Bilaspur Highcourt News: हाई कोर्ट ने कहा: सिम्स में स्थाई सुधार के लिए मॉनिटरिंग की जरूरत, नई मशीनों की खरीदी के संबंध में CGMSCL ने दी जानकारी
Bilaspur Highcourt News:–सिम्स में व्यवस्था सुधारने और आवश्यक मशीनों की कमी को लेकर हाईकोर्ट जनहित याचिका के रूप में सुनवाई कर रहा है। सुनवाई में हाईकोर्ट के निर्देश पर सिम्स के डीन ने व्यवस्थाओं के सुधार हेतु उठाए गए कदमों की जानकारी शपथ पत्र में प्रस्तुत की। वही सीजीएमएसी ने भी उपकरण खरीदी के टेंडर की जानकारी दी। हाईकोर्ट ने प्रयासों को सकारात्मक बताते हुए स्थायी सुधार के लिए मॉनिटरिंग की बात कही है।

CIMS Me Monitoring Ki Jarurat: बिलासपुर। सिम्स की व्यवस्थाओं में सुधार लाने और मशीन खरीदी की प्रक्रिया हेतु उठाए गए कदमों की बिलासपुर हाईकोर्ट को जानकारी दी गई है। इसे लेकर सिम्स प्रबंधन ने शपथ पत्र दिया गया है। सिम्स प्रबंधन ने अपने शपथ पत्र में पिछले एक महीने में हुए सुधारों का विस्तृत ब्यौरा दिया है।
चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने कहा कि अब तक किए गए प्रयास सकारात्मक हैं, लेकिन पूरी व्यवस्था स्थायी रूप से सुधरे, इसलिए मॉनिटरिंग आगे भी जारी रहेगी। वहीं, सीजीएमएससी ने बताया कि नई मशीनों के लिए जारी टेंडर में पांच बिड आई है, मूल्याकंन की प्रक्रिया चार- पांच दिनों मे पूरी हो जाएगी। अब 17 दिसंबर को अगली सुनवाई होगी।
अस्पताल के डीन द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र में बताया गया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर का विस्तार किया गया है। नए काउंटर शुरू किए गए हैं, जिससे लाइन का दबाव कम हुआ। लैब क्वालिटी सुधारने के लिए एनएबीएल वर्कशॉप हुई, जिसमें टेक्नीशियनों को सैंपल कलेक्शन और रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड्स पर ट्रेनिंग दी गई। नवजात शिशु सप्ताह के दौरान नवजात देखभाल, साफ-सफाई, संक्रमण रोकथाम और स्तनपान पर विशेष प्रोग्राम चलाया गया। इसके अलावा वर्ल्ड एड्स डे पर जागरूकता अभियान भी हुआ।
सफाई और सुरक्षा पर वाट्सएप से मॉनिटरिंग:
अस्पताल में साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी के लिए एक विशेष वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसे सीधे डीन और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट देख रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि रात और छुट्टियों में भी सीनियर डॉक्टर राउंड ले रहे हैं।
1600 कंबल और एयर स्टरलाइजर मशीनें दीं:
तेज ठंड को देखते हुए मरीजों को 1600 कंबलों का वितरण किया गया है। अस्पताल में 96 एयर स्टरलाइजर और एचईपीए फिल्टर मशीनें लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है।
टेंडर में 5 बिडर आए:
सीजीएमएससी के एमडी की ओर से बताया गया कि मेडिकल उपकरणों की खरीद के लिए जारी टेंडर में पांच बिडर आए हैं। मशीनों को 5 कैटेगरियों में बांटा गया है। हर श्रेणी में कम से कम तीन बिडर होने पर ही टेंडर फाइनल होगा, नहीं तो री-टेंडर किया जाएगा। तकनीकी मूल्यांकन 4-5 दिन में पूरा हो जाएगा और इस महीने के भीतर आगे की प्रक्रिया शुरू करने का लक्ष्य है।
