Bijapur Naxal Surrender News: CG में अब तक का सबसे बड़ा सरेंडर... एक साथ 103 नक्सलियों ने डाले हथियार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर था 1.63 रूपए का इनाम
Bijapur Naxal Surrender News: बीजापुर जिले में ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला जब एक साथ 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. 1.63 करोड़ रुपये के इनामी 49 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने अपने हड़ताल डाल दिए.

Bijapur Naxal Surrender News
Bijapur Naxal Surrender News: रायपुर: धर्म और न्याय की विजय के त्यौहार दशहरे के अवसर पर छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला जब एक साथ 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. 1.63 करोड़ रुपये के इनामी 49 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने अपने हड़ताल डाल दिए. यह दशहरा छत्तीसगढ़ में हिंसा और भ्रम पर विकास और सुशासन की ऐतिहासिक विजय का भी प्रतीक बन गया.
103 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी है. जिसमे बताया गया 103 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 22 महिलाएं भी शामिल हैं. साथ ही आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 49 ऐसे थे, जिन पर कुल1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में बड़े नक्सली संगठन के नक्सली भी शामिल है. इनमे डिविजनल कमेटी सदस्य लच्छु पूनेम ऊर्फ संतोष (36), प्लाटून पार्टी कमेटी सदस्य गुड्डू फरसा उर्फ विजय (30), भीमा सोढी उर्फ कमल सिंह (45), कंपनी नंबर 10 की पार्टी सदस्या हिडमे फरसा उर्फ मीना (26) और कंपनी नंबर एक की पार्टी सदस्या सुखमती ओयाम (27) शामिल है. इन्हे नए शुरुआत के लिए 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी गयी है.
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बधाई दी है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 103 नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए कहा कि यह कदम प्रदेश के शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य की दिशा में एक निर्णायक पड़ाव है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की “आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025” और “नियद नेल्ला नार योजना” ने लाल आतंक के भ्रम से भटके लोगों के दिलों में विश्वास और आशा का दीप प्रज्वलित किया है. “पूना मारगेम अभियान” से प्रेरित होकर बीजापुर में कुल 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इनमें से 49 नक्सली वे भी हैं, जिन पर कुल 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपए तक का इनाम घोषित था.
नई शुरुआत के लिए 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गयी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को नई शुरुआत के लिए 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है. साथ ही, नक्सल उन्मूलन नीति के अंतर्गत उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर दिया जा रहा है. अब तक 1890 से अधिक माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जो सरकार की नीतियों की प्रभावशीलता और जनता के विश्वास का प्रत्यक्ष प्रमाण है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूर्ण उन्मूलन किया जाएगा और आत्मसमर्पित लोगों को सुरक्षित, सम्मानजनक एवं उज्ज्वल भविष्य दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन केवल बस्तर की धरती तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के शांतिपूर्ण, समृद्ध और विकसित भविष्य की ओर एक सशक्त कदम है.
