Bilaspur News: बिलासपुर एयरपोर्ट से देशभर के महानगरों की एयर कनेक्टिविटी, हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने निर्धारित किया नए साल का लक्ष्य
Bilaspur News: हवाई सुविधा महा धरने में जन संघर्ष समिति ने अब तक हुए कार्यों की समीक्षा करते हुए नए साल के लिए बिलासपुर में हवाई सुविधा लक्ष्य निर्धारित कर दिए हैं।
Bilaspur News: बिलासपुर: हवाई सुविधा महा धरने में जन संघर्ष समिति ने अब तक हुए कार्यों की समीक्षा करते हुए नए साल के लिए बिलासपुर में हवाई सुविधा लक्ष्य निर्धारित कर दिए हैं। इसके अनुसार बिलासपुर से देश के चारों दिशाओं में महानगरों तक सीधी उड़ान बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग की सुविधा और 4c एयरपोर्ट बनाने के लिए काम शुरू होना शामिल है।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने कहा कि अब तक बिलासपुर से दिल्ली और कोलकाता सीधी उड़ान से जुड़ चुके हैं परंतु यह उड़ान सप्ताह में केवल दो दिन है दिल्ली के लिए चार अन्य दिनों में उड़ान उपलब्ध है परंतु वह पहले की तरह जबलपुर या प्रयागराज होकर जाती है जबकि बिलासपुर से दिल्ली सीधी उड़ान की भारी मांग है और लगभग हर दिन विमान पर्याप्त यात्री क्षमता के साथ जाता है. कई बार तो उसमें सीट नहीं मिलती। बिलासपुर से दिल्ली पूरे 7 दिन सीधी उड़ान होना आवश्यक है और यह उड़ान पूर्व में चल रहेव्हाया प्रयागराज और जबलपुर उड़ान के अतिरिक्त होनी चाहिए। इसी तरह कोलकाता के लिए सप्ताह में दो दिन चलने वाली उड़न को कम से कम कर दिन किया जाना चाहिए.
साउथ और ईस्ट की कनेक्टिविटी जरूरी
बिलासपुर से दक्षिण भारत में हैदराबाद और बेंगलुरु तथा पश्चिम भारत पर मुंबई की सीधी कनेक्टिविटी आवश्यक है। समिति ने कहा कि वह इस साल इन उड़ानों को मूर्त रूप लाने के लिए सभी प्रकार के कार्य करेगी जिसमें निजी एयरलाइन कंपनियों से सीधा संपर्क भी शामिल है वहीं राज्य सरकार से ओपन टेंडर कर कर इन मार्गों पर उड़ान शुरू करने की मांग भी की जाएगी।
अलावा बिलासा एयरपोर्ट पर लगभग 2 साल से चल रहा नाइट लैंडिंग का काम 6 माह के भीतर पूरा किया जाए, ऐसी मांग लेकर समिति काम करेगी. बता दें कि मार्च के महीने में दक्षिण कोरिया से सभी आवश्यक उपकरण बिलासपुर पहुंच जाएंगे अतः उसके बाद 3 महीने में यह सुविधा बिलासपुर को मिलनी चाहिए। समिति ने बिलासा एयरपोर्ट को 4c एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रोजेक्ट पर वास्तविक कार्य शुरू करने का लक्ष्य भी इस साल निर्धारित किया है. इसके लिए सेना से भूमि का हस्तांतरण, 4c एयरपोर्ट की डीपीआर तैयार करना उसे पर कार्य प्रारंभ करने के लिये आवश्यक वित्तीय स्वीकृति और प्रोजेक्ट पर वास्तविक कार्य यह सभी 2025 के साल में किया जाना चाहिए।
रनवे का विस्तार जरूरी
समिति ने कहा कि सबसे पहले बिलासपुर एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार 1500 मीटर से बढ़कर 2200 मीटर किया जाना चाहिए जिससे कि एयरबस और वोइंग जैसे बड़े विभाग उत्तर सके। साथ ही बड़े विमान की यात्री संख्या के हिसाब से कम से कम 500 यात्रियों को एक वक्त में हैंडल किए जाने वाले टर्मिनल भवन का निर्माण भी प्रारंभ किया जाना है।
2025 तक पूरे हों सभी कार्य
हवाई सुविधा जनसंख्या समिति ने कहा कि वह 2025 का साल इन सभी लक्ष्य को लेकर कार्य करेगी और अपने आंदोलन के विस्तार की रणनीति इनलक्ष्यों के हासिल करने में हो रही देरी या कठिनाई को दूर करने के हिसाब से बनाएगी। समिति ने सभी सहयोगी संगठनों एवं अन्य जागरूक नागरिकों से हवाई सुविधा विस्तार आंदोलन को और शक्ति देने की अपील भी जारी की है।