Balrampur News: 6 साल बच्ची की अनोखी भक्ति... यूकेजी में पढ़ने वाली बच्ची ने किया छठ व्रत, विधि विधान से रखा 36 घंटे का निर्जला उपवास
Balrampur News: जब कोई पूरे विश्वास और समर्पण के साथ ईश्वर की भक्ति करता है तो किसी भी कठिनाई को पार कर सकता है और ऐसी ही भक्ति छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में देखने को (Balrampur Chhath Puja News) मिली. यहाँ एक 6 साल की छोटी से बच्ची ने विधि-विधान से 36 घंटे का छठ व्रत रखा.

Balrampur Chhath Puja News: बलरामपुर: आपने यह "जहाँ भक्ति है, वहाँ शक्ति है" अगर श्रद्धा और भक्ति हो तो सब संभव है. भक्ति में असीम शक्ति छिपी होती है. जब कोई पूरे विश्वास और समर्पण के साथ ईश्वर की भक्ति करता है तो किसी भी कठिनाई को पार कर सकता है और ऐसी ही भक्ति छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में देखने को (Balrampur Chhath Puja News) मिली. यहाँ एक 6 साल की छोटी से बच्ची ने विधि-विधान से 36 घंटे का छठ व्रत रखा.
6 साल की बच्ची ने किया छठ व्रत
जी हाँ, बलरामपुर जिले के रामानुजगंज क्षेत्र के ग्राम सिन्दूर की रहने वाली 6 साल की बच्ची अनन्या नेताम (पंछी) ने पूरे विधि-विधान से छठ व्रत रखा. अनन्या नेताम रामानुजगंज के कन्हर वैली पब्लिक स्कूल में यूकेजी में पढ़ती है. पिता अजय नेताम किसान हैं और मां राजकुमारी नेताम गृहिणी है.
विधि विधान से किया पालन
अनन्या का शुरू से ही पूजा पाठ में रूचि है. अनन्या घर वालों के साथ बचपन से ही पूजा पाठ करती है. हर बार की तरह इस बार भी अनन्या के घर में छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर थीं. अनन्या की दादी और मां छठ का व्रत रखती है. इस बार छोटी अनन्या ने भी व्रत रखने की जिद कर दी.
पहले तो परिवारवालों ने उसकी बात को मज़ाक में लिया कि बच्ची छठ व्रत कैसे रख सकती है. लेकिन अनन्या ने छठ व्रत का दृढ़ निश्चय ले लिया था. वह छठ व्रत रखने की जिद पर अदि रही. जब उन्होंने देखा कि अनन्या सच में छठ व्रत रखना चाहती है, तो परिवारवालों ने उसका हौसला बढ़ाया.
36 घंटे का उपवास रखा
दादी और माँ ने उसे छठ व्रत का नियम बताया और अनन्या ने उसका पलान किया. अनन्या ने नहाय खाय किया. इसके बाद खरना वाले दिन भी व्रत किया. खरना के दिन प्रसाद खाने के बाद अनन्या ने 36 घंटे का उपवास रखा. सभी नियमों का पालन करते अनन्या ने अगले सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की. सेंदुर नदी में अर्घ्य देकर उसने अपना व्रत पूरा किया. बच्ची को यह कठिन व्रत करता देख हर किसी की आंखें नाम गयी.
