Bijapur News: मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद 9 मरीजों की आंखों में संक्रमण, सभी रायपुर रेफर... अब सरकार ने लिया बड़ा एक्शन, गठित की गई 3 सदस्यीय जांच कमेटी
Bijapur News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 9 मरीजों के आंखों में इंफेक्शन हो (Bijapur Hospital News) गया. इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग को हिला दिया है.

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Bijapur Eye Infection News: बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 9 मरीजों के आंखों में इंफेक्शन हो (Bijapur Hospital News) गया. इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग को हिला दिया है. जिसके बाद नेत्र आपरेशन के बाद जटिलता के मामले में आयुक्त सह संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की है.जो तीन दिन के भीतर आयुक्त सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को जांच रिपोर्ट देगी.
नेत्र ऑपरेशन जटिलता की समिति करेगी जांच
जानकारी के मुताबिक़, नेत्र आपरेशन के बाद जटिलता के मामले में आयुक्त सह संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की है. इस टीम में राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ निधि अत्रिवाल, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं बस्तर संभाग डॉ महेश साण्डिया और नेत्र सर्जन जिला चिकित्सालय जगदलपुर डॉ सरिता थॉमस शामिल हैं. यह टीम आँख के आपरेशन में आई जटिलता के कारणों और ऐसी घटना दोबारा न हो इसकी जांच करेगी. यह जांच टीम तीन दिन में अपनी रिपोर्ट आयुक्त सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को सौंपेगी.
क्या है मामला
दरअसल, 24 अक्टूबर को बीजापुर जिला अस्पताल में उसुर ब्लॉक के 14 लोगों का मोतियाबिंद ऑपरेशन किया गया था. जिसमे 9 मरीजों की आँख में इंफेक्शन हो गया. जिसमे एक पुरुष और 8 महिलाएं शामिल हैं. जांच में मरीजों की आँख में इंफेक्शन पाया गया. जिसमे 6 मरीजों में मामूली इंफेक्शन और तीन की स्थिति की गंभीर है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 9 मरीजों को रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है.
सख्त कार्रवाई की मांग
नेत्र आपरेशन के बाद मरीजो की आँखों में उत्पन्न जटिलता से हड़कंप मच गया है. मरीजों के परिजन ने लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका आरोप है ऑपरेशन के बाद उचित देखभाल नहीं हुई है और न ही दवाइयां समय पर मिली है. जिसके बाद चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है.
