Biranpur violence News: बिरनपुर दंगे में सीबीआई ने जांच के लिए जारी किया नोटिफिकेशन, हफ्ते भर के अंदर छत्तीसगढ़ आकर करेगी जांच...
Bemetara violence News: बिरनपुर में हुए सांप्रदायिक दंगे मामले में सीबीआई ने जांच के लिए अधिसूचना जारी की है। हफ्ते भर के अंदर सीबीआई की टीम छत्तीसगढ़ आएगी और मामले में जांच करेगी।

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Bemetara violence News बेमेतरा। पिछले साल 8 अप्रैल को बिरनपुर में हुए सांप्रदायिक दंगे मामले में सीबीआई ने जांच के लिए अधिसूचना जारी किया है। हफ्ते भर के अंदर सीबीआई की टीम छत्तीसगढ़ आएगी और मामले में जांच करेगी। मालूम हो कि 8 अप्रैल 2023 को मामूली विवाद के बाद भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद विधानसभा सत्र के दौरान इश्वर साहू और मंत्री ओपी चौधरी ने जांच की मांग की थी। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को रिपोर्ट भी भेजी थी।
जानिए क्या था मामला
दरअसल, शानिवार 8 अप्रैल 2023 को दो लड़कों में विवाद हुआ था। विवाद के दौरान एक लड़के ने दूसरे लड़के पर बोतल फोड़ दी थी। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि दोनों गुटों के लोग भी वहां डंडा, पत्थर, राॅड और धारदार हाथियार लेकर पहुंच गये। दोनों समुदायों के लोग एक दूसरे पर हमला कर दिए। हमले की जानकारी जब साजा पुलिस को हुई तो सब इंस्पेक्टर बीआर ठाकुर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सब इंस्पेक्टर ने भीड़ में घुसकर लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन पर भी हमला कर दिया। कुछ लोगों ने तो गाड़ियों में भी आग लगा दी गई। इस घटना में गांव के एक 22 वर्षीय युवक भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई थी। युवक के मौत के बाद जमकर हिंसा भड़की थी। कलेक्टर ने हिंसा को शांत करने पूरे जिले में धारा 144 लागू की थी। मृतक भुवनेश्वर साहू के पिता इश्वर साहू ने मामले में सीबीआई जाँच की मांग की थी। इश्वर साहू वर्तमान में साजा विधानसभा क्षेत्र से विधायक है।
प्रदर्शन के दौरान पिता पुत्र की हत्या
मालूम हो कि बंद 10 अप्रैल 2023 को बिरनपुर में हुई हिंसा के विरोध में बजरंग दल और वीएचपी ने बंद का आह्वान किया था। इसी दौरान बिरनपुर गांव में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी घुस आये थे। बिरनपुर शक्तिघाट निवासी रहीम उर्फ मन्नू और पुत्र ईदुल बकरी चराने निकले थे। तभी दोनों की हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में सात दिनों तक चली जांच के दौरान पुलिस ने वीडियो फुटेज, मोबाइल सीडीआर तकनीकी विशलेषण के आधार पर आठ की पहचान कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया था।