बढ़ा आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता, वनांचल से लेकर नगर तक की महिलाओं को मिल रहा महतारी वंदन योजना का लाभ
Mahtari Vandan Yojana: 21 से 60 वर्ष की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता महिलाओं को यह सहायता हर माह प्रदान की जा रही है। यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की एक ठोस बुनियाद बन चुकी है

Mahtari Vandan Yojana: रायपुर। न्यूज़ छत्तीसगढ़ में महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल बन चुकी महतारी वंदन योजना ने अब तक लाखों महिलाओं के जीवन में नई रोशनी ला दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के मार्गदर्शन में संचालित यह योजना न केवल आर्थिक सहारा बनी है, बल्कि महिलाओं की आत्मनिर्भर और आत्मसम्मान से परिपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा भी दे रही है। पहले महिलाओं को रोजमर्रा की आवश्यकताओं को पूरा करना भी चुनौती था, लेकिन अब वे घरेलू खर्चों में राहत मिली है और वे अपने बच्चों की पढ़ाई तथा स्वास्थ्य जैसे जरूरी विषयों पर भी ध्यान दे पा रही हैं। राज्य सरकार द्वारा 10 मार्च 2024 को शुरू की गई महतारी वंदन योजना के अंतर्गत एक हजार रुपए की राशि सीधे महिलाओं के खातों में हर महीने ट्रांसफर की जा रही है।
21 से 60 वर्ष की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता महिलाओं को यह सहायता हर माह प्रदान की जा रही है। यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की एक ठोस बुनियाद बन चुकी है।महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की उन लाखों महिलाओं के लिए आशा की किरण बनकर उभरी है, जो कभी अभाव और असमानता के बीच जीवन बिता रही थीं। अब वे आत्मनिर्भर, सम्मानित और सशक्त नागरिक के रूप में समाज में अपनी भूमिका निभा रही हैं। यह योजना सामाजिक बदलाव का एक अद्वितीय उदाहरण बन चुकी है, जो आर्थिक सहायता के माध्यम से आत्मसम्मान की ओर का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
हर घर आई खुशहाली
सुकमा जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र छिंदगढ़ की निवासी शांति नाग बताती हैं कि महतारी वंदन योजना से प्राप्त आर्थिक सहायता ने उनके कठिन जीवन में स्थायित्व और आशा की किरण जगी है। खेती और मजदूरी के सहारे जीवन यापन करने वाले इस परिवार के लिए योजना की एक हजार रुपये की मासिक सहायता जीवन में परिवर्तनकारी साबित हुई है। शांति नाग अब स्वयं को आत्मनिर्भर और सम्मानित नागरिक के रूप में महसूस करती हैं। छिंदगढ़ के ही आश्रित ग्राम पुजारीपाल की महिलाओं ने योजना को लेकर कहा कहा कि योजना से प्राप्त वित्तीय सहायता ने न सिर्फ उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त किया है, बल्कि समाज में उनकी पहचान को भी मजबूत किया है। आत्मविश्वास और सामाजिक भागीदारी की भावना से ओत-प्रोत ये महिलाएं अब अपने परिवार की खुशहाली की दिशा में भी सक्रिय योगदान दे रही हैं।
648 करोड़ की 16 वीं किश्त जारी
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना के अंतर्गत माह जून 2025 की सोलहवीं किश्त का भुगतान जारी कर दिया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश की 69.30 लाख से अधिक महिलाओं को कुल 648.24 करोड़ रुपये की सहायता राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई।
16 महीने में दिए 10433.64 करोड़ रुपए
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए इस योजना की शुरुआत मार्च 2024 में की गई थी। अब तक लगातार 16 माहों में 10433.64 करोड़ रुपये की राशि प्रदेश की महिलाओं को प्रदाय की जा चुकी है। योजना के अंतर्गत 21 से 60 वर्ष आयु वर्ग की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
महतारी वंदन योजना से हिन्देश्वरी बनीं सफल उद्यमी
छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी महतारी वंदन योजना ने प्रदेश की महिलाओं के जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार किया है। इस योजना से लाभान्वित होकर मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की हिन्देश्वरी इंदु राजे ने अपने कठिन हालात को पीछे छोड़ते हुए आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए हैं।
पूर्व में मितानिन के रूप में सेवा दे चुकीं हिन्देश्वरी को कार्य से विराम लेने के बाद आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लेकिन महतारी वंदन योजना के तहत मिलने वाली 1,000 रुपये की मासिक सहायता उनके लिए आशा की किरण बनकर आई। इस राशि को अपनी माता श्रीमती उषा देवी के साथ मिलकर बचाते हुए उन्होंने एक छोटा होटल व्यवसाय शुरू किया। आरंभ में टेबल, कुर्सियाँ और आवश्यक बर्तन खरीदकर होटल की नींव रखी गई। समय के साथ उन्होंने अपने व्यवसाय का विस्तार किया और आज उनका परिवार आर्थिक रूप से मजबूत स्थिति में है।
हिन्देश्वरी ने इस परिवर्तन का श्रेय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के मार्गदर्शन को देते हुए राज्य सरकार के प्रति आभार प्रकट किया है।
योजना से सशक्त हो रही महिलाएं
10 मार्च 2024 में शुरू की गई महतारी वंदन योजना के माध्यम से अब तक 16 महीनों में 10,433.64 करोड़ रूपए की राशि सीधे प्रदेश की महिलाओं को दी जा चुकी है। 21 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्ता महिलाओं को यह आर्थिक सहायता नियमित रूप से दी जा रही है।यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की एक सशक्त आधारशिला बन चुकी है। हिन्देश्वरी जैसी अनगिनत महिलाएं इस योजना के ज़रिए अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर रही हैं और पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा बन रही हैं।
यहां से देखें सारी डिटेल
योजना से होने वाले भुगतान एवं अन्य जानकारी से अवगत होने के लिए महतारी वंदन योजना के पोर्टल https://mahtarivandan.cgstate.gov.in/ अथवा महतारी वंदन योजना का मोबाईल ऐप भी है जिसे हितग्राही प्लेस्टोर से डाउनलोड कर अपनी जानकारी देख सकते हैं। महतारी वंदन योजनांतर्गत सहायता राशि डीबीटी के माध्यम से दी जा रही है। जिन हितग्राहियों का खाता डीबीटी इनेबल नहीं है वे तत्काल बैंक जाकर आधार सीडिंग करवायें क्योंकि उनको भुगतान किये जाने पर राशि वापस हो जा रही है तथा इस हेतु उन्हें एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है। यदि किसी हितग्राही को किसी प्रकार की शिकायत हो तो इस पोर्टल में शिकायत करें ऑप्शन में जाकर अपनी समस्या ऑनलाईन दर्ज कर सकती है।
महिलाओं से अपील
महिला एवं बाल विकास विभाग ने हितग्राही महिलाओं से अपील की है कि वह अपना आधार कार्ड अपडेट कराएं, ताकि राशि के भुगतान में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। ज्ञात हो कि आधार कार्ड को हर 10 वर्षों में अपडेट करना अनिवार्य है। कई हितग्राहियों का भुगतान आधार इनएक्टिव होने के कारण निरस्त किया गया है। ऐसे हितग्राहियों को आधार केंद्र में जाकर पहचान एवं निवास प्रमाण-पत्र के साथ आधार अपडेट कराना आवश्यक है, ताकि आगामी किश्त का भुगतान सुनिश्चित हो सके।
