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Bilaspur Crime: हत्या के केस में सजा काट जेल से निकला हिस्ट्रीशीटर ने आरक्षक पर ताना कट्टा

Bilaspur Crime: हत्या के आरोप में 20 साल जेल काट बाहर निकले नामी बदमाश रंजन गर्ग ने पुलिस आरक्षक पर कट्टा तान दिया। आरक्षक ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। आरक्षक की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कट्टे की बजाय सिर्फ चाकू जब्त किया है।

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By NPG News

बिलासपुर। हत्या के आरोप में बीस साल जेल काट कर निकले हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस के आरक्षक पर कट्टा तान दिया। पुलिस आरक्षक ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। आरक्षक की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को तलाश कर उससे कट्टा की बजाय बटनदार चाकू जब्त किया है। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

रवि शर्मा जीपीएम जिले में आरक्षक के पद पर तैनात है। वह बुधवार की रात अपने दोस्त की कार छोड़ने बिलासपुर आया था। उसके दोस्त ने उसे देवरीखुर्द चौक के पास बुलाया था। आरक्षक सड़क किनारे कर खड़ी कर दोस्त का इंतजार कर रहा था। तभी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी देवरीखुर्द निवासी 55 वर्षीय बदमाश रंजन गर्ग से उसका गाड़ी खड़े करने के नाम पर विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों में गाली– गलौच हो गई। इसके बाद हिस्ट्रीशीटर रंजन गर्ग ने पुलिस के आरक्षक पर कट्टा निकाल तान दिया। आरक्षक रवि शर्मा ने किसी तरह मौका पा भाग कर अपनी जान बचाई। आरक्षक ने मामले की सूचना तोरवा थाने में जाकर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने देवरी खुर्द हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में घूमते हुए रंजन गर्ग को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी की तलाशी लेने पर पैंट की जेब में एक बटनदार चाकू रखा मिला। चाकू को जब्त कर आरोपी के खिलाफ धारा 25,27 आर्म्स एक्ट आरोपी रंजन गर्ग उर्फ घनश्याम के ऊपर कायम किया गया। आरोपी को न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है।

शिकायत में उल्लेख है कट्टे का, पुलिस ने जब्त किया चाकू:–

आरक्षक रवि शर्मा की थाने में की गई शिकायत के अनुसार आरोपी रंजन गर्ग ने उस पर कट्टा ताना था। जबकि पुलिस ने उसके पास से तलाशी में कट्टा जब्त न कर एक बटनदार चाकू जब्त किया है। कट्टा न बरामद होने से आरोपी को जल्दी ही जमानत मिलने की आशंका है।

चर्चित हत्याकांड मे रहा बीस साल जेल में:–

आरोपी रंजन गर्ग आदतन अपराधी है। 20 वर्ष पूर्व लाल खदान क्षेत्र में रंजन गर्ग का आतंक था। लाल खदान क्षेत्र के ही रहने वाले राय परिवार से वर्चस्व को लेकर रंजन गर्ग की रंजिश चली आ रही थी। इस दौरान रंजन गर्ग ने शशिकांत राय की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में रंजन गर्ग ने करीबन बीस साल जेल काटी है। जेल से रिहा होने के बाद फिर से वसूली समेत अन्य शिकायतें रंजन गर्ग की आते रहती हैं। अब आरक्षक को धमकाने का मामला भी सामने आया है।

जेल में भी दिखाई रंगदारी

रंजन गर्ग को जब पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया तब जेल में आमद के समय जेल नियमों के अनुसार तलाशी के दौरान भी रंजन गर्ग ने तलाशी की बात को लेकर हंगामा मचाया और जेल प्रहरियों को धमकी दी। किसी तरह उसे शांत करवाया गया।

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