्महत्या से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर लैंड माफिया और कांग्रेस नेता अकबर खान तथा पार्षद तैय्यब हूसैन पर जमीन कब्जा करने को लेकर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। पुलिस ने पहले केस दर्ज करने में आनाकानी की। मगर मीडिया का प्रेशर बढ़ने पर मुकदमा दायर किया मगर कोई कार्रवाई नहीं की।
Bilaspur Police: बिलासपुर। पुलिस ने आज लैंड माफिया और कांग्रेस नेता अकबर खान को गिरफ्तार कर लिया। उसे बिलासपुर शहर से लगे चांटीडीह के व्यापारी और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रज्जब अली को प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने अरेस्ट किया है। रजनेश सिंह ने पुलिस अधीक्षक का पदभार संभालने के बाद लगातार पुराने मामलों में कार्रवाई कर रहे हैं।
अकबर खान को इसकी भनक लग गई थी। वह कुछ दिनों से फरार चल रहा था। पुलिस को आज मुखबिरो से सूचना मिली कि अकबर खान घर आया है। पुलिस धमकी तो वह बुर्का पहन लिया। मगर पुलिस इस बार चूक नहीं की। उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है। एसपी रजनेश सिंह ने एनपीजी न्यूज को बताया कि अकबर खान के खिलाफ कई मामले हैं। ज्यादतर केस धमकाकर जमीन हड़कपना और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है।
आज जिस मामले में कार्रवाई हुई है, वह सरकंडा थाना का मामला है। करीब डेढ़ साल पुराना 4 अक्टूबर 2022 का। तब चांटीडीह के रहवासी और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रज्जब अली मुख्यमंत्री को पत्र लिख फांसी पर झूल गए थे। मौत के बाद परिजनों को सीएम के नाम लिखा पत्र मिला।
कांग्रेस नेता की मौत के बाद भी कांग्रेस सरकार ने इस मामले में मौन साध लिया। मीडिया का प्रेशर बढ़ने के बाद बिलासपुर पुलिस ने अकबर खान और तैय्यब हूसैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया मगर गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस रिकार्ड में उसे फरार बताया जा रहा था।
जानिए पूरा मामला
सरकंडा थाना क्षेत्र के चांटीडीह रपटा चौक में रहने वाले 56 वर्षीय रज्जब अली मछली व्यवसाय था। उन्होंने 4 अक्टूबर 2022 की सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया था। सुसाइड नोट में व्यवसायी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने परिवार को सुरक्षा उपलब्ध करवाने का आग्रह किया था। इसके अलावा व्यवसायी के बेटे अरमान उर्फ हमाम अली और परिवार वालों ने कांग्रेस के महामंत्री अकबर खान वहl पूर्व ब्लाक अध्यक्ष तथा मास्टर ट्रेनर तैयब हुसैन के खिलाफ पिता को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। मृतक के परिवार के अनुसार रपटा चौक स्थित उनकी दुकान से लगी उनकी जमीन पर कांग्रेस नेता अकबर व तैय्यब कब्जा करने के लिए लगे हुए थे। और उनके पिता के ऊपर उसे जमीन को बेच देने का लगातार दबाव बना रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार रज्जब अली की जमीन से लगी हुई जमीन का सौदा अकबर व तैय्यब ने किया था जिसके चलते रज्जब अली की जमीन भी लेना वह चाहते थे और इसके लिए लगातार रज्जब की जमीन व उनकी दुकान की जमीन को अवैध कब्जे की बता कर खाली करने के लिए दबाव बना रहे थे। अकबर व तैय्यब की लगातार प्रताड़ना से रज्जब ने सुसाइड कर लिया था।
मामले में सरकंडा पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही थी। मृतक के परिवार के द्वारा लगातार अकबर व तैय्यब के ऊपर अपराध दर्ज करने के लिए थाने के अलावा पुलिस अफसरों के भी चक्कर लगाए जा रहे थे। मामला लगातार मीडिया में भी प्रकाशित हो रहा था। बावजूद उसके पुलिस अफसर कांग्रेस नेताओं पर अपराध दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थे। लगातार मामला उछलने के चलते मर्ग जांच थाने से लेकर एडिशनल एसपी सिटी को दे दी गई थी। पर अक्टूबर 2022 का मामला होने के बावजूद भी दिसंबर 2023 तक के मामले में ना तो मर्ग जांच पूरी हुई ना हीं अपराध दर्ज किया गया।
3 दिसंबर 2023 को राज्य में भाजपा की सरकार बनी। सरकार बनते ही बिलासपुर नगर विधायक अमर अग्रवाल ने 15 दिन में अपराधियों के खात्मे का बयान जारी किया था। भाजपा सरकार बनने के बाद जनवरी 24 में अकबर खान व तैय्यब के ऊपर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का अपराध दर्ज किया गया। अपराध दर्ज होने के बाद दोनों कांग्रेस नेता फरार हो गए थे। आज सुबह सरकंडा पुलिस को सूचना मिली की अकबर अपने परिवार से मिलने देवनंदन नगर स्थित घर में आया हुआ है तब सरकंडा थाना प्रभारी का प्रभार संभाल रहे प्रशिक्षण डीएसपी रोशन आहूजा और उनकी टीम ने अकबर के घर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। वही तैय्यब अब भी फरार है।
सकरी थाने में भी है अपराध दर्ज
अकबर खान की पिछली सरकार में इतना अधिक रसूख था कि उसके द्वारा प्रताड़ित करने से सकरी थाना क्षेत्र में भी सिद्धू नामक युवक ने आत्महत्या कर लिया था। सिद्धू अकबर का कर्मचारी था। पर मृतक के परिजनों के लगातार पुलिस अफसर से लेकर मंत्रियों तक चक्कर लगाने के बाद भी अपराध दर्ज नहीं किया गया था। तब सिद्धू के घर वालों ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी और हाईकोर्ट से पुलिस अफसरों को फटकार पड़ने पर अकबर के खिलाफ अपराध दर्ज हो सका था। उक्त मामले में अकबर की गिरफ्तारी नहीं हो पाई और सूत्रों के अनुसार अकबर को मामले में वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिल चुका है।