Bharat Mala Land Scame: घोटाले की सफेदी! पटवारी ने दस्तावेजों में व्हाइटनर लगाकर बदली जमीन, भारतमाला परियोजना में किया बड़ा घोटाला
भारतमाला परियोजना में बड़ा घोटाला हुआ है। भूअर्जन के लिए राजस्व दस्तावेजों में पटवारी ने गजब का फर्जीवाड़ा किया है। दस्तावेजों में व्हाइटनर लगाकर ना केवल जमीन की अदला-बदली कर दी, भूमि स्वामी के बजाय दूसरों को लाखों का फायदा पहुंचा दिया है। जांच में गड़बड़ी की पुष्टि के बाद पटवारी को निलंबित कर दिया है। सस्पेंड करने के साथ ही विभागीय जांच भी बैठा दी है। एक सप्ताह बाद पटवारी का रिटायरमेंट था।

Bharat Mala Land Scame
बिलासपुर। भारत माला परियोजना अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग NH 130 A बिलासपुर-उरगा मुख्य मार्ग में भूमि अधिग्रहण और मुआवजा वितरण में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। गड़बड़ी के लिए दोषी पाए गए पटवारी हल्का क्रमांक 51 भाड़म, सुरेश कुमार मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही विभागीय जांच भी शुरू की गई है। निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। निलंबित होने वाले पटवारी सुरेश मिश्रा एक सप्ताह बाद सेवानिवृत होने वाले हैं।
भारत माला परियोजना के तहत मुआवजा वितरण में की गई धांधली अब परत दर परत खुलने लगी है। तत्कालीन पटवारी पहनं 44 ढेका तहसील बिलासपुर के विरूद्ध ग्राम ढेका का भूअर्जन प्रकरण कमांक 02/अ-82/2017-18 अवार्ड 10 मई 2021 एवं प्रकरण कमांक 01/अ-82/2018-19 अवार्ड 9 जून 2021 में सम्मिलित खसरा नक्शा बटांकन मुआवजा राशि निर्धारण कर अनियमितता किया गया है।
खसरा पांचसाला में भू-अर्जन से संबंधित खसरों के बंटवारा में दर्ज बंटवारा दिनांक में वाइटनर , कागज पर्ची लगाकर कूटरचना कर छेडछाड़ की गई है। संबंधित हल्का पटवारी द्वारा नियम विरूद्ध शासकीय कार्य के प्रति घोर लापरवाही एवं स्वेच्छाचारिता की गई है।यह कृत्य सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम तीन की स्पष्ट उल्लंघन भी है। इस आधार पर सिविल सेवा वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील 1966 के नियम 9 में निर्मित नियम के तहत सुरेश मिश्रा को निलंबित कर विभागीय जंच संस्थित की गई है। निलंबित पटवारी सुरेश मिश्रा को निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। वही यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
पूर्व में भी हो चुके है निलंबित-
पटवारी सुरेश मिश्रा ने रसूखदार से मिलकर तखतपुर के निकट ग्राम में नाले को पाटकर दीवार खड़ी करने के मामले की शिकायत होने पर तत्कालीन एसडीएम ज्योति पटेल ने पटवारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की थी। जहां नगोई ग्राम में स्थित नाले पर लता अग्रवाल ने पटवारी से मिली भगत कर कब्जा कर ली थी, और बाकायदा नाले की चिन्हित भूमि को पाटकर दीवार बनाकर कब्जा कर ली थी। इस मामले की शिकायत होने पर तखतपुर एसडीएम ने पटवारी सुरेश कुमार के ऊपर निलंबन की कार्रवाई की थी। अब रिटायरमेंट के एक सप्ताह पहले फिर से निलंबित हो गए।
